सीतापुर-नगर पालिका प्रसासन के जुम्मेदार अधिकारियो की मौन स्वीकृति से नगर के फुटपात माफियाओं के हौसले बुलन्द होते जा रहे है जिसमे एक खास परिवार का नाम इस समय सुर्खियों में बना हुवा है जिनके द्वारा अपनी दुकान के सामने फुटपात व सार्वजनिक स्थान आवागमन के रास्ते पर अवैध अतिक्रमण आम राहगीरों सहित स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुवा है।

ताजा मामला आया है जेल के सामने से बने ओवरब्रिज का जिसके नीचे की खाली पड़ी जमीन पर जिन्दल परिवार की फर्म रामनरायन अशोक कुमार के मालिक महेश जिन्दल ने ईमारती लकड़ी का ढेर लगाकर अवैध कब्जा कर रखा है जो कीमती लकड़ी सहित ईमारती लकड़ी का फर्नीचर आदि बनाने का कार्य करते है । जो यहाँ के निवासियों सहित जेल की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता है।सबसे ज्यादा मुसीबत तो उस समय खड़ी हो जाती है जब ट्रकों से लकड़ी का आना व जाना होता है जो आये दिन खुलेआम देखा जा सकता है ।वही यहां के निवासियों ने युगाधार समाचार को अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उक्त लकड़ी के व्यवसायी के द्वारा जो ओवरब्रिज के नीचे अवैध तरीके से लकड़ी का ढेर लगाया गया है इससे हम लोगो अपने को असुरक्षित महसूस करने लगे है क्योंकि लकड़ी के बड़े से ढेर के पीछे कभी भी कोई असामाजिक तत्व छिप सकता है ।हम लोगो ने शिकायत भी की है परन्तु कोई कार्यवाही नही होती जबकि बगल में ही सीतापुर की जेल है जहां पर बड़े बड़े अपराधी सहित नामचीन राजनेता बन्द है कभी भी कोई घटना हो सकती है।और जेल प्रसासन के लिए सरदर्द साबित हो सकता है।
ऐसा नही है नगर पालिका के जिम्मेदारों को इस अवैध कब्जे की जानकारी सभी को है लेकिन सत्ता की हनक व पैसे की खनक के आगे सभी मोन है। जिससे अवैध कब्जा करने वालो के हौसले बुलन्द होते जा रहे है। अब देखना है कि ओवरब्रिज अवैध कब्जे से मुक्त होता है या लोगो की मुसीबत का सबब बना रहेगा।