11/11/2021

अवध सूत्र

Latest Online Breaking News

क्या एटीएम से ट्रांजेक्शन करने से पहले दो बार कैंसिल बटन दबाने से एटीएम कार्ड का पिन चोरी नहीं होता? जानिये हकीकत

1 min read
😊 Please Share This News 😊

क्या एटीएम से ट्रांजेक्शन करने से पहले दो बार कैंसिल बटन दबाने से एटीएम कार्ड का पिन चोरी नहीं होता? जानिये हकीकत

नई दिल्ली, सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। मैसेज में दावा किया जा रहा है कि एटीएम से ट्रांजेक्शन करने से पहले दो बार कैंसिल बटन दबाने से एटीएम कार्ड का पिन चोरी नहीं होता।

मैसेज की विश्वनीयता बढ़ सके, इसके लिए इसके साथ आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) का नाम भी जोड़ा जा रहा है। पोस्ट में कहा गया है कि यह दावा भारतीय रिजर्व बैंक ने किया है। पीआईबी फैक्ट चेक में यह दावा गलत पाया गया है।

इस मैसेज को व्हाट्सऐप पर वायरल किया जा रहा है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि ये मैसेज ‘आरबीआई’ की तरफ से भेजा गया है। अंग्रेजी में भेजे जा रहे इस मैसेज में लिखा है, एटीएम से ट्रांजेक्शन करने से पहले दो बार कैंसिल बटन जरूर दबाएं, ताकि अगर किसी ने आपका पिन कोड चोरी करने के लिए की-पैड से छेड़छाड़ की होगी, तो वो भी ठीक हो जाएगी। मैसेज में दावा किया जा रहा है कि दो बार कैंसिल बटन दबाकर एटीएम फ्रॉड को रोका जा सकता है।

पीआईबी ने कहा, यह बयान फर्जी है। आरबीआई ने ऐसा कोई मैसेज नहीं जारी किया है। अपने ट्रांजेक्शन को सुरक्षित रखने के लिए गोपनीयता बनाए रखे। इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी नहीं किया गया है। ऐसा मैसेज न सिर्फ भारत में बल्कि अमेरिका में भी वायरल हो चुका है। पिछले साल ही अमेरिका में वहां के केंद्रीय बैंक के नाम पर यही मैसेज घूम रहा था, लेकिन फैक्ट चेकिंग वेबसाइट Snopes.com ने इसे झूठा बताया था।

फर्जी खबर यानी फेक न्यूज से निपटने के लिए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक ‘तथ्य जांच इकाई’ गठित की है जिसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम द्वारा आप भी किसी भी संदेश की सत्यता की जांच करा सकते हैं। इसके तहत मीडिया में सरकार और सरकारी योजनाओं से जुड़ी खबरों की सच्चाई का पता लगाया जाता है। अगर आपके पास भी कोई डाउटफुल खबर है तो आप उसे factcheck।pib।gov।in या फिर वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail।com पर भेज सकते हैं। इसके बारे में ज्यादा जानकारी पीआईबी की वेबसाइट pib।gov।in पर भी उपलब्ध है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]
error: Content is protected !!