अयोध्या: राम मंदिर की भूमि ख़रीद में घोटाले के लग रहे आरोप, चंद मिनटों में 2 से 18 करोड़ हुई कीमत

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Mohammad Siraj
अयोध्या: राम मंदिर की भूमि ख़रीद में घोटाले के लग रहे आरोप, चंद मिनटों में 2 से 18 करोड़ हुई कीमत
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक तेजनारायण पांडेय उर्फ़ पवन पांडेय ने आरोप लगाया है कि ‘दो करोड़ रुपये में ख़रीदी गई ज़मीन महज़ कुछ मिनटों बाद 18.5 करोड़ रुपये में ख़रीदी गई.’
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है. एक प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए चंपत राय ने कहा है कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जितनी ज़मीन ख़रीदी है, वह खुले बाज़ार की क़ीमत से बहुत कम मूल्य पर ख़रीदी है.
रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडेय ने अयोध्या में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि जिस दिन ज़मीन का बैनामा दो करोड़ रुपये में हुआ उसी दिन उस ज़मीन का एग्रीमेंट 18.5 करोड़ रुपये में हुआ.
सपा नेता के आरोप
पवन पांडेय का कहना था, “18 मार्च 2021 को क़रीब 10 मिनट पहले बैनामा भी हुआ और फिर एग्रीमेंट भी. जिस ज़मीन को दो करोड़ रुपये में ख़रीदा गया उसी ज़मीन का 10 मिनट बाद साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट क्यों हुआ? एग्रीमेंट और बैनामा दोनों में ही ट्रस्टी अनिल मिश्र और मेयर ऋषिकेष उपाध्याय गवाह हैं।
पवन पांडेय ने सवाल उठाए हैं कि महज़ कुछ मिनटों में ही 2 करोड़ रुपये की क़ीमत की ज़मीन साढ़े 18 करोड़ रुपये की कैसे हो गई?
उन्होंने आरोप लगाया कि राम मंदिर के नाम पर ज़मीन ख़रीदने के बहाने राम भक्तों को ठगा जा रहा है।
उन्होंने यह भी दावा किया है कि ज़मीन खरीदने का सारा खेल मेयर और ट्रस्टी को मालूम था. पवन पांडेय ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
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