धर्म की स्थापना के लिये प्रभू लेते है अवतार – आचार्य करुणेश जी महराज
लक्ष्मणपुर /प्रतापगढ़:- लीलापुर प्रतापगढ़ क्षेत्र के देवली गांव में गणेश शर्मा के संयोजन मे चल रही संगीत मयी श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस श्री भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया कथा का विस्तार करते हुये कथा व्यास आचार्य करुणेश महराज ने बताया कि जब कंस के अत्याचार से पृथ्वी पर अधर्म बढ गया , साधू सन्त सताये जाने लगे तो धर्म की स्थापना के लिये भगवान ने मथुरा मे वसुदेव और देवकी के यहाँ पुत्र के रूप में जन्म लिए और पापाचारी कंस का अन्त कर धर्म की स्थापना की आगे श्री महराज ने कहा कि जब जब पृथ्वी पर अत्याचार पाप व अर्धम की बढा़ हैं तब तब अर्धम पापाचार का अंत करने व धर्म की रक्षा करने व धर्म की स्थापना करने के नारायण अर्थात भगवान इस पृथ्वी पर अवतार लेकर अधर्म पाप व पापियों नाश कर धर्म की स्थापना की है कथा मे कोविड नियमो का पूर्णतयःपालन श्रोता गण कर रहे है ।इस मौके पर जयसिंह बहादुर सिंह, अरुण ओझा, राम शिरोमणि दूबे, तुंग नारायण पाण्डेय, कौशल किशोर पाण्डेय, मनोज सिंह (पूर्व प्रधान), सन्तोष बारी, संगम लाल ,राजू विश्वकर्मा , हरीश मिश्र आदि भक्तों ने अमृत कथा का रस पान किया ।







