योगी सरकार का नया फरमान टाइम से दफ्तर होगा आना, वरना अफसरों व कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
(ब्यूरो चीफ) ललित कुमार बाजपेई
लखनऊ. प्रदेश में अब अधिकारीयों और कर्मचारियों को टाइम पर दफ्तर आना होगा. लेट लतीफ़ अफसरों और कर्मचारियों पर सख्ती का यह फरमान योगी सरकार ने सुनाया है. यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की तरफ से जारी इस आदेश में कहा गया है कि अगर अफसर व कर्मचारी समय से दफ्तर नहीं पहुंचते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लखनऊ में आज से दफ्तरों में चेकिंग अभियान भी चलेगा. इन बाबत मुख्य सचिव ने सभी विभागों को अपर मुख्य सचिव को इस संबंध में निर्देशित किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए. किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित हो कि अफसर और कर्मचारी दफ्तर समय से पहुंचे।
जवाबदेही तय करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही भी तय की जाए. अफसर और मंत्रियों, दोनों के लिए निर्देश दिए कि कैबिनेट के समक्ष विभागीय प्रस्तुतियां संबंधित मंत्री द्वारा ही की जाएंगी. दरअसल, कई मंत्री अब तक पूरी तरह अधिकारियों पर आश्रित रहे हैं. कैबिनेट में चर्चा के लिए कोई प्रस्ताव जाने पर मंत्री उसे नहीं समझा पाते थे, तब अधिकारी सब समझाते थे. अब जिस तरह से नए मंत्रिपरिषद का गठन किया गया है, उससे इशारा मिल ही चुका है कि सरकार अब मंत्रियों के काम का आंकलन भी करना चाहती है. जब एक-एक प्रस्ताव से वह सीधे जुड़े होंगे, तब उनकी जवाबदेही बनेगी और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरशाही पर भी कुछ नियंत्रण रहेगा।







