रूस की वैक्सीन का पहला डोज इस व्यक्ति ने लिया, एक डोज की कीमत 1000 रुपये
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Mohammad Siraj
रूस की वैक्सीन का पहला डोज इस व्यक्ति ने लिया, एक डोज की कीमत 1000 रुपये
इसका पहला डोज लेने वाले व्यक्ति का नाम दीपक सापरा है यह कस्टम फार्मा सर्विस के ग्लोबल हेड हैं. इस वैक्सीन के एक डोज की कीमत 1000 रुपये है. भारत में इस वैक्सीन को डॉ रेड्डीज लेबारेटरीज ने आयात किया है और इसी कंपनी ने कीमत की भी जानकारी साझा की है।
कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगवानी होगी इसके सिर्फ एक डोज की कीमत हजार रुपये रखी गयी है अगर आपको दोनों डोज लेनी है तो आपको दो हजार रुपये देने होंगे. हैदराबाद में पहला डोज लगवाने के साथ ही इस वैक्सीन के वैक्सीनेशन की शुरुआत का ऐलान कर दिया गया है।
वैक्सीन की पहली खेप 1 मई को ही भारत पहुंच गयी थी. इसके 12 दिनों बाद ही सेंट्रल ड्रग्स रेगुलेटरी से वैक्सीनेशन की मंजूरी मिल गयी थी और आज इस वैक्सीन का पहला डोज दे दिया गया।
कंपनी अभी इस वैक्सीन की और खेप मंगवाने की तैयारी कर रही है. कंपनी रुस की वैक्सीन का उत्पादन भारत में भी करनी की तैयारी कर रही है. कई कंपनियां है जो साथ मिलकर इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में करेगी. कंपनी ने संकेत दिये हैं कि जब इसका उत्पादन भारत में होने लगेगा तो संभव है कि इस वैक्सीन की कीमत में कमी आयेगी।
वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो इसके लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन को भारत में लाने और लोगों तक पहुंचाने की कवायद तेज हो रही है. अगस्त से दिसंबर तक की वैक्सीन की कुल 216 करोड़ वैक्सीन डोज भारत में होने की उम्मीद है. फिलहाल देश में रूस की वैक्सीन के आने के बाद तीन वैक्सीन है जिसकी मदद से वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो रही है. रूस की वैक्सीन हैदराबाद एक व्यक्ति को लगा तथा से अपडेट के लिए बने रहें।
कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगवानी होगी इसके सिर्फ एक डोज की कीमत हजार रुपये रखी गयी है अगर आपको दोनों डोज लेनी है तो आपको दो हजार रुपये देने होंगे. हैदराबाद में पहला डोज लगवाने के साथ ही इस वैक्सीन के वैक्सीनेशन की शुरुआत का ऐलान कर दिया गया है।
वैक्सीन की पहली खेप 1 मई को ही भारत पहुंच गयी थी. इसके 12 दिनों बाद ही सेंट्रल ड्रग्स रेगुलेटरी से वैक्सीनेशन की मंजूरी मिल गयी थी और आज इस वैक्सीन का पहला डोज दे दिया गया।
कंपनी अभी इस वैक्सीन की और खेप मंगवाने की तैयारी कर रही है. कंपनी रुस की वैक्सीन का उत्पादन भारत में भी करनी की तैयारी कर रही है. कई कंपनियां है जो साथ मिलकर इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में करेगी. कंपनी ने संकेत दिये हैं कि जब इसका उत्पादन भारत में होने लगेगा तो संभव है कि इस वैक्सीन की कीमत में कमी आयेगी।
वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो इसके लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन को भारत में लाने और लोगों तक पहुंचाने की कवायद तेज हो रही है. अगस्त से दिसंबर तक की वैक्सीन की कुल 216 करोड़ वैक्सीन डोज भारत में होने की उम्मीद है. फिलहाल देश में रूस की वैक्सीन के आने के बाद तीन वैक्सीन है जिसकी मदद से वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो रही है. रूस की वैक्सीन हैदराबाद एक व्यक्ति को लगा तथा से अपडेट के लिए बने रहें।
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