05/05/2021

अवध सूत्र

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जानिए कोरोना और 5G नेटवर्क का नाता

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जानिए कोरोना और 5G नेटवर्क का नाता

भारत में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर आए दिन सोशल मीडिया में तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं, इन्हीं में से एक मैसेज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है कि अगर भारत में 5जी टावरों की टेस्टिंग रोक दी जाए तो कोरोना संक्रमण बंद हो जाएगा, भारत में दरअसल कोरोना से नहीं बल्कि 5G की रेडिएशन से मौतें हो रही है |

इसका जवाब विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने एक रिपोर्ट में दिया है, जिसमे ये बताया गया है की 5G मोबाइल नेटवर्क से कोरोना नहीं फैलता, साथ ही यह भी बताया गया है कि कोरोना मोबाइल नेटवर्क और रेडियो तरंगों के साथ एक जगह से दूसरी जगह पर नहीं पहुंच सकता, रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना उन देशों में भी हो रहा है जहां 5जी मोबाइल नेटवर्क नहीं है, इसीलिए यह तर्क तथ्य हीन है कि 5G तरंगों से कोरोना संक्रमण फैलता है, दरअसल कोरोना को लेकर जो भी अब तक रिसर्च किए गए हैं इनमें ये पाया गया है की कोरोना एक संक्रमित व्यक्ति से ही दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है |

5G टेस्टिंग पर रोक लगाने की हो रही मांग

वायरल पोस्ट में यह भी कहा गया है कि रेडिएशन की वजह से घर में हर जगह करंट लगता रहता है और गला सामान्य से कुछ ज्यादा सूखता है, इन पोस्ट में कहा गया है कि यदि इन 5G टावरों की टेस्टिंग पर रोक लगा दी जाए, तो सब ठीक हो जाएगा, यही नहीं इन संदेशों को शेयर करने वाले कुछ लोगों ने अपने साथ ऐसा होने का दावा भी किया है |

खबर के मुताबिक पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर ऐसे संदेशों की भरमार है, जिनमें कोरोना के लिए 5G की टेस्टिंग को जिम्मेदार बताया गया है, इन संदेशों में कहा जा रहा है कि 5G टावरों की टेस्टिंग से निकलने वाला रेडिएशन हवा को जहरीला बना रहा है, इसलिए लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, वायरल मैसेज में सरकार से टेस्टिंग पर तुरंत रोक लगाने की मांग भी की गई है, बरहाल WHO की इस रिपोर्ट के बाद इन सभी अटकलों पर रोक लग गई है, WHO ने इन सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है |

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