लखीमपुर के व्यापारियों को बनाया निशाना, पुलिस पड़ताल शुरू

लखनऊ। रियल एस्टेट कंपनी खोलने के नाम पर लखीमपुर धौरहरा के मो. शाबान समेत उनके पांच साथियों से निरालानगर में रहने वाली एक महिला ने 1.37 करोड़ रुपये ठग लिए। पांचों पीड़ितों की तहरीर पर हसनगंंज पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस करीब पांच माह तक टरकाती रही। इसके बाद उन्होंने उच्चाधिकारियों से गुहार की तब मुकदमा लिखा गया।

पुलिस पर जालसाजों को बचाने का आरोप, पाँच माह बाद हुई एफआईआर

इंस्पेक्टर हसनगंंज ने बताया कि मो. शाबान की बीते कुछ महीने पहले निरालानगर में रहने वाली ऊषा चौधरी से मुलाकात हुई। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई। ऊषा ने शाबान को रियल एस्टेट कंपनी साझे में खोलने के लिए कहा। इसके बाद शाबान के परिचित मो. मुश्ताक, फैजल किरमानी, मो. मुरसलीन और यूनुस भी जुड़े सभी ने मिलकर 1.37 करोड़ रुपये कंपनी में लगाए। कंपनी का मालिकाना हक धोखे से ऊषा ने ले लिया। उसने सभी को बराबर मुनाफा देने की बात कही। सभी ने लोन लेकर कंपनी में रुपया लगया था। सभी पार्टनर में समझौता हुआ कि पहले लोन की किस्त जमा करेंगे फिर मुनाफा निकालेंगे।

रकम लेकर हुई फुर्र, कमिश्नर के आदेश पर एफआईआर

कंपनी का खाता ऊषा के नाम से था। सारा रुपया उसी में जमा किया गया। एकाएक ऊषा गायब हो गई और उसने पार्टनर से मिलना जुलना भी बंद कर दिया। मोबाइल बंद कर लिया। सारा रुपया हड़प लिया। काफी तलाश के बाद भी शाबान और उसके साथी ऊषा की खोजबीन नहीं कर सके। इसके बाद शाबान ने हसनगंज कोतवाली में शिकायत की। आरोप है कि पुलिस करीब पांच माह तक टरकाती रही। सुनवाई न होने पर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर आरोपित ऊषा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।