अवध सूत्र पर बड़ी खबरें
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Mohammad Siraj
अवध सूत्र पर बड़ी खबरें
कृषि सेवा के 268 पदों पर आवेदन अप्रैल में
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कैलेंडर में किया था शामिल
2020 में पहली बार पीसीएस से अलग कराई गई थी यह भर्ती।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कृषि सेवा की भर्ती के लिए तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को तोहफा दिया है। आयोग के उपसचिव वीरेन्द्रमणि त्रिपाठी के अनुसार सम्मिलित राज्य कृषि सेवा परीक्षा 2024 के तहत 268 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी होगा। आयोग ने 12 जनवरी को जारी कैलेंडर में इस भर्ती का जिक्र किया था। परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम के संदर्भ में शासन से अनुमोदन मिलने के बाद भर्ती शुरू होने जा रही है। हालांकि पदों की संख्या कम होने से प्रतियोगी छात्र थोड़े निराश हैं।2020 से पहले पहले कृषि सेवा के तहत जिला उद्यान अधिकारी ग्रेड-2, ग्रेड-1 प्रधानाचार्य राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र/खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी ग्रेड-2, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक आदि पदों की भर्ती पीसीएस के जरिए होती थी। आयोग ने पहली बार कृषि सेवा के लिए अलग से 29 दिसंबर 2020 को विज्ञापन जारी किया था। उस समय 564 पदों के सापेक्ष 73792 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उसके बाद से 2021, 2022 और 2023 में यह भर्ती नहीं आई।कृषि प्रतियोगी छात्र अभिनव मिश्रा, निखिल शुक्ला, अमित शुक्ला, बृजेंद्र पांडेय आदि ने समस्त रिक्त पदों को सम्मिलित कर भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि आयोग को 360 से अधिक पदों का अधियाचन मिला है लेकिन भर्ती 268 पदों पर की जा रही है।
पांच पदों पर साक्षात्कार अप्रैल के पहले सप्ताह में
प्रयागराज। यूपीपीएससी में सीधी भर्ती के पांच पदों पर साक्षात्कार अप्रैल के पहले सप्ताह में होंगे। आयोग के साक्षात्कार प्रकोष्ठ के अनुभाग अधिकारी दशरथ कुमार की सूचना के अनुसार आयुष विभाग में प्रधानाचार्य के चार पदों और राज्य नियोजन संस्थान लखनऊ के अधीन प्रशिक्षण प्रभाग में उप निदेशक प्रशिक्षण प्रभाग के एक पद पर साक्षात्कार अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है।
एकेटीयू: उत्तर पुस्तिका में मोबाइल नंबर लिखने पर होगी कार्रवाई
स्कैनिंग के दौरान तकरीबन छह हजार छात्रों की कॉपियों पर लिखा मिला मोबाइल नंबर।
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में तकरीबन छह हजार छात्रों ने उत्तर पुस्तिका में अपना मोबाइल नंबर और पहचान लिखी है। इन परीक्षार्थियों और भविष्य में ऐसा कदम उठाने वाले सभी विद्यार्थियों पर अनुचित साधन (यूएफएम) की कार्रवाई की जाएगी।एकेटीयू के शैक्षिक सत्र 2023-24 विषम सेमेस्टर के प्रथम चरण की परीक्षाएं नौ जनवरी से नौ फरवरी के बीच आयोजित की गई। परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार के मुताबिक संबद्ध संस्थानों से आई उत्तर पुस्तिकाओं के स्कैनिंग में सामने आया कि परीक्षार्थियों ने उसमें अपने मोबाइल नंबर लिख रखे थे। इसके अलावा अपना पता और पहचान भी लिखे हैं। परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि ऐसे विद्यार्थियों के खिलाफ अनुचित साधन (यूएफएम) की कार्रवाई की जा रही है। सभी संबद्ध संथानों को निर्देश दिए गए है कि वह अपने छात्रों को स्पष्ट कर दें कि उत्तर पुस्तिका पर मोबाइल नंबर, पता और पहचान न लिखें। ऐसा करने पर उनके खिलाफ यूएफएम में कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी संस्थानों को सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है।
कंप्यूटर से जनरेट पैकिंग स्लिप लगाने के निर्देश
एकेटीयू ने संबद्ध संस्थानों को उत्तर पुस्तिकाओं के पैकेट पर कम्प्यूटर जनरेटेड पैकिंग स्लिप लगाने के निर्देश दिए है। पैकिंग स्लिप न लगे होने के कारण बन्द पैकिंग में उत्तर पुस्तिकाओं का ब्योरा नहीं मिल पाता है। इस कारण स्क्रिीनिंग और स्कैनिंग में भी काफी कठिनाई आ रही है। पैकिंग स्लिप न होने के कारण बारकोड की अनुपस्थिति में उत्तर पुस्तिकाओं का डाटा मिल नहीं पाता है।
एकेटीयू से जुड़े कॉलेजों में शिशु पालना केंद्र बनेंगे
एकेटीयू से जुड़े संस्थानों और कॉलेजों में स्थापित होंगे शिशु पालना केंद्र
20-25 बच्चों पर एक-एक क्रीच सुपरवाइजर व हेल्पर होंगे नियुक्त
लखनऊ। एकेटीयू से संबद्ध संस्थानों और कॉलेजों में काम करने वाले शिक्षक, शिक्षिकाएं और कर्मचारी अब अपने बच्चों को साथ लेकर जा सकेंगे। बच्चों की देखभाल के लिए सभी कॉलेजों और संस्थानों में शिशु पालना केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इस संबंध में सर्कुलर जारी किया गया है।डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से जुड़े संस्थानों और कॉलेजों में क्रेच सेंटर स्थापित किए जाएंगे। यूजीसी के निर्देश पर सभी संबद्ध कॉलेजों में शिशु पालना केंद्रों की स्थापना करने के आदेश दिए गए हैं। इस संबंध में कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने संबद्ध संस्थानों और कॉलेजों को आदेश जारी कर दिया है। कुलपति का कहना है कि बच्चों की देखभाल के लिए शिशु पालना केंद्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इससे एकेटीयू या संबद्ध संस्थानों में कार्यरत नौकरीशुदा महिला और पुरूष को कार्य करने में आसानी होगी। अभी तक वह अपने छोटे बच्चों को घर पर छोड़कर आते थे। जिससे उन्हें चिंता बनी रहती थी। मगर केंद्र की स्थापना के बाद वह ब्रेक के दौरान अपने बच्चों से जाकर मिल भी सकेंगे।
सुपरवाइजर और हेल्पर की नियुक्ति होगी
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार शिशु पालना केंद्र की स्थापना के बाद बच्चों की देखभाल के लिए सुपरवाइजर और हेल्पर की नियुक्त होगी। उनका कहना है कि 20-25 बच्चों पर एक-एक सुपरवाइजर और हेल्पर नियुक्त होंगे।
34 केंद्रों पर शिक्षकों ने नहीं जांचीं कॉपियां
यूपी बोर्ड की कॉपियां लेकर पहुंचे शिक्षक की मुजफ्फरनगर में हत्या के विरोध में किया कार्य बहिष्कार।
प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियां वाराणसी से लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के विरोध में सोमवार को 13 जिलों के 34 केंद्रों पर शिक्षकों ने कॉपियां नहीं जांची। यूपी बोर्ड की ओर से सभी 75 जिलों में निर्धारित 259 मूल्यांकन केंद्रों में से 225 में सोमवार को कुल 29,32,990 कॉपियां जांची गईं।तीन दिन में 67,31,957 उत्तरपुस्तिकाएं जांची जा चुकी हैं। सोमवार को प्रयागराज के सात, मुजफ्फरनगर के पांच, वाराणसी के चार, लखनऊ, चंदौली व सिद्धार्थनगर के तीन-तीन, सोनभद्र व बहराइच के दो-दो, गोरखपुर, संभल, कन्नौज, जालौन व अमेठी के एक-एक केंद्र पर मूल्यांकन कार्य स्थगित रहा।
जीआईसी में गरजे शिक्षक, सभा कर दी श्रद्धांजलि
धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के विरोध में कार्य बहिष्कार करते हुए शिक्षकों ने राजकीय इंटर कॉलेज में प्रदर्शन किया और सभा कर श्रद्धांजलि दी। सभा में शिक्षक नेताओं ने मृतक के आश्रित को एक करोड़ मुआवजा, पत्नी /आश्रित को सेवानिवृत्ति तक पूर्ण वेतन और हत्याकांड की जांच व तत्काल न्याय की मांग उठाई। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी, ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, राजकीय शिक्षक संघ के रामेश्वर पांडे, रवि भूषण, अनुज कुमार पांडे, राम प्रकाश पांडे, जगदीश प्रसाद, रविंद्र कुमार त्रिपाठी, कौशलेश प्रसाद त्रिपाठी, उमेश कुमार द्विवेदी, डॉ. विक्रमजीत यादव, डॉ. चन्द्र मणि, सुधीर कुमार मिश्र आदि ने मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचकर मूल्यांकन बंद करवाया और शोक सभा की। प्रदर्शन करने वालों में अरुण यादव, मौजूद अहमद, ओपी यादव, जुबेर अहमद, राकेश पांडेय, अभय उपाध्याय, डीडी ओझा, राकेश निर्मल, राजकुंवर, रवि त्रिपाठी, डॉ. देवी शरण त्रिपाठी, डॉ. सुनील कुमार शुक्ल, विनोद कुमार सिंह, मोहन चौधरी, अंजनी कुमार सिंह, शांति भूषण, योगेश कुमार मिश्रा, आदि शामिल रहे। माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र वर्मा, प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव, देवराज सिंह, लक्ष्मी नारायण, यशवंत यादव, मो. जावेद, मिथलेश मौर्य, सुरेंद्र प्रताप, तीर्थराज पटेल, मंत्री सुरेश पासी व अशोक कनौजिया ने भी प्रदर्शन किया।
तीन सदस्य पहुंचे कर्मचारियों से मिले
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के तीन सदस्य राम सुचित, केसी वर्मा और डॉ. विनोद कुमार सिंह सोमवार को आयोग परिसर में पहुंचे। वैसे तो सदस्यों को कमरे एलॉट कर दिए गए हैं लेकिन अब तक साफ-सफाई का काम पूरा नहीं हो सका है।तीनों सदस्यों ने कर्मचारियों से मुलाकात की और हालचाल जाना। सदस्यों के जानने वालों ने पहुंचकर बधाई दी। मंगलवार को एक अन्य सदस्य और चित्रकूट के पूर्व कमिश्नर आरपी सिंह के पहुंचने की उम्मीद है। इस सप्ताह सभी सदस्यों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
इविवि के दो विभागों के 10 शिक्षक बने प्रोफेसर
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में करियर एडवांस स्कीम (कैश) के तहत 53 शिक्षकों को प्रमोशन मिला है। इसमें हिन्दी के नौ और एटमॉस्फेरिक एंड ओसियन साइंसेज के एक शिक्षक को प्रोफेसर पद पर प्रोन्नत मिली है। सोमवार की कुलपति की अध्यक्षता में ऑनलाइन कार्य परिषद की आकस्मिक बैठक में लिफाफा खोले गए।पीआरओ प्रो. जया कपूर ने बताया कि एटमॉस्फेरिक एंड ओसियन साइंसेज में दो, मैटेरियल साइंस में चार, दर्शनशास्त्रत्त् में दो, ग्लोबलाइजेशन एंड डेवलपमेंट स्टडीज, कॉमर्स, अंग्रेजी और शिक्षा शास्त्रत्त् में एक-एक शिक्षक को एसोसिएट प्रोफेसर पद पर प्रोन्नत मिली है। वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हिंदी के 18, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन के 7 को स्टेज 1 से स्टेज 2 और हिंदी में 1, साइकोलॉजी में 2, अरबी फारसी में 2, तथा एंथ्रोपोलॉजी में एक शिक्षक को स्टेज-2 से स्टेज-3 में प्रमोशन मिला है। हिंदी विभाग के डॉ. अमरेंद्र त्रिपाठी, आशुतोष पार्थेश्वर, डॉ. बसंत कुमार त्रिपाठी, डॉ. भूरे लाल, डॉ. बृजेश कुमार पांडेय, डॉ. कुमार वीरेंद्र सिंह, डॉ.राजेश कुमार गर्ग, डॉ. राकेश सिंह, डॉ. सुनील बिक्रम सिंह और के बनर्जी जलवायुकी एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के डॉ. शैलेंद्र राय को प्रोफेसर पद पर प्रोन्नत किया गया है।
पर्चा लीक से पहले 80 करोड़ का बंटवारा
विधि सिंह लखनऊ। सिपाही भर्ती और समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा पर्चा लीक मामले की जांच में एक और खुलासा हुआ है। पड़ताल में सामने आया है कि दोनों परीक्षाओं का पर्चा लीक कराने से पहले ही जाल में फंसे अभ्यर्थियों से 80 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली हो चुकी थी। कुछ समय में ही इतनी बड़ी रकम की बंदरबांट भी कर ली गई। करीब 70 करोड़ रुपये सिपाही भर्ती परीक्षा और करीब 10 करोड़ आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा पर्चा लीक कराने के नाम पर वसूले गए थे। एसटीएफ का दावा है कि आरोपी राजीव नयन मिश्र, शुभम मण्डल के अलावा कई और चेहरे ऐसे हैं, जिनकी दोनों परीक्षाओं का पर्चा लीक होने से पहले अभ्यर्थियों तक पहुंचने में अहम भूमिका रही थी।एसटीएफ ने सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक मामले के तीन मुख्य आरोपितों अभिषेक कुमार, शिवम गिरी और रोहित पाण्डेय को गुरुवार को गाजियाबाद में गिरफ्तार किया था। इसी दिन दूसरी टीम ने लखनऊ मुख्यालय में कई घंटे पूछताछ के बाद स्कूल मैनेजर सौरभ शुक्ला और बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे दिन सिपाही भर्ती परीक्षा में गिरोह के एक और अहम सदस्य डॉ. शुभम मंडल को पकड़ा गया। इसके बाद खुलासा हुआ था कि पर्चा लीक कराकर उसे हरियाण के एक रिजार्ट में करीब 1000 अभ्यर्थियों को मुहैया कराया गया। यहां प्रति अभ्यर्थी सात लाख रुपये पहले ही वसूल लिए गए थे।एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये खुलासे हो रहे हैं। इस दौरान गिरफ्तारी के बाद कुछ आरोपितों से जेल में भी बयान लिये गये। इस दौरान सामने आया कि पर्चा और उत्तर अभ्यर्थियों तक पहुंचने से पहले ही करोड़ों रुपये की रकम गिरोह तक पहुंच गई थी। इतनी बड़ी रकम को लेकर ही तय हुआ था कि इसे बांट लिया जाये। इसके बाद दो अलग-अलग जगहों पर बंदरबांट हुई। इसमें मुख्य भूमिका निभाने वाले आठ सदस्यों को ज्यादा रकम मिली, जबकि बाकी को काम के हिसाब से रकम दी गई।
छोटे शहरों से आई रकम लखनऊ में बटीं
गिरोह ने कई ऐसे एजेन्ट बना लिए थे, जिन्हें छोटे शहरों से अभ्यर्थियों से सम्पर्क करने को कहा गया था। इसके बाद अम्बेडकरनगर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, सीतापुर समेत कई जिलों में इन एजेन्ट ने अभ्यर्थियों को जाल में फंसाया। इनसे सात से 10 लाख रुपये तक वसूली की गई। ये रकम इन जिलों से पहले लखनऊ में आयी जो सौरभ शुक्ला और अरुण सिंह तक पहुंचायी गई। इसमें काफी रकम का लखनऊ में भी बंटवारा हुआ। इसमें भी राजीव नयन, रवि अत्री की अहम भूमिका रही। ये दोनों अभी फरार हैं। इन दोनों की गिरोह में अहम भूमिका रही और पर्चा लीक कराने में इनकी मदद कई जगह पर ली गई। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह और लाल प्रताप सिंह इन दोनों मामलों की जांच कर रहे हैं।
अब तक की पड़ताल
पर्चा लीक पर मुकदमे-178
गिरफ्तार किए आरोपी-396
एसटीएफ ने किए केस-12
एसटीएफ ने पकड़े-55
मुख्य आरोपी-9
लोकसेवा आयोग से पेपर प्रिंटिंग की मांगी जानकारी
प्रयागराज। सिपाही भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक करने वाले नकल माफियाओं का तार आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक से जुड़ा है। मुख्य आरोपियों का कनेक्शन सामने आया है। आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक खुलासा करने वाली एसटीएफ ने इसकी पुष्टि के लिए लोकसेवा आयोग से पत्राचार करके जानकारी मांगी है। उनसे पूछा है कि किस कंपनी से परीक्षा का पेपर प्रिंट कराया था। प्रिंटिंग कहां और कब हुई थी। किस एजेंसी की मदद से पेपर को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
उसकी निगरानी कैसे हो रही थी। इन बिंदुओं पर जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ की धरकपड़ तेज हो जाएगी।
लखनऊ एसटीएफ ने बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह और उसके साथी सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार कर आरओ-एआरओ पेपर लीक का खुलासा किया था। इस गैंग में शामिल अजय शर्मा, व्यापम घोटाले के आरोपी रहे डॉ. शरद सिंह, प्रयागराज के राजीव नयन समेत कई को एसटीएफ ने वांछित किया है। सीओ एसटीएफ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर प्रिंटिंग और संबंधित एजेंसी के कर्मचारियों की मिली भगत से लीक हुआ था। समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी के पेपर लीक में भी उसी तर्ज पर जांच की जा रही है। आरोपियों के पास से मिले पेपर अयोध्या व अमेठी के बने परीक्षा केंद्रों के थे। हर एंगल पर जांच की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में सिपाही ने शिक्षक को गोली मारी
मुजफ्फरनगर। रविवार देर रात मुजफ्फरनगर में एसडी इंटर कॉलेज के बाहर हेड कांस्टेबल ने शिक्षक की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। शिक्षक पुलिस गारद के साथ वाराणसी से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर यहां पहुंचे थे। देर रात तंबाकू मांगने के विरोध पर सिपाही ने घटना को अंजाम दिया।पुलिस ने सरकारी असलाहे के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गाड़ी में मौजूद दूसरे शिक्षक, दरोगा व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से पूछताछ की जा रही है। वहीं घटना के विरोध में शिक्षकों ने सरकुलर रोड पर जाम लगाकर हंगामा किया। हत्या के विरोध में मेरठ समेत आसपास के जिलों में शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। वाराणसी समेत पूर्वांचल के भी कई हिस्सों में शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। 14 मार्च को वाराणसी से डीसीएम में यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार पुलिसलाइन वाराणसी में तैनात दारोगा नागेंद्र सिंह चौहान व हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश के साथ चले थे। सहायता के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप भी उनके साथ थे। सभी लोग रविवार देर रात लगभग एक बजे मुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कालेज पहुंचे।शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार व हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश व दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वाहन में पीछे बैठकर आराम कर रहे थे। कहा जा रहा है कि हेड कांस्टेबल ने शराब पी रखी थी और वह लगातार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से तम्बाकू मांग रहा था। शिक्षक ने इस बात का विरोध किया तो दोनों के बीच बहस हो गई। हेड कांस्टेबल ने सरकारी काबाईन से शिक्षक पर गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी।
एनपीएस खाते के लिए अप्रैल से दोहरी सुरक्षा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के खाते में लॉगइन करने की प्रक्रिया में अप्रैल से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसके लिए दोहरी सुरक्षा व्यवस्था (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) लागू होगी। इसमें एनपीएस सदस्यों को आधार सत्यापन और मोबाइल पर आए ओटीपी के जरिए लॉगइन करना होगा।गौरतलब है कि यह नई व्यवस्था एक अप्रैल, 2024 से लागू हो जाएगी। पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए ने हाल ही में टू-फैक्टर ऑथिंटिकेशन को अनिवार्य किया है। नियामक का कहना है कि इससे एनपीएस खाते की सुरक्षा बढ़ेगी। खाते को सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसी (सीआरए) सिस्टम के जरिए संचालित किया जाता है। सीआरए सिस्टम एक वेब आधारित प्लेटफॉर्म है, जिसे एनपीएस से संबंधित कामों के लिए तैयार किया गया है।अंशधारक ऐसे कर सकेंगे इस्तेमाल पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए के मुताबिक, नई व्यवस्था के तहत आधार आधारित लॉग-इन सत्यापन को एनपीएस सदस्य के उपयोगकर्ता आईडी से जोड़ा जाएगा। इसके बाद अंशधारक के आधार से जुड़े निर्िष्ट मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को भी दर्ज करने के बाद राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के खाते में लॉगइन करने की सुविधा मिलेगी।
अभी यह है व्यवस्था
वर्तमान में एनपीएस सदस्यों को खाते में लॉगइन करने के लिए उपयोगकर्ता आईडी और पासवर्ड की जरूरत होती है। इनके माध्यम से ही खाते में लॉगइन करने के बाद किसी तरह का बदलाव और निकासी संभव होती है। अभी केंद्र और राज्य सरकारों के नोडल अधिकारी सीआरए सिस्टम में लॉग-इन करने के लिए पासवर्ड आधारित व्यवस्था पर निर्भर हैं। इसे और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए इसे आधार और ओटीपी सत्यापन से जोड़ा जाएगा।
ऐसे बढ़ेगी सुरक्षा
1. लॉगइन पासवर्ड, आधार सत्यापन और मोबाइल ओटीपी के जरिए आधार ही खाते को संचालित कर पाएंगे। कोई और इसे संचालित नहीं कर पाएगा।
2. लॉगइन प्रक्रिया के दौरान पांच बार गलत पासवर्ड दर्ज करने पर खाता लॉक हो जाएगा। दोबारा शुरू करने के लिए फिर से नया पासवर्ड बनाना होगा।
3. इसके लिए आईपिन के लिए अनुरोध करना होगा या पहले से दर्ज गुप्त सवालों के उत्तर देने की जरूरत पड़ेगी।
भाई-बहन के फेरे में सचिव निलंबित, वर-वधू पर केस
अड्डा बाजार (महराजगंज)। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अनुदान के लालच में भाई-बहन के फेरे कराने के मामले में बीडीओ लक्ष्मीपुर की रिपोर्ट पर डीडीओ ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। वहीं सत्यापन में लापरवाही पर मनरेगा के तकनीकी सहायक को ब्लॉक से हटाकर जिला मुख्यालय सम्बद्ध कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच-कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही फेरे लेने वाले भाई-बहन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है।जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश पर सीडीओ ने पूरे प्रकरण की जांच कराई।सीडीओ संतोष कुमार राय ने बताया कि लक्ष्मीपुर ब्लॉक में बीते 5 मार्च को सामूहिक विवाह में ग्राम पंचायत कजरी की युवती ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर अपने सगे भाई के साथ छद्म विवाह किया, जबकि उसकी शादी पहले ही चुकी थी। अनुदान के लालच में ऐसा किया गया। इस मामले में ग्राम विकास अधिकारी मिलिन्द चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। युवती की शादी के बाद भी आवेदन के सत्यापन में ग्राम पंचायत अधिकारी ने अनदेखी की। सामूहिक विवाह के काउंटर पर आरोपी का सत्यापन करने वाले तकनीकी सहायक मनरेगा इंद्रेश भारती को मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।दोनों के खिलाफ विभागीय जांच-कार्रवाई की जा रही है। साथ ही प्रभारी एडीओ समाज कल्याण चंदन पांडेय की तहरीर पर भाई-बहन के खिलाफ पुरंदरपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच कमेटी गठित
सीडीओ ने इस मामले में पीडी राम दरश चौधरी और लक्ष्मीपुर बीडीओ अमित मिश्रा की दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दो दिन में रिपोर्ट मांगी है।
कोट
भाई-बहन की शादी कराने के मामलें में जांच में प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। तकनीकी सहायक को जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। भाई-बहन के खिलाफ भी धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
संतोष कुमार राय, सीडीओ
शिक्षकों ने किया मूल्यांकन का बहिष्कार
मुजफ्फरनगर में शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या के विरोध में उतरे शिक्षक
शिक्षकों ने मूल्यांकन केंद्र तिलक इंटर कॉलेज पर कार्य का किया बहिष्कार
सरकार से दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग।
बांसी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ सिद्धार्थनगर ने केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर मुजफ्फरनगर में शिक्षक साथी धर्मेंद्र कुमार की पुलिसकर्मी की ओर से गोली मारकर हत्या करने के विरोध में सोमवार को यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों की जांच के लिए बने मूल्यांकन केंद्र तिलक इंटर कॉलेज पर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। साथ ही मृतक शिक्षक साथी के आत्मा की शांति के लिए शोक सभा का आयोजन कर शोक जताया। उन्होंने प्रदेश सरकार से दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।संघ के जिला मंत्री डॉ.हृदय नारायण मिश्र ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मूल्यांकन व संकलन कार्य में लगे सभी शिक्षकों व कर्मचारियों की सुरक्षा में संवेदनशील पुलिस कर्मियों को लगाया जाना चाहिए। किसी भी सभ्य समाज में इस प्रकार से की गई बर्बरता पूर्ण कृत्य बेहद शर्मनाक है। इस अवसर पर हरेंद्र बहादुर सिंह, राम निवास कुशवाहा, योगेंद्र सिंह, संतोष कुमार दुबे, गोपेश्वर प्रसाद चौबे, बाल गोविंद मौर्य, गिरीश चौधरी, जयराम यादव, फूलचंद गौंड़, डॉ.प्रकाश श्रीवास्तव, अशोक पाल, अमित कुमार, राकेश कुमार, राज वरुण, मनोज सिंह, आवेग शर्मा, अर्जुन कुमार आदि मौजूद रहे।
परीक्षकों ने किया मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार
शोहरतगढ़ संवाद के अनुसार वाराणसी जिले के एक शिक्षक की मुजफ्फरनगर में पुलिस की गोली से मौत के विरोध में माशिसं के आह्वान पर सोमवार को शिवपति इंटर कॉलेज में यूपी बोर्ड के बने मूल्यांक केंद्र पर जिलाध्यक्ष राम विलास यादव की अगुवाई में परीक्षकों ने उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया।जिलाध्यक्ष ने कहा कि वाराणसी के एक शिक्षक अपने साथियों व पुलिस कर्मियों के साथ यूपी बोर्ड की कॉपियों को विभिन्न जिलों के मूल्यांकन केंद्रों में उतारते हुए मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। यहां पर एक पुलिस कर्मी ने उन्हें गोली मार दी। इससे उनकी मौत हो गई। इससे नाराज शिक्षकों ने सोमवार को जिले में बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए बने तीनों केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई व मृतक शिक्षक के साथ इंसाफ नहीं होने तक बहिष्कार जारी रहेगा। इस दौरान गुलाब मौर्य, बैजनाथ चौरसिया, रामप्रताप सिंह, मकबूल आलम, शम्भू नाथ गुप्ता, रजनीरंजन, श्रीकांत राय, शेषनाथ, वीरेंद्र कुमार, प्रमोद पाल आदि परीक्षक उपस्थित रहे।
अब बीए डिग्रीधारक भी करेंगे एमएससी की पढ़ाई
लखनऊ। एमएससी की पढ़ाई के लिए सामान्य तौर पर बीएससी की डिग्री होना जरूरी है, लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत अब बीए करने वाले विद्यार्थी भी एमएससी में दाखिला ले सकेंगे। विवि ने अपने अधिनियम में इस संबंध में बदलाव कर दिया है।अगले सत्र से किसी भी स्ट्रीम में स्नातक करने वाले विद्यार्थी किसी भी विषय में परास्नातक की पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए उनको सिर्फ प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी। परीक्षा पास करने के बाद उन्हें उनकी पसंद की कक्षा में प्रवेश मिल जाएगा। इसमें उनकी स्नातक की डिग्री किस स्ट्रीम में है, इसका कोई मायने नहीं होगा। लविवि की डीन एकेडमिक्स प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने बताया कि नई शिक्षा नीति में पढ़ाई के लिए अनिवार्यता और नियमों के बजाय विद्यार्थी की पसंद को प्रमुखता दी गई है। ऐसे में अगर किसी विद्यार्थी की रुचि विज्ञान विषय में है,लेकिन उसने संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री हासिल नहीं की है तो भी वह अपनी पसंद के विषय की पढ़ाई कर सकेगा।
फिलहाल एक वर्षीय पीजी कोर्स में मिलेगी सुविधा
प्रो. गीतांजलि ने बताया कि फिलहाल नई व्यवस्था एक वर्षीय परास्नातक पाठ्यक्रम में लागू की गई है। इसमें दाखिला उन विद्यार्थियों को मिलेगा, जिन्होंने चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की डिग्री हासिल की है। इन विद्यार्थियों के लिए पीजी पाठ्यक्रम सिर्फ एक वर्ष का ही होगा। इसके बाद यह व्यवस्था दो वर्षीय पीजी पाठ्यक्रम पर भी लागू हो जाएगी।
शिक्षकों की हत्या के विरोध में मूल्यांकन का बहिष्कार
प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियां वाराणसी से लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के विरोध में शिक्षकों ने जिले सभी नौ मूल्यांकन केंद्रों में कार्य बहिष्कार कर दिया है। राजकीय इंटर कॉलेज में सैकड़ों शिक्षकों ने नारेबाजी की। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी, शिक्षक नेता रामेश्वर पांडेय व रविभूषण आदि ने धर्मेन्द्र कुमार के परिजनों को उचित मुआवजा, मूल्यांकन ड्यूटी में लगे शिक्षकों को समुचित सुरक्षा देने की मांग उठाई। एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, केपी इंटर कॉलेज, केसर विद्यापीठ, भारत स्काउट एवं गाइड आदि स्कूलों में भी शिक्षकों ने बहिष्कार किया और कॉपियां नहीं जांची। गौरतलब है कि धर्मेन्द्र के साथ ड्यूटी कर रहे आरक्षी ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी है।
लखनऊ- रोड के किनारे बनी दुकानों में लगी भीषण आग,रजाई गद्दों, कोल्हू और अंडे की दुकान आई जद में,तीनों दुकानों के अंदर रखा सामान जलकर हुआ खाक,मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने आग पर पाया काबू,गोमतीनगर के खरगपुर गीतापुरी इलाके का है पूरा मामला।
लखनऊ- अब बिल पर्चे के बाद भी हर गाड़ी की होगी चेकिंग,धड़पकड़ के लिए संयुक्त टीमें की गई हैं गठित,फल, परचून व दवा की पेटियों में शराब की तस्करी,चुनाव का एलान होने के साथ ही शराब तस्कर सक्रिय।
लखनऊ- पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की संपत्ती जब्त,लखनऊ, नोएडा, गोरखपुर की 31 करोड़ की संपत्ति जब्त,गंगोत्री इंटरप्राइजेज की 30.86 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त,ईडी ने सोमवार को संपत्तियों को जब्त कर लिया,बैंकों का 754 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में कार्रवाई।
लखनऊ- हत्या के विरोध में शिक्षकों ने नहीं जांची बोर्ड की कॉपियां,मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या से भड़के, कार्रवाई की मांग,सिपाही द्वारा शिक्षक की हत्या का किया है विरोध,राजधानी के सभी मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपी जांचने का काम बंद रहा।
लखनऊ-विशेष सुरक्षा बल को मिलेंगे खास हथियार,पिस्टल सब मशीन गन और असॉल्ट राइफल मिलेंगे,यूपीएसएसएफ प्रदेश सरकार देगी अत्याधुनिक हथियार,हथियार खरीदने के लिए 23 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर,हथियारों के साथ सुरक्षा उपकरण भी कराई जाएगा मुहैया।
लखनऊ- लोकसभा 2024 चुनाव में महिलाओं की रहेगी भागीदारी
सपा ने अब तक 6 महिलाओं को दिया टिकट
कैराना से इकरा हसन, हरदोई से उषा वर्मा को टिकट
गोंडा से श्रेया वर्मा, मैनपुरी से डिंपल यादव को टिकट
उन्नाव से अनु टंडन, गोरखपुर से काजल निषाद को टिकट
बीजेपी ने भी महिला प्रत्याशियों को दिया टिकट
अमेठी से स्मृति ईरानी, मथुरा से हेमा मालिनी को टिकट
धौरहरा से रेखा वर्मा, फतेहपुर से साध्वी निरंजन को टिकट
लालगंज से नीलम सोनकर को दिया गया टिकट
अपना दल सोनेलाल से अनुप्रिया पटेल का भी लड़ना तय
अभी और भी कई महिलाओं को टिकट मिलने की संभावना
कांग्रेस,BSP की सूची में भी महिलाओं को मिल सकती है प्राथमिकता।
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