10/02/2023

अवध सूत्र

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अवध सूत्र पर बड़ी ख़बरे

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अवध सूत्र पर बड़ी ख़बरे

यूपीपीएससी:पीसीएस मेंस में 1070 अभ्यर्थी सफल, यूपीपीएससी ने घोषित किया पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट
पीसीएस मुख्य परीक्षा पिछले साल 27 सितंबर से एक अक्तूबर तक लखनऊ, प्रयागराज एवं गाजियाबाद के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में की गई थी आयोजित
कुछ पदों के लिए न्यूनतम अर्हता मानक धारित न करने के कारण नियत अनुपात में अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हुए
प्रयागराज।सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस)-2022 की मुख्य परीक्षा में 1070 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने बृहस्पतिवार को पीसीएस मेंस-2022 का परिणाम जारी कर दिया। रिजल्ट आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।पीसीएस मुख्य परीक्षा पिछले साल 27 सितंबर से एक अक्तूबर तक लखनऊ, प्रयागराज एवं गाजियाबाद के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में आयोजित की गई थी। परीक्षा में 5311 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। मुख्य परीक्षा के आधार पर 383 पदों के मुकाबले नियमानुसार 1070 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किया गया है।कुछ पदों के लिए न्यूनतम अर्हता मानक धारित न करने के कारण नियत अनुपात में अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हुए। आयोग के प्रभारी सचिव विनोद कमार गौड़ के अनुसार परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के प्राप्तांक, कटऑफ अंक आदि की सूचनाएं परीक्षा के अंतिम चयन परिणाम के बाद जारी की जाएंगी। इस बारे में सूचना का अधिकार के तहत प्रार्थनापत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे।उत्तर प्रदेश के बाहर की महिला अभ्यर्थियों का परिणाम उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उच्च न्यायालय में दाखिल विशेष अपील पर पारित अंतिम निणय के अधीन रहेगा। मुख्य परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थी जिन-जिन पदों के लिए सफल घोषित हुए हैं, उन पदों के लिए अधिमान्यता एवं साक्षात्कार के बार में अलग से सूचना जारी की जाएगी।
अप्रैल के मध्य तक आ सकता है अंतिम परिणाम
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तैयारी है कि इस बार संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के अंतिम चयन परिणाम से पहले पीसीएस का अंतिम चयन परिणाम जारी किया जाए। आयोग मार्च में इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी कराने की तैयारी में है, ताकि अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह में अंतिम चयन परिणाम जारी किया जा सके।
पीसीएस 2023 का विज्ञापन भी जल्द
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग फरवरी के तीसरे सप्ताह में पीसीएस-2023 की भर्ती का विज्ञापन जारी कर सकता है। अभ्यर्थियों को इस विज्ञापन का बेसब्री से इंतजार है। अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे थे कि पीसीएस मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटाए जाएं और इसकी जगह उत्तर प्रदेश पर आधारित प्रश्नपत्र शामिल किए जाएं, ताकि स्केलिंग का विवाद हमेशा के लिए समाप्त हो जाए।सूत्रों का कहना है कि आयोग ने इस बाबत एक प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब विज्ञापन जारी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि अभ्यर्थियों की मांग पूरी होती है या नहीं।
लोहिया की नर्सिंग भर्ती परीक्षा सात केंद्रों में रद्द,तकनीकी खराबी के चलते रद्द करनी पड़ी परीक्षा
जल्द ही इन केंद्रों में पंजीकृत अभ्यर्थियों के लिए नई परीक्षा की तारीख घोषित की जाएगी
सर्वर डाउन होने व कम्प्यूटर हैंग करने समेत तमाम दिक्कतें होने पर भड़का अभ्यर्थियों का गुस्सा
लखनऊ। लोहिया संस्थान में नर्सिंग भर्ती परीक्षा विवादों में आ गई है। देश भर के 92 सेंटरों में गुरुवार को नर्सिंग भर्ती परीक्षा प्रस्तावित थी। इसमें 58 सेंटर यूपी में बनाए गए हैं। तकनीकी खराबी आ गई। ऑनलाइन परीक्षा के लिए कम्प्यूटर ने धोखा देना शुरू कर दिया। इससे परीक्षार्थियों का गुस्सा भड़क उठा।अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया। दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। आनन-फानन संस्थान प्रशासन ने परीक्षा बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक की। सात केंद्रों की परीक्षा रद्द कर दी। संस्थान प्रशासन ने इन सेंटरों में दोबारा परीक्षा कराने का फैसला किया है।स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा के लिए देश भर में 92 केंद्र बनाए गए थे। इसमें करीब 43827 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। नर्सिंग के 431 पदों की भर्ती परीक्षा दो शिफ्ट में थी। सुबह 10 से 12 परीक्षा शुरू हुई।
पहले बंद फिर अपने आप ऑन हुआ कम्प्यूटर
देश के अलग-अलग प्रदेशों के सात सेंटरों में कम्प्यूटर में परेशानी महसूस हुई।अभ्यर्थियों ने शिकायत की। आधे घंटे बीतने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। कई कम्प्यूटर हैंग हो गए।की-बोर्ड व माउस ने काम करना बंद कर दिया। इसी दौरान कई सेंटरों में बिजली गुल हो गई। इससे कम्प्यूटर शट डाउन हो गया। यानी बैटरी बैकअप तक का इंतजाम नहीं किया गया था। कई केंद्रों में तो कम्प्यूटर अपने आप ही ऑन हो गए। उसमें गतिविधियां शुरू हो गईं।
सात केंद्रों की परीक्षा रद्द
तकनीकी खराबी का पता चलने के बाद संस्थान प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन भर्ती परीक्षा की कोर कमेटी की बैठक बुलाई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. एपी जैन ने बताया कि सात परीक्षा केंद्रों में तकनीकी खामी की वजह से उम्मीदवार परीक्षा ठीक से नहीं दे पाए। संस्थान ने इन केंद्रों पर अभ्यर्थियों को हो रही परेशानी को ध्यान में रखते हुए इन सात केंद्रों पर सुबह की पाली में पंजीकृत अभ्यर्थियों की परीक्षा बाद में कराने का निर्णय लिया गया है। जिसकी तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी निभाने वाली कंपनी एडुटेस्ट सैल्युशन ने इन केंद्रों पर तकनीकी खराबी दोपहर तक ठीक करने का दावा किया। इसके बाद परीक्षा का समय बदल दिया गया। एक घंटे देरी से परीक्षा कराई गई। शाम तीन से पांच बजे तक परीक्षा सम्पन्न कराई गई।
गुजरात की कंपनी को मिला था ठेका
लोहिया संस्थान में 10 साल बाद गैर शैक्षिक संवर्ग की नियमित भर्तियां कराने का फैसला हुआ। 568 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था। इसमें 431 नर्सिंग व 137 अन्य संवर्ग के पद हैं। संस्थान प्रशासन ने दो चरणों में परीक्षा कराने का फैसला किया। पहले चरण में नर्सिंग की परीक्षा गुरूवार को हुई। इसमें 43824 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। बाकी 137 पदों पर लगभग 5000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। अभी इन पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा की तारीख घोषित नहीं की गई है। एडुटेस्ट सल्यूशन एजेंसी को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। यह एजेंसी गुजरात के अहमदाबाद की है। जीईएम पोर्टल के माध्यम से एजेंसी को टेंडर दिया गया है।
इन केंद्रों में रद्द हुई परीक्षा
-द्रोण इंटरनेशनल स्कूल, अलीगढ़
-राधा कृष्ण ऑनलाइन परीक्षा केंद्र, आगरा
-इंदर सिंह पब्लिक स्कूल, दिल्ली
-आनंद प्रौद्योगिकी संस्थान, आगरा
-इंडियन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, दिल्ली
-गोल्डन फ्यूचर प्वाइंट, गोरखपुर
-राजधानी डिजिटल जोन, दिल्ली।
एकेटीयू में एमबीए और एमसीए की परीक्षा आज से
23 जिले में बनाए गए हैं 58 परीक्षा केंद्र
करीब 15 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के एमबीए और एमसीए अंतिम वर्ष के विषम तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आज से शुरू हो रही है। परीक्षा के लिए पूरे प्रदेश के 23 जनपदों में 58 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें करीब 15 हजार परीक्षार्थी बैठेंगे। गुरूवार को तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
प्रवेश पत्र किया गया जारी
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने परीक्षा शुचितापूर्ण ढंग से कराने का निर्देश दिया। परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया गया है। 23 जनपदों में बने 58 केंद्रों पर सीसीटीवी से परीक्षार्थियों पर नजर रखी जाएगी।परीक्षा दो पाली में होगी। पहली पाली सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होगी जबकि दूसरी पाली दोपहर ढाई बजे से चलेगी। लखनउ में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं। हर केंद्र पर दो ऑब्जर्वर भी तैनात हैं। यह परीक्षा एक मार्च तक चलेगी।
शिक्षकों की समस्या को लेकर लुआक्टा का धरना आज
लखनऊ। नारी शिक्षा निकेतन पीजी कॉलेज के शिक्षकों की समस्या को लेकर शिक्षक संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी है। लुआक्टा के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि महाविद्यालय प्रबंधतंत्र शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहा है। शिक्षकों को प्रोन्नति, अवकाश, परीक्षा अवदि बढ़ाने, वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस मुद्दे को लेकर लुआक्टा शुक्रवार को क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देगा। लुआक्टा अध्यक्ष ने कहा है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 11 फरवरी को आगे की रणनीति तय की जाएगी। लुआक्टा अध्यक्ष ने कहा कि 16 फरवरी से प्रस्तावित विश्वविद्यालय परीक्षा के बहिष्कार का फैसला भी लेना पड़ सकता है।
आज पार्ट टाइम पीएचडी फॉर्म भरने की आखिरी तारीख
लखनऊ। एलयू सत्र 2022-23 के पार्ट टाइम पीएचडी फॉर्म भरने का आखिरी दिन शुक्रवार है। 44 सीटों के लिए ऑनलाइन आवेदन की शुरूआत 25 जनवरी से हुई थी। एलयू पीआरओ डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव के मुताबिक जनरल, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के अभ्यर्थियों को 2000 रुपये फीस जमा करनी है। वहीं एससी/एसटी और दिव्यांग अभ्यर्थियों को 1000 रुपये फीस जमा करनी है।
यूजीसी के पर्यावरण पाठ्यक्रम से रोजगार का सृजन : एबीवीपी
लखनऊ। एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि यूजीसी के पर्यावरण संबंधी पाठ्यक्रम से स्नातक स्तर पर छात्र पर्यावरण से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक हो सकेंगे। साथ ही पर्यावरण विषय के विशेषज्ञ अभ्यर्थियों हेतु अधिक संख्या में नए रोजगार का सृजन भी होगा। वहीं विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय संयोजक राहुल गौड़ ने कहा कि विकासार्थ विद्यार्थी की नर्मदा अध्ययन यात्रा, वृक्ष मित्र अभियान, पर्यावरण संगोष्ठियां, सागर स्वच्छता अभियान, अपशिष्ट प्रबंधन, जल‌ संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा पर शैक्षणिक परिसरों में रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरणीय मूल्यों के प्रति युवाओं को सजग करने का निरंतर कार्य कर रही है।
सात करोड़ से अधिक बच्चे आज खाएंगे कीड़े की दवा
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आज, 7.15 करोड़ बच्चों को एलबेंडाजाल खिलाने का लक्ष्य
लखनऊ। प्रदेश में शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को दवा खिलाने का अभियान चलेगा। इस दिवस पर 56 जिलों में एक वर्ष से 19 वर्ष तक 7.15 करोड़ बच्चों एवं किशोर किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा यानि पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबंधक डा. मनोज शुक्ल ने बताया कि जनपदों में स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकत्री की मदद से एक से पांच वर्ष तक के पंजीकृत बच्चों और 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बालक-बालिकाओं को दवा खिलाई जाएगी। वहीं 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं को उनके शिक्षकों के माध्यम से दवा सेवन सुनिश्चित किया जाएगा। किशोर जुबेनाइल होम में प्रभारी अधीक्षक के माध्यम से किशोरों को दवा खिलाई जाएगी। डा. शुक्ल ने बताया कि यह दवा चबाकर खानी है। किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त बच्चे या किशोर को दवा नहीं खिलाई जाएगी। कृमि मुक्ति दिवस पर दवा सेवन से छूटे बच्चों एवं किशोर-किशोरियों के लिए 13 से 15 फरवरी को मापअप राउंड आयोजित होगा। अभियान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना आवश्यक है। यह दवा तत्काल सामने ही खानी है। किसी भी बच्चे या परिजन को बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी।
गत वर्ष 74 फीसदी से अधिक ने खाई थी दवा
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई में कृमि मुक्ति अभियान के दौरान प्रदेश सभी 75 जनपदों के 820 ब्लॉकों एवं 70 शहरी क्षेत्रों में दवा खिलाई गई। इस दौरान 9 करोड़ 41 लाख 30 हजार 379 बच्चों एवं किशोर किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य था। वहीं अभियान के दौरान कुल 7 करोड़ चार लाख 12 हजार 81 लोगों को दवा खिलाई गई। यानि 74.8 प्रतिशत लक्षित बच्चों एवं किशोर किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा खिलाई गई थी।
848 राजकीय विद्यालय को मिला ए ग्रेड
बरेली। राजकीय स्कूलों को विकसित करने की तमाम कवायद के बाद भी पूरे प्रदेश में सिर्फ 36.9 फीसदी स्कूलों को ही ए ग्रेड हासिल हुआ है। स्कूल ग्रेडिंग एनालाइसिस रिपोर्ट में यह आकंड़ा सामने आया है। प्रदेश के तमाम जिलों में तो एक भी स्कूल को ए ग्रेड नहीं मिला है। बरेली मंडल में सिर्फ एक राजकीय हाईस्कूल तालगौटिया को ए ग्रेड मिला है।राजकीय माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के उद्देश्य से ग्रेडिंग सिस्टम शुरू किया गया है। ग्रेड देते समय स्कूल के रिजल्ट, लक्ष्य के अनुरूप पाठ्यक्रम को पूरा करना, स्कूल में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, भौतिक संसाधन, स्कूल का सौंदर्यकरण आदि के अंक दिए जाते हैं। पूरे प्रदेश में 2295 राजकीय विद्यालयों में से 36.9 फीसदी यानी कि 848 को ए ग्रेड मिला है। 1174 स्कूलों को ग्रेड बी से सन्तोष करना पड़ा। ग्रेड सी प्राप्त करने वाले स्कूलों की संख्या 265 है, जबकि आठ स्कूलों को ग्रेड डी मिला है।
ई ग्रेड किसी भी स्कूल को नहीं मिला है। स्कूल की ग्रेडिंग ऑनलाइन भी देखी जा सकती है। छात्र ऑनलाइन ही स्कूल की सुविधाओं को जान सकते हैं। उसके आधार पर वो प्रवेश लेने के विषय में फैसला कर सकते हैं।
ग्रेडिंग के आधार पर ही शासन भविष्य में स्कूलों को सुविधाएं मुहैया कराएगी।
बरेली मंडल में सिर्फ ताल गौटिया स्कूल उत्कृष्ट
बरेली जिले में सिर्फ राजकीय हाईस्कूल तालगौटिया को ए ग्रेड मिला है। यह मंडल का भी इकलौता ए ग्रेड स्कूल है। इसे 160.97 अंक प्राप्त हुए हैं। इसका पूरा श्रेय प्रधानाध्यापक डॉ. सुभाष चंद्र मौर्य और उनकी टीम को जाता है जिन्होंने सरकारी मदद के साथ-साथ निजी संसाधनों से भी स्कूल को विकसित किया है। बरेली में 31 स्कूलों को बी ग्रेड, 21 स्कूलों को सी ग्रेड और 8 स्कूलों को डी ग्रेड दिया गया है। शहर मुख्यालय के साथ-साथ आसपास के राजकीय इंटर कॉलेज भी ए ग्रेड नहीं पा सके। पीलीभीत में ग्रेड ए में कोई विद्यालय नहीं है। जबकि ग्रेड बी में 16, ग्रेड सी में 12 और ग्रेड डी में एक विद्यालय है।शाहजहांपुर में 53 राजकीय स्कूलों में से किसी को भी ए ग्रेड नहीं मिला है। बदायूं में 35 राजकीय कॉलेज में से 19 को बी श्रेणी, 14 को सी श्रेणी और दो को डी श्रेणी में शामिल किया गया है। ए श्रेणी में कोई कॉलेज शामिल नहीं है।
प्रयागराज-गोरखपुर में कोई ए ग्रेड स्कूल नहीं
प्रयागराज में 34 राजकीय स्कूल हैं। किसी को भी ए ग्रेड नहीं मिला है। 25 राजकीय स्कूलों को बी और 9 को सी ग्रेड मिला है। गोरखपुर में 24 राजकीय स्कूल हैं, इनमें से किसी को ए ग्रेड नहीं मिला। सबसे ज्यादा 151.87 अंक राजकीय जबुली इंटर कॉलेज को मिले हैं। उसे बी ग्रेड मिला है। गोरखपुर मंडल के चारों जिलों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज में कुल मिलाकर 91 विद्यालय हैं, लेकिन ए ग्रेड किसी को नहीं मिला है।
मारपीट करने वालीं शिक्षिकाओं का वेतन रोका, हंडिया में संबद्ध
मऊआइमा। प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका एवं सहायक अध्यापिका के बीच मारपीट और बच्चों के घायल होने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दोनों का वेतन रोकते हुए विद्यालय से हटाकर हडिया ब्लॉक में संबद्ध कर दिया है। प्रथम दृष्टया विद्यालय का वातावरण दूषित होने के आरोप में यह कार्रवाई की गई। मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी मऊआइमा कर रही हैं।मऊआइमा के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर खास में दो दिन पहले प्रधानाध्यापिका कामिनी गौड़ और प्रियंका श्रीवास्तव के बीच हाथापाई हुई। इस दौरान सहायक अध्यापिका के द्वारा दो बच्चे भी जख्मी हो गए। घटना के बाद खंड शिक्षा अधिकारी ममता सरकार मौके पर पहुंची और दोनों अध्यापकों को अपने साथ ले गईं। जानकारी होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी ने गुरुवार को दोनों शिक्षिकाओं का वेतन रोकते हुए उन्हें मऊआइमा से हटाकर हंडिया ब्लॉक से संबद्ध कर दिया है।अगले आदेश तक प्रधानाध्यापिका कामिनी गौड़ हंडिया के तालागांव तथा सहायक अध्यापिका प्रियंका श्रीवास्तव मखरा दलित बस्ती के विद्यालयों में कार्य करेंगी। खंड शिक्षा अधिकारी मऊआइमा को जांच अधिकारी बनाया गया है एबीएसए मऊआइमा के मुताबिक प्रथम दृष्टया विद्यालय का शैक्षिक वातावरण दूषित
सीजीएल टियर वन का आया    परिणाम, 3.5 लाख सफल
प्रयागराज। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने गुरुवार को संयुक्त स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (सीजीएल) 2022 टियर-1 का परिणाम घोषित कर दिया। इसमें साढ़े तीन लाख से अधिक अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जो अब दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल होंगे।सफल और असफल छात्रों का अंक 22 फरवरी को जारी किया जाएगा। पहले चरण की परीक्षा एक से 13 दिसंबर तक ऑनलाइन मोड में कराई गई थी। इसके जरिए केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों और मंत्रालयों में 37409 रिक्त पदों के लिए चयन किया जाएगा। देशभर से करीब 31 लाख युवाओं ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया था। इनमें से 924110 अभ्यर्थी मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले यूपी और बिहार के थे। इनमें से 50 प्रतिशत यानी 464583 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। आयोग ने सफल अभ्यर्थियों की तीन सूची जारी की गई है। पहली सूची में 25071 वो अभ्यर्थी हैं, जो असिस्टेंट ऑडिट आफिसर, असिस्टेंट अकाउंट आफिसर (एएओ) के लिए सफल हुए हैं। दूसरी सूची में जूनियर स्टैटिस्टिकल आफिसर (जेएसओ) के लिए सफल 1149 अभ्यर्थी हैं।
ओबीसी, अनारक्षित का कटऑफ एक समान
इस भर्ती में पदों की संख्या ज्यादा होने के चलते कटऑफ काफी नीचे आ गया है। खास बात यह है कि अनारक्षित और ओबीसी दोनों श्रेणी का कटऑफ अंक एक समान यानी 114.27651 अंक है। सीजीएल टियर-2 की परीक्षा दो से सात मार्च के मध्य प्रस्तावित है। जिसके लिए प्रवेश पत्र जल्द जारी कर दिए जाएंगे।
मदरसा बोर्ड परीक्षा के आवेदन 19 फरवरी तक
लखनऊ। मदरसा शिक्षा परिषद की सेकेण्ड्री, सीनियर सेकेण्ड्री, कामिल एवं फाजिल वर्ष 2023 की परीक्षा के आवेदन फार्म भरने की अन्तिम तिथि 19 फरवरी तक बढ़ा दी है। परीक्षा शुल्क जमा करने की अन्तिम तिथि 10 फरवरी है। रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह ने बताया कि मदरसे के प्रधानाचार्य द्वारा आवेदन पत्रों को मदरसा पोर्टल पर लॉक करने की अन्तिम तिथि 17 फरवरी की गई है।
अब चलेंगी तेज हवाएं फिर चढ़ेगा तापमान
कानपुर। रात-दिन के तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला फिलहाल जारी रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। गुरुवार को दिन के तापमान में 04.4 डिग्री की वृद्धि हुई लेकिन रात का पारा 02 डिग्री गिर गया। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार से रविवार तक तेज हवाएं चलेंगी।सात फरवरी को अधिकतम पारा 30.8 तक चला गया। अगले ही दिन बुधवार को 24 डिग्री पर आ गया। फिर गुरुवार को तापमान 04.4 डिग्री बढ़कर 28.4 डिग्री पर पहुंच गया जो सामान्य से 05.4 डिग्री अधिक है। रात के तापमान में 02 डिग्री की कमी आई और तापमान 12.4 से 10.4 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से 02 डिग्री अधिक है। उत्तर पश्चिमी तेज हवाएं चलने के बावजूद तापमान में वृद्धि जारी है। हवा की रफ्तार 20 किमी प्रति घंटा तक रही। पर इससे तापमान में कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। धूप चढ़ने से नमी का प्रतिशत भी कम होने लगा है। पश्चिमी विक्षोभ के पहले बढ़ने और फिर असर कम होने के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में वृद्धि होगी। इसके बाद जब पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो जाएगा तो फिर तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
साइंस व इंजीनियरिंग में लड़कियों का रुझान बढ़ा
नई दिल्ली। अब बेटियों की साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (स्टेम) जैसे पाठ्यक्रमों में दिलचस्पी बढ़ रही है।अमूमन माना जाता रहा है कि लड़कियों का झुकाव आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज पाठ्यक्रमों की तरफ ज्यादा होता है। दरअसल सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप को पिछले साल स्टेम पाठ्यक्रमों के विस्तारित किया गया था। इसके बाद इसमें आवेदको की संख्या 16 गुना तक बढ़ गई है।पिछले साल से यह छात्रवृत्ति अपने माता-पिता की उन इकलौती बेटियों को भी दी जाने लगी, जो स्टेम यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनयिरिंग और मैथ्स में पढ़ाई करना चाहती हैं। यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार ने बताया कि स्टेम पाठ्यक्रमों को भी छात्रवृत्ति के दायरे में लाने के बाद सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप के लिए आवेदन करने वाली लड़कियों की संख्या 16 गुना बढ़ गई। सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप योजना उन लड़कियों के लिए है, जो अपने माता-पिता की इकलौती बेटी हैं। पिछले साल 5 सितंबर के दिन विस्तारित किए गए सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप योजना को पहले आर्ट्स और सोशल साइंसेज की छात्राओं को दिया जा रहा था।
60 फीसदी उम्मीदवारों ने चुना स्टेम
फेलोशिप के लिए चयनित 60 फीसदी लड़कियां साइंस, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में रिसर्च की पढ़ाई कर रही हैं। इसमें दूरस्थ इलाकों जैसे अंडमान निकोबार द्वीप से एक और उत्तरपूर्वी राज्यों से 89 लड़कियां भी हैं, जिन्हें फेलोशिप के लिए चुना गया। फेलोशिप पाने वालों में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के उम्मीदवार भी शामिल हैं।
परीक्षा कराएंगे डॉक्टर व फार्मासिस्ट, इलाज होगा ठप
गोरखपुर। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को कराने की जिम्मेदारी आयुर्वेद विभाग के डॉक्टरों और फार्मासिस्ट को मिली है। विभाग में तैनात सभी डॉक्टरों और फार्मासिस्टों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगा दी गई है। जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है।इससे जिले के सभी आयुर्वेद चिकित्सालय बंद हो जाएंगे। बोर्ड ड्यूटी से हलकान चिकित्सकों ने जिला प्रशासन से सिर्फ फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाने की मांग की है। इसको लेकर चिकित्सकों ने गुरुवार को प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हो रही हैं। शुक्रवार को बोर्ड परीक्षा में लगे स्टेटिक मजिस्ट्रेट व केंद्राध्यक्षों की ट्रेनिंग भी है। इस परीक्षा को कराने में आयुर्वेद विभाग के सभी चिकित्सक व फार्मासिस्ट भी शामिल हो गए हैं।जिला प्रशासन की तरफ से जारी सूची में विभाग में तैनात सभी चिकित्सकों और फार्मासिस्टों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगा दी गई है। बताया जाता है कि इस बोर्ड परीक्षा में विभाग से भी डॉक्टरों की ड्यूटी लगी है। हालांकि होम्योपैथी के सिर्फ 14 डॉक्टरों की ही ड्यूटी लगी है। जबकि विभाग में 38 डॉक्टर तैनात हैं।
बंद हो जाएंगे अस्पताल
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. प्रभाशंकर मल्ल ने बताया कि जिले में 44 राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय संचालित हैं। इसमें 32 डॉक्टर और 34 फार्मासिस्ट हैं। तीन चिकित्सालय में अभी डॉक्टरों के पद सृजित नहीं हुए हैं। चार चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट और दो स्टाफ नर्स की ड्यूटी आयुष विवि में है। जनपद में 11 डॉक्टरों और 10 फार्मासिस्टों के पद रिक्त हैं। अब सभी डॉक्टरों की ड्यूटी लगने से अस्पताल बंद होंगे, मरीजों को लौ
राज्य और जिला स्तर के कंट्रोल रूम से परीक्षा पर पैनी नजर
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 फरवरी से प्रस्तावित है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए गुरुवार को जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में सेंट एंथोनी कॉलेज में केंद्र व्यवस्थापकों संग बैठक हुई। जनपद के 328 केंद्रों पर होने वाले सेंटरों की निगरानी के लिए तीन सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी स्तर के आठ जोनल मजिस्ट्रेट, खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार सहित 25 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं।डीएम संजय कुमार खत्री ने कहा कि किसी भी स्तर पर नकल नहीं होनी चाहिए। निगरानी के लिए राज्य और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। जनपदीय कंट्रोल रूम से सभी केंद्रों को जोड़ा गया है। यदि परीक्षा ड्यूटी में शिथिलता मिली तो कड़ी कार्रवाई होगी। परीक्षा केंद्रों पर आवश्यक पुलिस बल भी तैनात रहेंगे। वे अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों की सुरक्षा का भी दायित्व निभाएंगे। डीआईओएस पीएन सिंह ने बताया कि प्रत्येक केंद्र पर पेयजल, शौचालय, बिजली, जनरेटर आदि की व्यवस्था गई है। सभी स्टेटिक मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाए जाने के साथ मौजूद रहेंगे।
मुक्त विश्वविद्यालय में जनवरी सत्र के लिए प्रवेश प्रारंभ
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में जनवरी 2023 सत्र में दाखिले का आगाज गुरुवार को हो गया है। जनवरी सत्र में डिप्लोम, सार्टिफिकेट और जागरूकता पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश होगा। दाखिले की अंतिम तिथि 31 मार्च तय की गई है। इस दौरान प्रवेश सत्र जुलाई 2022 में सर्वाधिक प्रवेश के लिए क्षेत्रीय केंद्र समन्वयकों, प्रवेश अनुभाग के कर्मचारियों एवं 1000 से अधिक छात्र संख्या वाले 25 अध्ययन केंद्रों के समन्वयकों को सम्मानित किया गया। कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने प्रवेश विवरणिका सत्र 2022-2023 का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष पर सर्वाधिक संख्या में प्रवेश होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। सीमित साधनों में हमें प्रदेश के गांव गांव तक पहुंचना है। यह काम हमारे क्षेत्रीय समन्वयक एवं अध्ययन केंद्रों के समन्वयक बहुत अच्छे ढंग से कर सकते हैं। कुलसचिव कर्नल विनय कुमार एवं परीक्षा नियंत्रक देवेन्द्र प्रताप सिंह ने केंद्र समन्वयकों के प्रयास की सराहना की। प्रवेश प्रभारी डॉ ज्ञान प्रकाश यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर परविंद्र कुमार वर्मा, डॉ. मनोज कुमार बलवंत आदि मौजूद रहे।
फीस जमा नहीं होने पर मासूम को हाथ उठाकर चार घंटे खड़ा किया, पैरालाइज का हुआ शिकार
वार्ता,बलिया:यूपी के बलिया में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक बड़े कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा एक के छात्र को फीस नहीं जमा करने पर चार घंटे हाथ उठाकर खड़े रहने की सजा दी गई। इससे छात्र बेहोश होकर गिर पड़ा और पैरालाइज का शिकार हो गया है। छात्र के पिता की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल प्रबंधक सहित तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है। तीनों की गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस लगी है। पुलिस के अनुसार रसड़ा कस्बे में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के एक छात्र के पिता सेराज अख्तर का आरोप है कि कक्षा एक में पढ़ने वाले उसके बेटे अयाज अख्तर (7) को फीस नहीं जमा करने पर 27 जनवरी को क्लास रूम में चार घंटे तक दोनों हाथ उठाकर खड़ा कर प्रताड़ित किया गया। इस प्रताड़ना के कारण अयाज बेहोश होकर गिर गया और पैरालाइज का शिकार हो गया है।मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने विद्यालय के प्रबंधक प्रद्युम्न वर्मा, प्रधानाचार्य सत्येंद्र पाल और टीचर अफसाना के खिलाफ कई धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस उपाधीक्षक शिव नारायण वैस ने गुरुवार को बताया कि रसड़ा कस्बे के सेराज अख्तर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
वाह्य परीक्षक के तौर पर तैनात होंगे बेसिक के 2400 शिक्षक
बस्ती। बेसिक शिक्षा परिषद के लगभग 2400 शिक्षक माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की परीक्षा वर्ष-2023 में कक्ष निरीक्षक की जिम्मेदारी संभालेंगे। यह शिक्षक परीक्षा केंद्रों पर बतौर वाह्य कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद के विभिन्न विद्यालयों के 617 शिक्षकों की भी सूची तैयार की गई है। यह शिक्षक भी दूसरे विद्यालयों में ड्यूटी करेंगे।यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले के 152 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक परीक्षा केंद्र के परीक्षा कक्ष में एक आंतरिक के साथ एक बाहरी कक्ष निरीक्षक को तैनात किया जाना जरूरी है। डीआईओएस डीएस यादव ने बताया कि जिन शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई है वह अपना परिचय पत्र बनवाना सुनिश्चित करें।डीआईओएस कार्यालय से बोर्ड परीक्षा के लिए बेसिक शिक्षा परिषद से लगभग 2400 शिक्षक की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त माध्यमिक के भी शिक्षक शामिल होंगे। इन लोगों की तैनाती विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर की जा रही है। जिनकी ड्यूटी लगाई जा रही है, उनसे कहा जा रहा है कि वह अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य/ प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर से जारी पहचान पत्र डीआईओएस कार्यालय में प्रस्तुत करें। इसी के आधार पर बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी के लिए पहचान पत्र जारी किया जाएगा।
प्रयागराज : बीएसए जांच के लिए अचानक पहुंचे विद्यालय, पान मसाला खाकर बैठे थे शिक्षक, पूरे स्टाफ का वेतन रोका
प्रयागराज।बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार ने बृहस्पतिवार को उरुवा ब्लाक के चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।इस दौरान दो विद्यालयों में व्याप्त अनियमितता को लेकर वह खासे नाराज दिखे। पट्टीनाथ राय प्राथमिक विद्यालय की अनियमितताओं को लेकर उन्होंने सभी शिक्षकों का वेतन एक माह के लिए रोक दिया, जबकि उरुवा व तिवारी का पूरा प्राथमिक विद्यालय में व्याप्त खामियों को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए पंद्रह दिन के अंदर व्यवस्था को सुधारने की चेतावनी दिया।खानपुर प्राथमिक विद्यालय की बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने शिक्षकों को शाबाशी दिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी गुरुवार सुबह तकरीबन साढे नौ बजे उरुवा प्रा वि पहुंचे तो वहां प्रार्थना हो रही थी। निरीक्षण के दौरान उन्हें विद्यालय परिसर एवं शौचालय में काफी गंदगी दिखी। विद्यालय भवन का बुरा हाल था। कमरों के दीवानों के प्लास्टर उखड़ रहे थे, साथ ही छात्रों की उपस्थिति भी कम थी। इस बात को लेकर उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को पंद्रह दिन में चाक चौबंद कराने की चेतावनी दिया।
भदोही में फाइलेरिया की दवा खाने से 25 बच्चों की हालत बिगड़ी, सभी अस्पताल में भर्ती
भदोही:भदोही के औराई ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय मल्लूपुर में गुरुवार को फाइलेरिया की दवा खाने से पहली से पांचवीं तक के 25 बच्चे बीमार हो गए। सभी को जिला अस्पताल ज्ञानपुर भर्ती कराया गया। जहां दो की हालत सामान्य होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि बाकी अभी भी भर्ती हैं। खबर मिलने पर आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।मल्लूपुर गांव के अलग-अलग बस्ती के बच्चे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं। गुरुवार को फाइलेरिया अभियान के तहत आशा, आंगनवाड़ी और एएनएम दवा खिलाने के लिए विद्यालय पहुंची। बच्चों को दवा खिलाया जाने लगा। उसी दौरान पहली से चौथी कक्षा में पढ़ने वाली सुनिधि रश्मि, अर्पिता दूबे, ममता, शिखा, वंदना, काजल सहित 25 बच्चों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। यह देख स्कूल प्रशासन में खलबली मच गई।बीमार बच्चों की उम्र पांच से 10 साल है। आनन-फानन सभी बच्चों को जिला अस्पताल ज्ञानपुर के इमजरेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां सभी का प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।मौके पर सीएमओ डॉ. संतोष कुमार चक, एसडीएम ज्ञानपुर, शिक्षा विभाग के अधिकारी पहुंच गए। सीएमओ ने बताया कि खाली पेट दवा खाने से दिक्कत हुई। कुछ देर में स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाली पेट नहीं खिलाई जाती है
प्रयागराज : अव्यवस्थाओं को लेकर आश्रम पद्धति विद्यालय में छात्रों का हंगामा, पुलिस ने पहुंचकर शांत कराया मामला
प्रयागराज।क्षेत्र के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय नगई का पूरा के छात्रों ने बृहस्पतिवार को भी जमकर हंगामा किया। छात्र विद्यालय में मिलने वाली सुविधाओं में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर नाराज हैं। सूचना पर थाना प्रभारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रों से बातचीत कर व्यवस्थाओं को ठीक कराने का आश्वासन दिया। बुधवार रात भी छात्रोंं ने हंगामा किया था। साथ ही बाहरी लोगों पर विद्यालय में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इसमें कृष्ण कुमार नामक छात्र की चोट भी आई थी।बच्चों को नाश्ते में चाय और बिस्किट दिया जाता है, वह भी कम पड़ जाने के कारण बुधवार सुबह दो बच्चे आपस में भिड़ गए। इससे हंगामा होने लगा।आरोप है कि सुपरवाइजर धर्मेश कुमार ने कृष्णा नाम के बच्चे के साथ दुर्व्यवहार किया। इससे अन्य बच्चे उग्र हो गए। उनका आरोप है कि कीर्तिमान नाम का छात्र मेस सुपरवाइजर का रिश्तेदार है और यहीं का रहने वाला है। कीर्तिमान विद्यालय से बाहर आया और शाम होते बाहरी बच्चों को परिसर में ले जाकर कृष्णा को मारापीटा। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।इस मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया। एसडीएम शुभम यादव के आदेश पर तहसीलदार अनिल कुमार वर्मा तथा थानाप्रभारी धीरेंद्र सिंह बृहस्पतिवार को सुबह जांच करने पहुंचे।घटना को लेकर बच्चे काफी उग्र थे। उन्होंने प्रधानाचार्य के सामने अव्यवस्था की पूरी कहानी बताई। छात्र प्रवीण कुमार ने बताया कि मैनुअल के हिसाब से न तो नाश्ता दिया जाता है और न ही भोजन। सड़े गले टमाटर सप्ताह भर से पड़े रहते हैं, भोजन में उसका प्रयोग किया जाता है। एकत्रित बच्चों ने बताया कि सत्र बीतने को है, लेकिन अभी तक छात्रों को किताब और कॉपियां नहीं वितरित की गईं। लाइट की बड़ी समस्या है, कभी-कभी घंटों तक लाइट कट जाती है, इस कारण अंधेरे में ही रहना पड़ता है।शाम के समय अक्सर कटौती की जाती है। इससे पढ़ाई प्रभावित होती है।बताया कि कभी अगर किसी बच्चे का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो विद्यालय के लिपिक घर जाने को कह देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चपरासी लिपिक का काम करते हैं। जबकि लिपिक कभी-कभी चले आते हैं। न तो हम लोगों को नहाने के लिए साबुन दिया जाता है और न हीं चप्पल टूटने पर व्यवस्था कराई जाती है। आरोप लगाया कि बच्चों के लिए जो सामान आता है उसे बाहर बेच दिया जाता है। बच्चों का कहना था कि प्रधानाचार्य को छोड़कर कोई भी शिक्षक विद्यालय में नहीं रुकता है। विद्यालय में शिक्षकों की संख्या 15 है।
छत से टपक रहा था पानी
बच्चों ने अधिकारियों को छात्रावासों की की हकीकत भी दिखाई। यहां छत के अगल-बगल से कमरे में पानी टपकता दिखा। रसायन और भौतिक विज्ञान के शिक्षक गणित पढ़ाते हैं। 16 फरवरी से एग्जाम है।
बच्चों ने प्रधानाचार्य मांगी टीसी, डिप्टी सीएम को बुलाने पर अड़े
बच्चों ने प्रधानाचार्य से कहा कि आप हमको हमारी टीसी दिलवा दीजिए, हम लोग परीक्षा छोड़कर चले जाएंगे, चाहे हमारा सत्र क्यों ही न खराब हो जाए। बहुत समझाने के बाद भी बच्चे मानने को तैयार नहीं थे। बच्चों ने कहा कि जब तक डिप्टी सीएम नहीं आएंगे तब तक हम लोग नहीं मानेंगे। बच्चों ने प्रधानाचार्य शशिकांत पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब तहसीलदार और थाना प्रभारी विद्यालय में जांच करने आए तो हम लोगों को वहां भगा दिया गया। अधिकारियों के सामने बात नहीं रखने ती गई। बच्चे परीक्षा के समय सुरक्षा की मांग कर रहे थे।विद्यालय के प्रधानाचार्य शशिकांत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी मेरी है। इनको परीक्षा के समय कोई दिक्कत नहीं होगी। जांच करने पहुंचे तहसीलदार कोरांव अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि बच्चों को समझाया गया और विद्यालय के प्रधानाचार्य को कड़े निर्देश भी दिए गए कि बच्चों को सही भोजन दिया जाए और इनके साथ दुर्व्यवहार न किया जाए। राजकीय विद्यालय में पंजीकृत छात्रों की संख्या 378 है तथा मौके पर 200 बच्चे थे। इधर, विद्यालय के लिपिक मुरारी का कहना था कि मैं यहां कभी कभार रुकता हूं। मुझे जिले पर भी काम रहता है। उन्होंने बच्चों से क्षमा मांगी और अव्यवस्था दूर करने का आश्वासन दिया।
समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र कुमार सिंह ने कहा कि भोजनालय की मेज टूट गई है। इसको बदलने के लिए डिमांड भेजी गई है। अन्य अव्यवस्थाओं के बारे में प्रधानाचार्य व बच्चों से जानकारी लेते हुए कार्रवाई की जाएगी। परिसर में गंदगी के बारे में उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच कराई जाएगी। रही बात काॅपी किताब न मिलने की तो छात्र मनगढंत आरोप लगा रहे हैं।

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