07/02/2023

अवध सूत्र

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अवध सूत्र पर बड़ी ख़बरे

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अवध सूत्र पर बड़ी ख़बरे

यूपी बोर्ड:इंटर में गणित से दोगुने छात्र देंगे बायो की परीक्षा

इंटरमीडिएट में 1,25,309 छात्र-छात्राएं ही पढ़ रहे हैं संस्कृत, इससे कहीं अधिक 23,60,332 बच्चों ने अंग्रेजी ली
प्रयागराज। यूपी बोर्ड के छात्र इंजीनियरिंग से अधिक मेडिकल के क्षेत्र में अपना कॅरियर संवारने की चाहत रखते हैं। विषय के प्रति छात्र-छात्राओं के रुझान में इस तथ्य को देखा जा सकता है। 16 फरवरी से शुरू होने जा रही इंटरमीडिएट परीक्षा में गणित से दोगुने परीक्षार्थी जीव विज्ञान विषय के हैं।2023 की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए कुल 27,50,913 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इनमें से 4,99,484 विद्यार्थियों ने गणित जबकि दोगुने से अधिक 10,84,932 ने जीव विज्ञान विषय लिया है। रोचक बात है कि 12वीं में संस्कृत से 18 गुना से भी अधिक विद्यार्थियों ने अंग्रेजी विषय को चुना है। 1,25,309 बच्चों ने संस्कृत जबकि 23,60,332 ने अंग्रेजी ली है। इंटरमीडिएट में 17,25,693 परीक्षार्थियों ने सामान्य हिन्दी व 9,54,914 ने हिन्दी ली है। 26,075 बच्चों ने उर्दू भी लिया है। 169 परीक्षार्थी पाली और 128 अरबी विषय से परीक्षा देंगे।

इन बिन्दुओं पर मांगी रिपोर्ट

● जिले में कितने संवेदनशील/अति संवेदनशील हैं परीक्षा केंद्र।
● हड़ताल होने पर कक्ष निरीक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था क्या है।
● कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारी, हेल्पलाइन, कम्प्यूटर ऑपरेटर, कम्प्यूटर से कितने केंद्र जुड़े।
● जनपद स्तरीय संकलन केंद्र पर गार्ड और वायस रिकॉर्डर युक्त 24 घंटे क्रियाशील सीसीटीवी कैमरा।
● केंद्रों पर सीसीटीवी, डीवीआर, राउटर, पेयजल, शौचालय, बाउंड्रीवाल, गेट, फर्नीचा, बिजली आदि की व्यवस्था।
● परीक्षा केंद्रों पर आंतरिक व बाह्य केंद्र व्यवस्थापक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति।
● स्ट्रांग रूम के मुख्य दरवाजे को छोड़कर अन्य खिड़की-दरवाजे सील हैं या नहीं।
● स्ट्रांग रूम में लगा वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा 24 घंटे क्रियाशील है या नहीं, प्रश्नपत्र एवं उत्तरपुस्तिकाएं प्राप्त हैं या नहीं।

प्रयागराज समेत 16 जिले अतिसंवेदनशील

प्रयागराज। 16 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए प्रयागराज समेत 16 जिलों को अतिसंवेदनशील चिह्नित किया गया है। सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने सोमवार को कमिश्नर, डीएम, पुलिस कमिश्नर, डीआईजी, एसएसपी, एसपी, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव और जिला विद्यालय निरीक्षकों को शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के संबंध में पत्र जारी किया है। पिछले वर्षों की बोर्ड परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल, अनियमितता/ प्रश्नपत्र वायरल होने के कारणों से कराई गई पुन परीक्षा के आधार पर प्रयागराज, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, कौशाम्बी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया और गोंडा को अतिसंवेदनशील चिह्नित किया गया है।

20 विषयों की परीक्षाओं पर रहेगी खास नजर

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 20 विषयों की परीक्षाओं पर खास सतर्कता बरती जाएगी। सचिव की ओर से जारी पत्र के अनुसार हाईस्कूल में हिन्दी, गृह विज्ञान, गणित, संस्कृत, चित्रकला, विज्ञान, अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान जबकि इंटर में हिन्दी/सामान्य हिन्दी, भूगोल, अंग्रेजी, जीव विज्ञान, गणित आदि है।

व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में नहीं ली रुचि

10वीं-12वीं के विद्यार्थियों ने व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में रुचि नहीं ली। इंटर में इम्ब्रायडरी में 20, डेयरी में 24, टेक्सटाइल डिजाइन में 932, बैंकिंग में 596, मधुमक्खी पालन में 19, हेल्थ लैब में 1189, टेलरिंग क्राफ्ट 696 समेत अधिकांश विषयों को छात्र नहीं मिले हैं। हाईस्कूल में भी यही स्थिति है। 10वीं में ऑटोमोबाइल में 8, हेल्थ केयर में चार, मोबाइल रिपेयरिंग में 22, एनसीसी में 93 बच्चों का पंजीकरण है।

हाईस्कूल में नौ लाख छात्राओं ने लिया गृह विज्ञान

2023 की हाईस्कूल परीक्षा के लिए 31,16,485 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें से 22,12,756 ने गणित तो वहीं 8,99,445 छात्राओं ने गृह विज्ञान लिया है। 36,311 ने कॉमर्स जबकि 67033 ने कम्प्यूटर विषय चुना है। हाईस्कूल में संस्कृत की तुलना में अंग्रेजी के प्रति बहुत अधिक रुझान है। 10वीं में 3,33,348 बच्चों ने संस्कृत, जबकि 29,77,680 ने अंग्रेजी विषय लिया है।

बोर्ड सचिव ने परीक्षा केंद्रों की 18 बिन्दुओं पर मांगी रिपोर्ट

प्रयागराज। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा से यूपी बोर्ड के अफसर परीक्षा केंद्रों और कंट्रोल रूम को लेकर गंभीर हो गए हैं। नकलविहीन और शुचितापूर्वक परीक्षा कराने के लिए कोई कसर न रह जाए इसलिए सारी कवायद की जा रही है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने सोमवार को मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव को पत्र लिखकर 18 बिन्दुओं पर प्रतिदिवस (डे-टू-डे) रिपोर्ट मांगी है।

दो दिन केंद्रों की जांच करेंगे नामित अधिकारी

बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी 75 जिलों में एक-एक अधिकारी को नामित किया गया है। ये अधिकारी आठ व नौ फरवरी को परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर आख्या महानिदेशक स्कूल शिक्षा, सचिव यूपी बोर्ड और संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को देंगे। डीएम की जिम्मेदारी होगी कि केंद्रों में चिह्नित कमियों को तत्काल दूर कराएंगे।

सीयूईटी के लिए इसी सप्ताह शुरू होंगे आवेदन

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत देश के अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023-24 में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया इसी सप्ताह शुरू होगी। कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी 2023) के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने संभावति तारीख जारी कर दी है। इसके तहत आठ से 10 फरवरी के बीच ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस शेड्यूल के अनुसार छह अप्रैल तक आवेदन की अंतिम तारीख तय की गई है। मई के द्वितीय सप्ताह तक प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। वहीं परीक्षाएं 21 मई से शुरू हो सकती है।संभावित प्रवेश कार्यक्रम को लेकर सीईयूटी ने इविवि समेत अन्य विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।सीयूईटी के तहत शैक्षिक सत्र 2022-23 में प्रवेश के चलते सत्र विलंबित हो गया है। पिछली बार सीयूईटी 2022 के लिए एनटीए ने आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत 6 अप्रैल से की थी। 6 मई 2022 तक आवेदन लिए गए थे। सीयूईटी 2022 की परीक्षाएं 15 जुलाई से 30 अगस्त तक देशभर में हुई थीं। 14.90 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी सीयूईटी के स्नातक प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। अक्तूबर में रिजल्ट जारी किए गए थे। इसके बाद विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई थी।
सीयूईटी यूजी-2023 को विश्वविद्यालयों के साथ बैठक हुई थी। इसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से प्रवेश समिति के निदेशक प्रो. जेके पति ने हिस्सा लिया था। सीयूईटी की आवेदन प्रक्रिया का संभावित कार्यक्रम दिया गया है पर इसपर अंतिम निर्णय अभी बाकी है।
प्रो. जया कपूर, पीआरओ, इविवि।

डिप्लोमा इंजीनियरिंग की गुणवत्ता सुधरेगी

कानपुर। प्रदेश में डिप्लोमा इंजीनियरिंग के प्रशिक्षण की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई निजी निवेशक आगे आए हैं। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा विभाग संग एक हजार करोड़ के एमओयू साइन किए हैं। 10 से 12 फरवरी तक होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में निवेशकों को लुभाने के लिए पॉलीटेक्निक संस्थानों में निवेश कराने के लिए काफी दिन से प्रयास किए जा रहे थे। ये निवेश नए अत्याधुनिक संस्थान खोलने और कई पुराने संस्थानों को ट्रिपल पी मोड में चलाने में किया जाएगा। निवेशक पॉलीटेक्निक संस्थानों में खाली पड़ी जमीन पर कोई कंपनी यूनिट लगाए, जिससे छात्रों को रोजगार के मौके मिलें।

24 फीसदी छात्रों ने छोड़ दी गेट

कानपुर। गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) 2023 के पहले चरण की परीक्षा 24 फीसदी छात्रों ने छोड़ दी। यह परीक्षा दो चरणों में हो रही है। पहला चरण चार व पांच फरवरी और दूसरा चरण 11 व 12 फरवरी को है। गेट 2023 को आईआईटी कानपुर ने आयोजित किया है। परीक्षा को सकुशल कराने के लिए सभी आईआईटी को जोनल सेंटर के रूप में बनाया गया था।

तुर्किए-सीरिया में भूकंप से तबाही, 3400 से ज्यादा की मौत, कई लोग मलबे में दबे

अंकारा तुर्किये और सीरिया सहित चार देशों में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। तुर्किये में नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर यह झटके महसूस किए गए। इसका असर सीरिया तक देखने को मिला। भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। सैकड़ों लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं और कई लापता हैं। मृतकों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। तुर्किये में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।जानकारी के मुताबिक, तुर्किये और सीरिया में कम से कम 3400 लोग मारे गए हैं और करीब 5000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। देश के उपराष्ट्रपति फिएट ओकटे का हवाला देते हुए बताया रिपोर्ट में बताया गया कि 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। वहीं, सीरिया में कम से कम 783 लोग मारे गए और 639 घायल हो गए। इस्राइल और लेबनान में भी कई मौतों की आशंका जताई जा रही है।

लोगों की नींद भूकंप से उड़ गई

तुर्किये और सीरिया की सीमा के दोनों छोरों पर निवासियों की नींद भूकंप से उड़ गई। ठंडी, बरसात व बर्फीली सर्दियों की रात में लोग बाहर निकल आए क्योंकि झटकों के बाद इमारतें एक तरफ झुक चुकी थीं और मजबूत झटके लगातार जारी थे। कई जगह इमारतें जमींदोज हो गईं। बचाव दल शहरों और कस्बों में मलबे के टीले खोजते दिखे, जहां कई लोगों के चीखने की आवाजें सुनी जा सकती थीं। भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र गजियांतेप से करीब 33 किलोमीटर दूर 18 किलोमीटर की गहराई पर था। यह सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर उत्तर में है। भूकंप के बाद करीब 20 झटके महसूस किए गए, जिनमें से सबसे शक्तिशाली झटका 6.6 की तीव्रता का था। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने घटना के तुरंत बाद बचाव दलों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। बचावकर्मियों ने कहा कि तनावपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं और अस्पताल जल्दी ही घायलों से भर गए हैं और मृतक व घायलों की संख्या काफी अधिक हो सकती है।

बारिश-बर्फबारी में घिरे विस्थापितों पर गहराया नया संकट

सीरिया लंबे समय से गृहयुद्ध की चपेट में है। सर्द मौसम और बारिश-बर्फबारी के बीच पहले ही नागरिक कई परेशानियों में फंसे थे जबकि भूकंप के बाद हालात और भी खराब हो गए। यहां कई केंद्रों में देश के अन्य हिस्सों से विस्थापित करीब 40 लाख लोग बदहाली में रह रहे हैं। व्हाइट हेल्मेट्स नामक विपक्षी आपातकालीन संगठन ने कहा कि सैकड़ों परिवार मलबे में फंसे हुए हैं। उधर, तुर्किये में भी इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं।मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है। बर्फीला तूफान बृहस्पतिवार तक जारी रहने के आसार हैं। उत्तर पश्चिम सीरिया में विपक्ष के ‘सीरियन सिविल डिफेंस’ ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थिति को विनाशकारी बताते हुए कहा कि इमारतें ढहने से कई लोग मलबे में दब गए हैं। ‘सीरियन सिविल डिफेंस’ ने लोगों से इमारतों से बाहर खुले स्थान पर रहने को कहा है। तुर्कये की आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने पहले बताया था कि सात प्रांतों में कम से कम 76 लोग की मौत हुई है, जबकि 440 लोग घायल हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का हवाला देते हुए सीरियाई सरकारी मीडिया ने बताया कि सोमवार को आए भूकंप से सीरिया सरकार नियंत्रण वाले इलाकों में 237 लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 630 लोग घायल हुए हैं। विद्रोही कब्जे वाले क्षेत्रों में कम से कम 47 लोगों के मारे जाने की खबर है।

हम बेहद दबाव में, कई मौतों की आशंका : डॉक्टर

तुर्किये के अदाना शहर में एक निवासी ने कहा कि उसके घर के पास की तीन इमारतें ढह गईं। पत्रकारिता के छात्र मुहम्मद फतह यवस ने कहा, मुझमें अब और ताकत नहीं है, मलबे के नीचे से एक जीवित बचे व्यक्ति को पुकारते हुए सुना जा सकता है क्योंकि बचावकर्मी उस तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। अतमेह कस्बे के चिकित्सक मुहीब ने बताया, हमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हम बेहद दबाव में हैं।

तुर्किये : 30 मिनट में लगातार 3 बड़े भूकंप

अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के मुताबिक, पहले भूकंप का केंद्र तुर्किये के कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। स्थानीय समय के मुताबिक, ये भूकंप सुबह 4:17 बजे आया। 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 11 मिनट बाद आया, जिसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। इसके 19 मिनट बाद यानी 4:47 बजे 5.6 तीव्रता का तीसरा भूकंप भी आया।

सीरिया : ट्रेन सेवाएं रद्द, 40 सेकेंड तक महसूस हुए झटके

सीरिया के दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। यहां के कई इलाकों में लोगों ने बताया कि करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। क्षेत्र में सर्वाधिक बुरा हाल शरणार्थी शिविरों में देखा गया जहां देशभर में आतंक से जूझ रहे पीड़ित पहले ही कई प्राकृतिक दिक्कतों से दो-चार हो रहे हैं।

100 साल बाद आया इतना खरतरनाक भूकंप

तुर्किये में इससे पहले 1939 में 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था। इसमें 30 हजार लोगों की मौत हुई थी। 1999 में तुर्किये 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 845 लोगों की मौत हो गई थी। 2017 में ईरान-इराक में क्रॉस-बॉर्डर भूकंप आया था। इराक के कुर्दिश शहर हलाबजा से इरान के कर्मानशाह प्रांत में झटके महसूस किए गए थे। इसमें 630 लोगों की मौत हुई थी। 8 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र गाजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर (20 मील) और नूरदगी शहर से लगभग 26 किलोमीटर (16 मील) दूर था।  यह 18 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर केंद्रित था। भूकंप के झटके दूर सीरिया तक महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि कई इमारतों को नुकसान पहुंचने की खबरें आई हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मानें तो भूकंप की वजह से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।

राष्ट्रपति एर्दोगन बोले- इस आपदा से मिलकर निपटेंगे

तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ट्विटर पर कहा कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव दलों को तुरंत भेजा गया। हमें उम्मीद है कि हम इस आपदा को एक साथ जल्द से जल्द और कम से कम नुकसान के साथ पार कर लेंगे।

पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप की घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायल जल्द स्वस्थ हों। भारत तुर्की लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है।

भारत भेजेगा मदद

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद भारत सरकार ने भूकंप प्रभावित तुर्की को मदद भेजने का फैसला किया है। भारत तुर्की को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल( NDRF)  का  खोज एवं बचाव दल, चिकित्सा दल और राहत सामग्री भेजेगा।सरकार की ओर से इस संबंध में एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि पीएम मोदी के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की और वहां निर्णय लिया गया। निर्णय के मुताबिक, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं। साथ ही मेडिकल टीमों को आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ तैयार किया जा रहा है।ये राहत सामग्री तुर्की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के समन्वय से भेजी जाएगी।

कैसे आता है भूकंप?

भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।

भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं।
इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते।
वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।
लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।

5.36 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजॉल

श्रावस्ती। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन 10 फरवरी को किया जाएगा। इस दिन एक से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को पेट के कीड़े (कृमि) निकालने की गोली खिलाई जाएगी। इस अभियान से छूटे बच्चों को 13-15 फरवरी तक दवा खिलाई जाएगी। इस अभियान के लिए जिले में पांच लाख 36 लाख बच्चों को चिन्हित किया गया है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के अंतर्गत हर वर्ष दो बार पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाती है। पेट में कीड़े होने के चलते बच्चे और किशोरों में खून की कमी हो जाती है। इस अभियान के तहत जिले के 1,285 सरकारी 270 निजी विद्यालयों के साथ 925 आंगनबाड़ी केंद्रों को चिन्हित किया गया हैं। इस अभियान में 5,36,626 बच्चों को अल्बेंडाजॉल की गोली खिलाने का लक्ष्य है। अभियान के बारे में जानकारी देते हुए सीएमओ डाॅ. शारदा प्रसाद तिवारी बताते है कि छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी जानी है, जबकि बड़े बच्चों को इसे चबाकर ही खाना है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत एक से पांच वर्ष तक के बच्चों, छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों और घुमंतू व ईंट-भट्ठों आदि जगहों पर काम करने वाले श्रमिक बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से अल्बेंडाजॉल की गोली खिलाई जाएगी।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती के लिए इंटरव्यू नौ फरवरी से

प्रयागराज:इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की पहल पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जारी है। तीन और विभागों में शिक्षक भर्ती के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जेके इंस्टीट्यूट के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग (ईसी) में असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के 12-12 तथा प्रोफेसर के चार पदों पर भर्ती होगी। वहीं, होम साइंस में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, आसिस्टेंट प्रोफेसर के एक-एक पदों पर भर्ती होगी। संगीत एवं प्रदर्शन कला विभाग में भी प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, आसिस्टेंट प्रोफेसर के एक-एक पदों पर भर्ती के लिए इंटरव्यू होगा। नौ फरवरी को संगीत विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर पद के लिए अनारक्षित वर्ग के पांच और होम साइंस में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए आठ अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए शार्टलिस्ट किया गया है। दस फरवरी को ईसी एसोसिएट प्रोफेसर पद के लिए अनारक्षित वर्ग के चार अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। इसी दिन ईसी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए एससी के 20 और एसटी के सात अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। 11 फरवरी को ईसी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए ओबीसी के 48 अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। 12 फरवरी को ईसी के असिस्टेंट प्रोफेसर ईडब्ल्यूएस के 12, अनारक्षित के 41 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है।

स्टाफ नर्स परीक्षा में क्या थे कट ऑफ मार्क्स? हाईकोर्ट ने लोक सेवा आयोग से मांगी जानकारी

प्रयागराज:इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश से 23 अगस्त 2022 को जारी स्टाफ नर्स/सिस्टर ग्रेड परीक्षा के अंतिम कटऑफ मार्क्स की जानकारी मांगी है। कोर्ट ने आयोग से यह बताने को कहा है कि परीक्षा में न्यूनतम कट ऑफ मार्क्स क्या थे। इससे पूर्व परीक्षा से संबंधित रिकॉर्ड आयोग के अधिवक्ता ने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किए जिसके अवलोकन के बाद कोर्ट ने रिकॉर्ड अधिवक्ता को वापस कर दिए। यह आदेश न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह ने प्रिया शर्मा की याचिका पर एडवोकेट अनुराग त्रिपाठी को सुनकर दिया है। याचिका में स्टाफ नर्स परीक्षा परिणाम को यह कहते हुए चुनौती दी गई है कि याची के एक्सपीरियंस मार्क्स को लिखित परीक्षा में नहीं जोड़ा गया। यदि उसके एक्सपीरियंस मार्क्स को लिखित परीक्षा में जोड़ दिया जाता तो वह परीक्षा में सफल हो सकती थी। याची ने पांच साल के अनुभव का प्रमाण पत्र लगाया था।याचिका में मांग की गई है कि 23 अगस्त 2022 को जारी संशोधित परिणाम को निरस्त कर नए सिरे से परिणाम जारी किया जाए। कोर्ट ने परीक्षा से संबंधित रिकॉर्ड देखने के बाद आयोग के अधिवक्ता से यह बताने को कहा है कि परीक्षा में न्यूनतम कट ऑफ मार्क्स क्या थे। मामले की अगली सुनवाई आठ फरवरी को।

नेट पास युवाओं ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में मांगा मौका

प्रयागराज:दिसंबर 2021 एवं जून 2022 के संयुक्त सत्र में यूजीसी नेट परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 51 के तहत हो रही असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती में अवसर देने की मांग की है। इन युवाओं ने सोमवार को उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन कर ऑनलाइन आवेदन का पोर्टल एक सप्ताह के लिए और खोलने की मांग दोहराई। पवन कुमार, अमित पटेल, आशीष सिंह, अरविंद कनौजिया आदि का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण शिक्षण एवं परीक्षा सत्र अपने नियत समय पर नहीं हो सके। जिसके कारण अनेक अभ्यर्थी नेट परीक्षा की तैयारी के बाद भी परीक्षा समय से आयोजित न होने के कारण असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए वांछित योग्यता हासिल नहीं कर पाए। लिहाजा उन्हें इस भर्ती में भी मौका दिया जाए। इससे पहले इन अभ्यर्थियों ने नौ सितंबर और 14 नवंबर को भी प्रदर्शन किया था।गौरतलब है कि राजभवन की ओर से भी अभ्यर्थियों की मांग के संबंध में निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं।

घूस लेने में नगर निगम का राजस्व निरीक्षक गिरफ्तार

प्रयागराज। नगर निगम के राजस्व निरीक्षक हिमांशु को एंटी करप्शन की टीम ने सोमवार को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। नगर निगम कार्यालय में जब उसे पकड़ा तो वहां पर कर्मचारियों ने पुलिस टीम को घेर लिया और हंगामा शुरू कर दिया। एंटी करप्शन टीम ने सख्ती दिखाई और आरोपी समेत अन्य को पकड़कर खुल्दाबाद थाने ले आई। खुल्दाबाद थाने में आरोपी निरीक्षण के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है। मंगलवार को वाराणसी स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा।प्रयागराज में भी एंटी करप्शन की यूनिट खुल गई है। पुलिस लाइन में इसका कार्यालय बनाया गया है। वाराणसी यूनिट के इंस्पेक्टर विनोद कुमार यादव ने बताया कि प्रयागराज यूनिट के इंस्पेक्टर सुरेंद्र यादव के साथ सोमवार को संयुक्त कार्रवाई की गई। पुलिस ने बताया कि करेली निवासी धर्मेंद कुशवाहा तीन भाई हैं। तीनों भाई करेली में अपना मकान बनवा रहे हैं। वहां पर मकान का नंबर लेने के लिए नगर निगम में आवेदन किया तो नगर निगम के राजस्व निरीक्षक हिमांशु ने तीनों भाइयों से 10-10 हजार रुपये घूस मांगी थी। धर्मेंद्र कुशवाहा ने इसकी एंटी करप्शन से शिकायत कर दी। सोमवार शाम लकड़मंडी स्थित जोनल कार्यालय में धर्मेंद्र कुशवाहा ने घूस के 0 हजार रुपये राजस्व निरीक्षक हिमांशु को दिया। उसी वक्त एंटी करप्शन ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुरानी पेंशन बहाल करने वाली पार्टी को ही समर्थन : शिवगोपाल मिश्र

प्रयागराज:पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा एक बार फिर गरमाने वाला है। रेलवे यूनियन इसे लेकर आंदोलन की तैयारी में हैं। सोमवार को प्रयागराज आए ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करनी ही होगी, अन्यथा रेलवे यूनियन अन्य कर्मचारी संगठनों के साथ ऐसा आंदोलन करेंगी केंद्र सरकार हिल जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की भाजपा या पीएम मोदी से कोई दुश्मनी नहीं, लेकिन कर्मचारी उसी पार्टी को समर्थन करेंगे जो पुरानी पेंशन बहाल करने को तैयार है। इसके लिए घोषणा पत्र में वादा करना होगा। उन्होंने कहा कि फरवरी से आंदोलन शुरू होगा और सितंबर में रेलकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।
नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन की मंडल समिति की बैठक में शामिल होने आए शिव गोपाल मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दस से 20 फरवरी तक देशभर में रेलकर्मी और उनके परिजनों का हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। 21 फरवरी को राष्ट्रपति को पत्र भेजा जाएगा। एक करोड़ लोगों का हस्ताक्षर होगा। 21 मार्च को देश की हर तहसील पर रेलकर्मी प्रदर्शन करेंगे। 21 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन होगा। फिर 21 मई को देश भर में रेलकर्मी अपने परिवार के सदस्यों के साथ मशाल जुलूस निकालेंगे। इसी तरह जून माह में सभी राज्यों की राजधानी में प्रदर्शन होगा। शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में दिल्ली में पांच लाख लोगों की एक विशाल रैली निकाली जाएगी। जो संसद तक जाएगी। मेंस यूनियन के जोनल महामंत्री आरडी यादव ने कहा कि निजीकरण के खिलाफ आंदोलन के बाद ही सरकार को अपने कदम वापस खींचने पड़े।

एसएससी परीक्षा में साल्वर गैंग के तीन शातिर गिरफ्तार

वाराणसी।कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित एसएससी (जीडी) की ऑनलाइन परीक्षा में सोमवार को गोरखपुर और वाराणसी एसटीएफ ने साल्वर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। लालपुर मार्ग स्थित देवा महिला महाविद्यालय परीक्षा केंद्र से गिरोह के तीनों शातिर पकड़े गये। तीनों पर लालपुर-पांडेयपुर थाने में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया।एसटीएफ के एएसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर फील्ड यूनिट की सूचना पर छापेमारी कर गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार आरोपितों में नालंदा (बिहार) के नगरनौसा थाना क्षेत्र के महानंदपुर निवासी अजीत कुमार, जमुई (बिहार) जिले के खैरा थाना क्षेत्र के झुंडो निवासी सौरभ कुमार यादव, प्रयागराज के नवाबगंज थाना क्षेत्र के पचदेवरा निवासी शंभू कुमार सरोज हैं।उन्होंने बताया कि मो. नफीस (निवासी भदोही) नाम के अभ्यर्थी के स्थान पर अजीत कुमार परीक्षा दे रहा था। जबकि सौरभ और शंभु उसे रुपये और फर्जी पहचान पत्र उपलब्ध कराने के लिए पहुंचे थे। आरोपितों के पास से फर्जी प्रवेश पत्र, आधार, तीन मोबाइल फोन, 1160 रुपये बरामद किये गये। गिरफ्तारी करने वाली टीम में गोरखपुर फील्ड यूनिट के प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह, वाराणसी के निरीक्षक पुनीत परिहार, अरविन्द सिंह, उप निरीक्षक आलोक सिंह, मुख्य आरक्षी कमाण्डो धीरेन्द्र चौबे व अन्य थे।

प्रयागराज का है सरगना, फोटो मिक्सिंग कर तैयार करते थे प्रवेश पत्र

गिरफ्तार सौरभ कुमार यादव व शम्भू कुमार ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि वे प्रयागराज के दिलीप कुमार उर्फ डीके और सलमान के कहने पर साल्वर अजीत कुमार से सम्पर्क किये। मूल अभ्यर्थियों से प्रवेश पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो प्राप्त करके फोटो मिक्सिंग कर फर्जी प्रवेश पत्र व पहचान पत्र तैयार कराते हैं। वे अभ्यर्थियों से पैसा लेकर साल्वरों को एक परीक्षा के लिए 20 हजार रुपये देते हैं। साल्वर अजीत कुमार को 20 हजार रुपये दिये गये थे। सॉल्वर गिरोह ने एक अभ्यर्थी से पांच लाख में सौदा तय किया था।

पहले से सक्रिय है गिरोह

साल्वर गिरोह पहले से सक्रिय है। बीती 11 जनवरी को एसटीएफ ने बच्छांव से पूर्णोदय महिला महाविद्यालय से गिरोह के गोपीगंज (भदोही) निवासी इमरान को गिरफ्तार किया था। वह केंद्रीय पुलिस बल में सिपाही पद के लिए भर्ती परीक्षा में ब्ल्यूटुथ डिवाइस लेकर बैठा था। पूछताछ में बताया कि पहले वह दूसरे अभ्यर्थियों के लिए साल्वर के तौर पर परीक्षा देता था। इसमें कई बार जेल जा चुका है। इस बार खुद की परीक्षा के लिए ब्ल्यूटुथ डिवाइस लेकर बैठा था। इसके बाद 17 जनवरी को इसी गिरोह के दो सदस्यों को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया, जिनके खिलाफ विकास नगर थाने में केस दर्ज किया गया।

आरटीई : 1659 स्कूलों में 17 हजार से ज्यादा सीटें

कानपुर। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो जाएगी लेकिन इसके लिए अभी तक मैपिंग लिस्ट में संशोधन नहीं किया गया है। सत्र 2022-23 की खाली सीटों पर प्रवेश की अनुमति अब तक जारी है। शहर के 1659 स्कूलों में इस बार 17 हजार से अधिक सीटें निर्धारित की गई हैं।बीएसए सुरजीत सिंह के अनुसार आरटीई के तहत सोमवार से आवेदन की शुरुआत हो जाएगी। यह ऑनलाइन आवेदन 28 फरवरी तक किए जाने हैं। एक मार्च से 10 मार्च तक आवेदन पत्रों का सत्यापन किया जाएगा। 12 मार्च को लॉटरी निकली जाएगी। चार अप्रैल से प्रवेश कराए जाएंगे। दूसरे चरण के आवेदन 14 मार्च से छह अप्रैल और तीसरे चरण के आवेदन 20 अप्रैल से 12 मई तक किए जाएंगे।

यूपीएचईएससी:अध्यक्ष को नहीं मिला सेवा विस्तार, नई नियुक्ति तक घोषित नहीं हो सकेगी भर्ती परीक्षा की तिथि

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा आयोग (यूपीएचईएससी) के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा और सदस्य रजनी त्रिपाठी का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया। चर्चा थी कि अध्यक्ष को सेवा विस्तार मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इन परिस्थितियों में विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती फंस गई है।प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने सात फरवरी 2018 को आयोग के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था। उस वक्त कुछ पुरानी भर्तियां लंबित थीं, लेकिन इनके ज्वाइन करने के बाद लंबित भर्तियां तेजी से पूरी हुईं। लंबे समय से फंसी प्राचार्य पद पर भर्ती भी उन्हीं के कार्यकाल में पूरी हुई। इस दौरान विज्ञापन संख्या-50 के तहत अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन दो हजारों पदों पर भर्ती की गई।इसके बाद विज्ञापन संख्या-51 के तहत 34 विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई। अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो गई, लेकिन भर्ती परीक्षा की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है। चर्चा थी कि अगर अध्यक्ष को सेवा विस्तार मिलता है तो यह भर्ती भी समय से पूरी हो जाएगी। आयोग में अध्यक्ष का एक और सदस्य के छह पद हैं।अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है और सदस्यों के भी चार पद खाली है। ऐसे में कोरम के अभाव में परीक्षा तिथि घोषित हो पाना अब मुश्किल है। नए अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया भी अभी शुरू नहीं हुई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि नए शिक्षा सेवा आयोग का गठन जल्द ही हो सकता है, जिसमें उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को भी शामिल किया जाना है।अगर ऐसा होता है या फिर उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के नए अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाती है, दोनों ही परस्थितियों में प्रक्रिया पूरी होने में वक्त लगेगा और तब तक विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती फंसी रहेगी। वहीं, आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने मांग की है कि परीक्षा तिथि शीघ्र घोषित की जाए।

यूजीसी नेट अभ्यर्थियों ने मांगा आवेदन का मौका

दिसंबर 2021 एवं जून 2022 के संयुक्त सत्र में यूजीसी नेट और सीएसआईआर नेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में ज्ञापन देकर विज्ञापन संख्या-51 के तहत आवेदन का मौका मांगा।अभ्यर्थियों का कहना है कि कोरोना की वैश्विक महामारी के कारण विविध शिक्षण एवं परीक्षा सत्र अपने नियत समय पर संपादित नहीं हो सके । परिणामस्वरूप अनेक अभ्यर्थी नेट परीक्षा की सम्यक तैयारी के बाद भी परीक्षा समय से आयोजित न होने के कारण असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए वांछित योग्यता नहीं धारित कर पाए। अभ्यर्थियों ने इस मसले पर राज्यपाल से भी गुहार लगाई थी और मामले में आवश्यक कार्यवाही के लिए राजभवन से आयोग को पत्र भी भेजा गया था। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लिया तो वे न्यायालय की शरण में जाएंगे।

शिक्षक सम्मेलन में उठी पुरानी पेंशन बहाली की आवाज, कहा वोट की चोट से मानेगी सरकार

अवध सूत्र अलीगढ़।अलीगढ़ की नुमाइश में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक सम्मेलन का आयोजित किया गया। सम्मेलन में संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल कराकर ही दम लेंगे। शिक्षकों को शिक्षक ही रहने दिया जाए। उनसे अन्य गैर शैक्षणिक कार्य न कराए जाएं। प्रांतीय महामंत्री संजय सिंह ने कहा की पंचम वेतनमान से लेकर जितनी भी उपलब्धियां शिक्षकों को मिली हैं, वह सब प्राथमिक शिक्षक संघ की देन है।कोषाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने कहा कि शिक्षक एकता के बल पर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व एमएलसी जगवीर किशोर जैन ने कहा कि सरकार केवल वोट के चोट से ही मानेगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि सरकार शिक्षा को निजीकरण की ओर धकेल रही है। बीएसए सतेंद्र कुमार ने कहा  कि शिक्षकों की हर समस्याए दूर होगी। शिक्षाविद् डॉ. रक्षपाल सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बहुत खामियां हैं। सम्मेलन में वित्त एवं लेखाधिकारी प्रशांत कुमार, राजेश कटारा, राधेश्याम शर्मा, डॉ. हरेंद्र सिंह, अमित चौहान आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन जिला मंत्री मुकेश कुमार सिंह ने किया।

प्रदेश में 24 से अधिक संस्कृत कालेज खुलेंगे

लखनऊ। राज्य सरकार प्रदेश भर में दो दर्जन से अधिक राजकीय संस्कृत इंटर कालेज खोलने जा रही है। इस कार्य को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। बाद में अगर भूमि उपलब्ध होगी तो तीसरे चरण में और भी राजकीय संस्कृत इंटर कालेज की स्थापना की जाएगी। फिलहाल इस समय प्रदेश में मात्र दो ही राजकीय संस्कृत इंटर कालेज हैं। एक भदोही तो दूसरा चन्दौली जिले में। शेष एडेड एवं प्राइवेट संस्कृत इंटर कालेज हैं।नए राजकीय संस्कृत इंटर कॉलेजों की स्थापना के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) को पत्र लिख कर जमीन चिन्हित करके प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए हैं। वर्ष 2000 से पहले सभी संस्कृत इंटर कालेज वाराणसी स्थित संपूर्णानंद विश्वविद्यालय से संबद्ध थे। वर्ष 2000 में संस्कृत शिक्षा बोर्ड गठित होने के बाद सभी उस बोर्ड से सम्बद्ध हो गए। हालांकि इससे विद्यालयों की हालत कोई सुधार नहीं आ सका और वे दिन प्रति-दिन बद्तर स्थिति में जाते चले गए। अब मुख्यमंत्री द्वारा इस दिशा में विशेष ध्यान देने के बाद संस्कृत विद्यालयों को बेहतर करने और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में कार्य शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान संस्कृत शिक्षा बोर्ड और विद्यालयों की दुर्दशा को गम्भीरता से लेते हुए बोर्ड के नए भवन के साथ-साथ विद्यालयों की दशा सुधारने के निर्देश दिए हैं। सरकार के इस फैसले से विद्यार्थियों को काफी राहत मिलेगी।

शासन ने मांगा नए स्कूल का प्रस्ताव

माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव की ओर से प्रदेश भर के डीआईओएस को भेजे एक सर्कुलर में कहा गया है कि कई राजकीय इंटर कॉलेजों के पास काफी जमीनें है। उस अतिरिक्त भूमि पर पृथक से राजकीय संस्कृत इंटर कालेज खोले जाने की योजना है। सरकार ने इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव मांगा है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को एक दर्जन से अधिक प्रस्ताव अब तक प्राप्त हो चुके हैं। पहले चरण में ए़क दर्जन से अधिक संस्कृत इंटर कालेज खोले जाएंगे।

विशेष बैक पेपर की परीक्षा 25 फरवरी तक होगी

लखनऊ। प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित विषम सेमेस्टर / विशेष बैक पेपर परीक्षा-दिसम्बर-22 छह फरवरी से 25 फरवरी 2023 तक प्रदेश के 251 परीक्षा केन्द्रों पर संचालित की जा रही है। प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एफ. आर. खान ने बताया कि आयोजित प्रथम दिवस की परीक्षा दो पाली में संपन्न हुई। प्रथम पाली में 1658 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
शुआट्स दर्ज हुए दर्जनों मुकदमे पर हर बार मिल गई क्लीन चिट
एक्सिस बैंक में 22 करोड़ की ठगी में पुलिस ने भेजा था जेल, पर लगी फाइनल रिपोर्ट
प्रयागराज। शुआट्स के पदाधिकारियों पर दर्जनों मुकदमे दर्ज होने के बाद भी कभी कोई एजेंसी बड़ी कार्रवाई नहीं कर सकी है। छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई लेकिन शुआट्स के कुलपति के खिलाफ कभी प्रमाण नहीं मिला। पुलिस रिकार्ड से पता चलता है कि हर बार पुलिस ने अपनी जांच में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। अब फतेहपुर और प्रयागराज में दर्ज चार नए मुकदमों में कुलपति आरबी लाल के खिलाफ साक्ष्य संकलन चल रहा है। इस मुकदमे में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज एसटीएफ भी छापामारी कर रही है।पुलिस रिकार्ड के मुताबिक शुआट्स के कुलपति आरबी लाल के खिलाफ कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 16 मुकदमों का निस्तारण हो चुका है। सभी मुकदमों में आरोप पत्र की जगह फाइनल रिपोर्ट लगाई गई है। कुछ साल पहले जब एक्सिस बैंक में 22 करोड़ के गबन का मामला सामने आया था तो हाईकोर्ट के आदेश पर एसआईटी का गठन हुआ था। एसआईटी प्रभारी तत्कालीन एसपी क्राइम बृजेश मिश्र की टीम ने कुलपति को आरोपी बनाकर जेल भेजा था लेकिन उनके ट्रांसफर होने के बाद इस मुकदमे की जांच भी सीबीआई को चली गई। सीबीआई की तरफ भी लाल बंधुओं को क्लीन चिट मिल गई। इसी तरह से आरबी लाल के भाई और अन्य पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई नहीं हुई।एक बार फिर से कुलपति समेत अन्य पर संगीन आरोप लगे हैं। दो मुकदमे फतेहपुर तो दो प्रयागराज के नैनी थाने में दर्ज हुए हैँ। प्रयागराज पुलिस की कार्रवाई से पहले ही लाल बंधु फरार हो गए। एसटीएफ भी उनकी लोकेशन ट्रेस करके गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। कभी उत्तराखंड तो कभी केरल में छिपे होने की बात सामने आई है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस साक्ष्य एकत्र कर रही है।

अग्रिम जमानत पर नहीं हुई सुनवाई

पुलिसकर्मियों पर गिर सकती है गाज
प्रयागराज। पुलिस के अफसर भी शुआट्स के पदाधिकारियों पर दर्ज मुकदमों की समीक्षा कर रहे हैं।फर्जीवाड़ा के अलावा प्रतापगढ़ में दर्ज शस्त्रत्त् लाइसेंस के मुकदमे की तफ्तारी जारी है। चर्चा है कि पुरानी फाइल खुली तो विवेचकों पर गाज भी गिर सकती है। उन पुलिसकर्मियों पर जांच में लापरवाही से लेकर साठगांठ के आरोप में कार्रवाई हो सकती है।

फरारी पर स्पेशल लीव

शुआट्स के कुलपति आरबी लाल के धर्मांतरण समेत कई केसों में फरार होने पर स्पेशल लीव और कार्यकारी कुलपति की तैनाती को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शुआट्स के पूर्व प्रोफेसर डॉ. एसके सिंह का कहना है कि फरार चल रहे आरबी लाल स्पेशल लीव पर हैं, जो पूरी तरह गैरकानूनी है। इससे पहले आरबी लाल जेल में रहे उस दौरान स्पेशल लीव के साथ जेल में बिताए दिनों का पूरा वेतन लिया था।

पासपोर्ट का ब्योरा खंगाल रही पुलिस

फतेहपुर। लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी को लेकर पुलिस कुलपति आरबी लाल के पासपोर्ट का ब्योरा समेत तमाम जानकारियां जुटा रही है। दो साल पूर्व एक मामले में कुलपति के जेल जाने पर पासपोर्ट जब्त किया था, लेकिन मजबूत पकड़ के कारण आरबी लाल ने पासपोर्ट वापस हासिल कर लिया है। धर्मांतरण मामले की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर अमित मिश्रा ने बताया कि पासपोर्ट कुलपति के पास ही है, एलआईयू से उसका ब्योरा मांगा गया है। प्रक्रिया पूरी होने पर नोटिस की कार्रवाई की जाएगी।
फतेहपुर। कुलपति आरबी लाल की अग्रिम जमानत पर हाईकोर्ट में सुनवाई नहीं हो पाई। वादी सवेन्द्र विक्रम सिंह की अधिवक्ता कमला सिंह ने बताया कि सोमवार अग्रिम जमानत पर सुनवाई का क्रम 36 था, लेकिन नंबर न आने पर अब सुनवाई की अगली तिथि तय होगी।

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