उपचुनावों में वसुंधरा राजे प्रचार से दूर, भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतरी
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Mohammad Siraj

उपचुनावों में प्रचार से दूर, वसुंधरा राजे के स्थान पर सहाड़ा में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा को ज्योतिरादित्य सिंधिया मिलेंगे, कल गंगापुर में सिंधिया की सभा राजस्थान के उपचुनावों में वसुंधरा राजे प्रचार से दूर, भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतरी
वसुंधरा राजे के स्थान पर सहारदा में प्रचार के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिलेगा, चुनाव प्रचार से दूर, गंगापुर में सिंधिया की बैठक अपराजस्थान में होने वाले तीन सीटों पर उपचुनावों में अब तक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रचार से दूर हैं। सहाड़ा सीट से ग्वालियर रियासत और सिंधिया परिवार का रियासतकाल से नाता रहा है। भाजपा इसी पुराने रिश्ते को भुनाने के लिए पहले वसुंधरा राजे से सहाड़ा में सभा करवाना चाहती थी, लेकिन वह अब तक प्रचार के लिए नहीं आईं हैं। भाजपा अब राजे की जगह उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रचार मैदान में उतार रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की रविवार दोपहर गंगापुर में चुनीवी सभा होगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार नाराज का चुनावी दौरा करेंगे। इससे पहले वह नवंबर 2018 में कांग्रेस के पक्ष में चुनावी सभा करने आए थे। सिंधिया की सभा की तैयारियों में पार्टी के नेता जुटे हुए हैं। प्रदेश की सहाड़ा (भीलवाड़ा), सुजानगढ़ (चूरू) और राजसमंद सीट पर चुनाव होने हैं। यहां 17 अप्रैल को वोटिंग होगी।गंगापुर से सिंधिया घराने का 230 साल पुराना रिश्ताशुदा के गंगापुर क्षेत्र का सिंधिया खानदान से 230 साल पुराना रिश्ता है। गंगापुर सहाड़ा क्षेत्र के कई गांव ग्वालियर रियासत के अधीन आते थे। इस कारण से सिंधिया घराने का इस इलाके के लोगों में प्रभाव रहा है। इसके पीछे ऐतिहासिक कारण है। बताया जाता है कि मेवाड़ राजघराने की बेटी गंगाबाई ग्वालियर की बहू थी।उदयपुर महाराणा और देवगढ़ के उमराव के बीच अनबन हो गई थी। गंगाबाई समझौता करवाने उदयपुर आई थे। वहां से लौटते वक्त गंगापुर के करीब लालपुरा गांव में उनका निधन हो गया था। उनके नाम पर ही गंगापुर कस्बा बना। वहाँ पर गंगाबाई छतरी और मंदिर भी। उसके समय राजवंशों की परंपरा के अनुसार, जिस स्थान पर अंतिम संस्कार हो वह जगह रियासत की होनी जरूरी थी। उस परंपरा के तहत मेवाड़ रियासत ने इन गांवों को बकवलियर रियासत को दे दिया था। वसुंधरा राजे भी गंगापुर से इस रिश्ते को प्लेती आई हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में बने हुए गंगापुर आए थे। तब उनका भारी स्वागत हुआ। भाजपा के रणनीतिकार ग्वालियर रियासत का हिस्सा रहे गांवों के लोगों के बीच ज्योतिरादित्य की सभा करवाकर वोटों को अपने पक्ष में करने की कवायद कर रहे हैं। इसके साथ वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य के दौरे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का तंजज्योतिरादित्य के चुनावी दौरे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटरावा ने तंज कसा। डोटासरा ने कहा- जो अब हमारे नहीं वे अब कहीं भी प्रचार करते हैं। हमें कोई मतलब नहीं। हालाँकि, कांग्रेस के मित्र के पास भी उनसे पूछेंगे कि उनके भाजपा में मंत्री बनने का क्या हुआ।
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