कश्मीर में पहली बार 1.62 करोड़ टूरिस्ट पहुंचे, उदयपुर, कौसानी भी हाई डिमांड में, ‘पहले घूमो, पैसा किस्तों में दो’ से बुकिंग 25% बढ़ी
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Mohammad Siraj
कश्मीर में पहली बार 1.62 करोड़ टूरिस्ट पहुंचे, उदयपुर, कौसानी भी हाई डिमांड में, ‘पहले घूमो, पैसा किस्तों में दो’ से बुकिंग 25% बढ़ी
जापान के सकूरा, फ्रांस के मोंट ब्लैंक या मलेशिया के पाहांग जाने की ख्वाहिश रखने वाले इंडियन टूरिस्ट अब हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मेघालय के शिलॉन्ग और सिक्किम की गुरुडोंगमर लेक देखने जा रहे हैं. इन जगहों पर घूमने का खर्च तो कम है ही, फील भी फॉरेन डेस्टिनेशंस जैसा है. ठंड का रेगिस्तान कही जाने वाली स्पीति वैली में ताजा बर्फबारी के बाद टूरिस्ट की भीड़ बढ़ी है. अभी यहां का टेम्प्रेचर 1℃ है. यह अगले कुछ दिनों में और कम होगा.
कोरोना के बाद एक नया ट्रेंड यह भी देखने में आया है कि जो वेबसाइट्स ‘बाय नाऊ पे लेटर’ का ऑप्शन दे रही हैं, उनमें बुकिंग 25% तक बढ़ गई है. सबसे ज्यादा टूरिस्ट जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. इस साल अक्टूबर के फर्स्ट वीक तक वहां 1.62 करोड़ टूरिस्ट पहुंच चुके हैं. ऐसा आजादी के 75 साल में पहली बार हुआ है. दिवाली के पहले से ही टूरिस्ट के घूमने का सिलसिला शुरू हो गया था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह दिसंबर-जनवरी में पीक पर होगा.
ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसीज इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का सितंबर में पैनल डिस्कशन था. उसमें लिवरेजिंग यॉर वीकेंड यानी हफ्ते की छुट्टियों में घूमने का नया ट्रेंड सामने आया. कोरोना के बाद से लोग लॉन्ग वीकेंड पर घर में रहने के बजाय घूमने जा रहे हैं. बुकिंग में सबसे ज्यादा ग्रोथ लॉन्ग वीकेंड्स पर ही दिख रही है.
एक ट्रेन्ड रीवेंज ट्रैवलिंग’ का है. हालांकि यह पिछले साल से ही शुरू हो गया था. कोरोना के दो साल में लोग घरों में फंसे रहे. इसके बाद वे कहीं भी घूमने के लिए जाना चाहते थे. ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की प्रेसिडेंट ज्योति मलय कहती हैं- कोरोना के बाद से लोग देश की ऐसी लोकेशन को एक्सप्लोर कर रहे हैं, जो अब तक छुपी हुई थीं. फॉरेन डेस्टिनेशंस के मुकाबले टूरिस्ट इन लोकेशंस को तवज्जो दे रहे हैं. इसमें खर्च भी कम है और एक्सपीरियंस भी विदेश में घूमने जैसा.
बाय नाऊ पे लेटर यानी ‘पहले घूम लो, पैसा बाद में दे देना’ फैसिलिटी ने ट्रैवलिंग को और ज्यादा बढ़ा दिया है. इस स्कीम में ट्रैवलर्स को ट्रैवल वेबसाइट या किसी लोन प्रोवाइडर के जरिए घूमने के लिए लोन दिया जा रहा है. लोन का अमाउंट बाद में इंस्टालमेंट के जरिए चुकाना होता है. बहुत सारी वेबसाइट्स नो कॉस्ट EMI का ऑप्शन भी दे रही हैं. पेमेंट आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमेटिक डिडक्ट होती रहेगी।
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