निस्वार्थ भाव से कंबल वितरण कर अशफाक हुसैन अंसारी ने लूटी गरीबों की दुआएं
सियासी लाभ या अन्य किसी स्वार्थ से परे हटकर गरीबों की मदद करना अलग बात है भयापक ठंड से गरीब बेहाल है डालीगंज के रहने वाले अशफाक हुसैन अंसारी ने 50 गरीबो को कंबल बांटकर इंसानी फर्ज अदा किया उनके इस कार्य की क्षेत्र में काफी सराहना हो रही है उन्हें गरीबों की दुआएं मिल रही है
सर्द रातों में ठिठुरने को मजबूर
ठण्ड क्या होती है ये कोई उनसे पूछे जो सर्द रातों में खुले आसमां के नीचे किसी तरह अपने बदन को सिकोड़कर रात गुजारने को मजबूर होते हैं। ऐसी स्थिति में यदि ऐसे मजलूम लोगों को कोई भी ऊनी वस्त्र मिल जाए तो उनके मुंह से दुआओं की बारिश होना लाजिमी है। कुछ ऐसी पहल की डालीगंज के युवा अशफाक ने प्रमुख चौराहों व सार्वजनिक आशियानों पर जाकर ठिठुरते लोगों को कम्बल वितरण किया। अशफाक की इस पहल में समाजसेवी भी सम्मिलित थे।
प्राप्त विवरण के अनुसार मंगलवार को समीना शाह मैं कंबल वितरण का आयोजन किया इस अवसर पर अशफाक हुसैन अंसारी ने कहा प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे कार्य करना चाहिए हम जब तक रहेंगे तब तक समाज की ऐसे ही सेवा करते रहेंगे।