बेटे की करतूत के चलते भाजपा के विशेष अभियान में टेनी नही कर सकेंगे शिरकत 

लखनऊ। तिकुनियां कांड से विवादों में आए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। अब अजय मिश्र से यूपी भाजपा संगठन ने दूरी बनानी शुरू कर दी है। संगठन के किसी चुनावी अभियान में गृह राज्य मंत्री को शामिल नहीं किया गया है। जबकि अजय मिश्र के अलावा यूपी से केंद्र में बनाए गए मंत्रियों को चुनावी अभियानों की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या अजय मिश्र टेनी को पार्टी ने चुनावी अभियानों से बाहर कर दिया है? बता दें कि 14 और 15 अगस्त को यूपी भाजपा प्रभारी राधामोहन सिंह ने खीरी में संगठन की बैठक ली थी। जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को नहीं बुलाया गया, जबकि अजय मिश्र लखीमपुर जिले में ही मौजूद थे। इसी तरह जिले के किसी चुनावी अभियान में उनकी भूमिका नहीं रखी गई है।

शाहजहांपुर में पीएम की रैली से भी दूर रहेंगे टेनी

लखीमपुर की सीमा से सटे जनपद शाहजहांपुर में पीएम मोदी 18 दिसंबर को मौजूद रहेंगे। लेकिन इस कार्यक्रम में पार्टी की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। जबकि शाहजहांपुर के आसपास के जिलों के पदाधिकारी और सांसद विधायक इस रैली में मौजूद रहेंगे।

विवादित चेहरों को जिम्मेदारी नहीं

यूपी के अन्य सांसद जो केंद्र में मंत्री हैं, उनको यूपी विधानसभा चुनाव अभियानों में लगा दिया गया है। इनमें बीएल वर्मा, पंकज चौधरी, कौशल किशोर समेत अन्य लगातार चुनावी अभियानों में जुटे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनावों में पार्टी किसी तरह के कोई विवाद में नहीं पड़ना चाहती है, इस वजह से विवादित चेहरों को चुनावी अभियानों से दूर रखने की कोशिश की जाएगी। हालांकि इस मामले के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र की राय लेने के लिए उनके नंबर पर कॉल की गई, तो उनके सहायक ने फोन उठाया और मंत्री के व्यस्त होने की बात कही।