राज्यसभा सांसद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने नेतृत्व में दिया गया ज्ञापन

नई दिल्ली। आज OBC सांसदों के एक समूह के साथ केंद्रीय मंत्री राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  को NEET-UG एवं NEET-PG के तहत अखिल भारतीय कोटे में ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण बहाल करने को लेकर ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री व राजस्थान से राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव ने बताया कि आजादी के लंबे समय बाद प्रधानमंत्री मोदी  के नेतृत्व में देश में एक ऐसी सरकार चल रही है जिसने सामाजिक-शैक्षणिक रूप से पिछड़े, दलित, अनुसूचित जनजाति तथा आर्थिक तौर पर कमजोर(EWS) तबके के उत्थान के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम किया है।
उन्होंने कहा है कि दशकों से लंबित ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने का काम भी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में इसी सरकार ने किया है. इसके साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर तबके (EWS) को सरकारी नौकरियों एवं शैक्षणिक संस्थानों में 10% आरक्षण देने का निर्णय करके मोदी सरकार ने सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक विकास में समाज के हर वर्ग की भागीदारी को सुनिश्चित करने का काम किया है।  एनईईटी के प्रावधानों के अनुसार राज्यों के सरकारी कॉलेजों, प्रायवेट मेडिकल तथा डेंटल कॉलेजों को कुल सीटों की संख्या में से  स्नातक (MBBS) पाठ्यक्रमों के लिए 15% तथा परास्नातक(MD/MS) पाठ्यक्रमों के लिए 50% सीटों को अखिल भारतीय कोटे में खाली रखना आवश्यक है, जिससे देश के किसी भी हिस्से के अभ्यर्थी संविधान सम्मत व्यवस्था से मिले आरक्षण के प्रावधानों के अनुरूप इसका लाभ उठा सकें।
 प्रधानमंत्री जी से मिलकर ओबीसी सांसदों ने ज्ञापन के माध्यम से एनईईटी के तहत तय अखिल भारतीय कोटे में स्नातक (MBBS) व परास्नातक (MD/MS) पाठ्यक्रमों हेतु OBC एवं EWS के अभ्यर्थियों के लिए तय आरक्षण की व्यवस्था को ठीक ढंग से लागू कराने के विषय को संज्ञान में लाया। सभी सांसदों ने कोविड के दौरान प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से हुए कार्यों की सराहना की।