डायग्नोस्टिक सेंटर के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने फेक कोरोना रिपोर्ट तैयार की
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Mohammad Siraj
डायग्नोस्टिक सेंटर के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने कोरोना फेक रिपोर्ट तैयार की – यूपी: 900 से 1200 रुपये में बनाये गए कोरोना की फर्जी रिपोर्ट, ऐसे सामने आया सच
देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रहा है। शनिवार को कोरोनावायरस ने महामारी के शुरुआत से लेकर अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। तमाम पाबंदियों के बावजूद बीते 24 घंटे में देश में 1.45 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं। वहीं कोविड से 794 लोगों की जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। वहीं, कोरोना संक्रमण की फर्जी जांच रिपोर्ट बनाने का खेल कर रहे दो जालसाजों को विभूतिखंड पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों एक डाग्नोस्टिक सेंटर के कर्मचारी हैं। उनके पास से एक लैपटॉप व दो मोबाइल बरामद हुआ।प्रभारी इंस्पेक्टर विभूति खंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक शांभवी डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक डॉ। शिवेंद्र विक्रम सिंह व ज्योति विक्रम सिंह ने तहरीर देकर बताया कि उनके डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम पर कोरोना संक्रमण व रक्त की अन्य जांचों की फर्जी रिपोट तैयार की जा रही है। उन्होंने केंद्र के कर्मचारियों शिवम कुशवाहा और शुभम गौतम पर जांच रिपोर्ट में हेरफेर करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के माध्यम से उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। इसके बाद जांच की तो पता चला कि शिवम कुशवाहा और शुभम गौतम ने कई लोगों के फर्जी नमूने लेकर रिपोर्ट बनाई थी। उनके कंप्यूटर और मोबाइल कई फर्जी रिपोर्ट भी पाए गए।
इसके बाद डॉ। शिवेंद्र विक्रम ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। उनके पास से पुलिस ने एक लैपटॉप व दो मोबाइल बरामद किया। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक शुभम तालकटोरा के जलालपुर राजाजीपुरम और शिवम मानकनगर कुशीविहार का रहने वाला है। हस्तक्षेप में दोनों ने अनगिनत लोगों को फर्जी रिपोर्ट देने की बात कही है। इनसे बरामद मोबाइल व लैपटॉप को जांच के लिए भेजा गया है, ताकि जारी की गई फर्जी पैटर्न की जानकारी मिल सके।
देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है। शनिवार को कोरोनावायरस ने महामारी के शुरुआत से लेकर अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। तमाम पाबंदियों के बावजूद बीते 24 घंटे में देश में 1.45 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं। वहीं कोविड से 794 लोगों की जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।
वहीं, कोरोना संक्रमण की फर्जी जांच रिपोर्ट बनाने का खेल कर रहे दो जालसाजों को विभूतिखंड पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों एक डाग्नोस्टिक सेंटर के कर्मचारी हैं। उनके पास से एक लैपटॉप व दो मोबाइल बरामद हुआ।
प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक शांभवी डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक डॉ। शिवेंद्र विक्रम सिंह व ज्योति विक्रम सिंह ने तहरीर देते हुए बताया कि उनके डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम पर कोरोना संक्रमण व रक्त की अन्य जांचों की फर्जी रिपोट तैयार की जा रही है।
उन्होंने केंद्र के कर्मचारियों शिवम कुशवाहा और शुभम गौतम पर जांच रिपोर्ट में हेरफेर करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के माध्यम से उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। इसके बाद जांच की तो पता चला कि शिवम कुशवाहा और शुभम गौतम ने कई लोगों के फर्जी नमूनों के बारे में रिपोर्ट बनाई थी। उनके कंप्यूटर और मोबाइल कई फर्जी रिपोर्ट भी पाए गए।
इसके बाद डॉ। शिवेंद्र विक्रम ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। उनके पास से पुलिस ने एक लैपटॉप व दो मोबाइल बरामद किया। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक शुभम तालकटोरा के जलालपुर राजाजीपुरम और शिवम मानकनगर कुशीविहार का रहने वाला है। हस्तक्षेप में दोनों ने अनगिनत लोगों को फर्जी रिपोर्ट देने की बात कही है। इनसे बरामद मोबाइल व लैपटॉप को जांच के लिए भेजा गया है, ताकि जारी की गई फर्जी पैटर्न की जानकारी मिल सके।
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