
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख खालिदा जिया का आज सुबह ढाका में निधन हो गया। वे 80 वर्ष की थीं और पिछले लगभग 20 दिनों से वेंटिलेटर पर थीं। लंबे समय से बीमार चल रहीं खालिदा जिया को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ थीं, जिनमें किडनी, दिल और अन्य उम्र से जुड़ी जटिलताएँ शामिल थीं, जिसके कारण उन्हें इंटेंसिव केयर में रखा गया था। पार्टी सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों ने आज सुबह उन्हें मृत घोषित किया। उनके निधन की खबर से बांग्लादेश में राजनीतिक वातावरण में भारी संवेदना और शोक की लहर है।
खालिदा जिया बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की लंबे समय तक चेयरपर्सन रहीं और देश की राजनीति में दशकों तक प्रभावी भूमिका निभाई। वे दो बार प्रधानमंत्री रहीं और देश की राजनीति में महिला नेतृत्व की मिसाल बनीं। उनके निधन के बाद BNP और बांग्लादेश के कई हिस्सों में शोक व्याप्त है और नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
चुनावी नामांकन के एक दिन बाद स्वास्थ्य बिगड़ा और निधन
चौंकाने वाली बात यह है कि खालिदा जिया ने कल ही आगामी चुनाव के लिए अपना चुनावी नामांकन दाखिल किया था। चुनावी माहौल के बीच यह खबर आई कि उनके प्रतिनिधियों ने उनके लिए औपचारिक तौर पर नामांकन पत्र भरा, हालांकि वे खुद अस्वस्थ हालत में थीं और वेंटिलेटर पर थीं। उनका निधन ऐसे समय पर हुआ है जब बांग्लादेश में अगले साल होने वाले आम चुनावों की तैयारियाँ जोरों पर हैं।
उनकी पार्टी BNP और देश के राजनीतिक विश्लेषक इसे एक ऐतिहासिक मोड़ बता रहे हैं, क्योंकि उनके निधन से पार्टी के आगामी चुनावी रणनीति और नेतृत्व पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। खालिदा जिया की राजनीति में यह अंतिम पृष्ठभूमि एक संवेदनशील समय में सामने आई है, जिससे बांग्लादेश की राजनीति में भूचाल की स्थिति बनी हुई है।






