
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास हुए भयानक विस्फोट की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, इस धमाके की साजिश जनवरी से रची जा रही थी और इसमें महिला आतंकवादी का अहम हाथ था। शुरुआती जांच में पता चला है कि संदिग्ध महिला पिछले दो साल से विस्फोटक इकट्ठा कर रही थी।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों का कहना है कि यह नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ था और पाकिस्तानी हैंडलर्स के सीधे संपर्क में था। जांच अधिकारी बता रहे हैं कि महिला आतंकवादी प्रोफेशन की आड़ में धमाके की सामग्री जुटा रही थी और इसे सुरक्षित स्थानों पर रख रही थी।
घटना में नौ निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए। धमाके के बाद राजधानी दहलीज पर भारी सुरक्षा सतर्कता बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को पकड़ने और उसके तार पाकिस्तानी हैंडलर्स तक जोड़ने के लिए लगातार काम कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने मरीजों के बेहतर इलाज और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रधानमंत्री ने प्रभावित परिवारों को सांत्वना दी और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह विस्फोट आधुनिक आतंकवाद का एक नया मोड़ है, जिसमें महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूरे देश में सतर्कता बढ़ा रही हैं।









