
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ठीक संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के सवालों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस प्रकार आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वह क्रूरता की पराकाष्ठा थी। यह भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था। यह भारत में दंगे फैलाने की एक साजिश थी। आज मैं देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया। हमारी सेना ने आतंकी अड्डे को धुआं-धुआं कर दिया।
कांग्रेस की राजनीति अब पाकिस्तान के सहारे
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की राजनीति अब पाकिस्तान के सहारे चल रही है। 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के मात्र 3-4 दिन बाद ही कांग्रेस पार्टी के नेता उछल-कूद करने लगे। वे कहने लगे 56 इंच की छत कहां गई? कहां खो गया मोदी? मोदी फेल हो गया। वे पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या पर भी अपनी राजनीति चमका रहे थे।
विदेश से आते ही हमने सेना को पूरी खुली छूट दे दी थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं 22 अप्रैल को विदेश में था। मैं तुरंत लौट आया। और वापस आने के तुरंत बाद, मैंने एक बैठक बुलाई और हमने स्पष्ट निर्देश दिए कि आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देना है और यह हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई। और यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है। ये सारी बातें उस बैठक में स्पष्ट रूप से कही गईं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला 22 मिनट के भीतर सटीक हमलों से ले लिया। पहलगाम आतंकवादी हमले के तुरंत बाद, पाकिस्तानी सेना को अंदाजा हो गया था कि भारत कोई बड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने परमाणु हमले की धमकियां देनी शुरू कर दीं। 6-7 मई की रात को, भारत ने अपने तयशुदा समय के अनुसार कार्रवाई की। पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका। हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला 22 मिनट के भीतर सटीक हमलों से ले लिया.पीएम मोदी ने विपक्ष और राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए साफ कर दिया कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने को नहीं कहा था। हां, अमेरिका से 9 मई को फोन जरूर आया था जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान कोई बड़ा हमला करने वाला है तो फिर मैंने भी जवाब देते हुए कहा था कि अगर पाकिस्तान किसी तरह का हमला करता है तो हम उससे भी बड़ा हमला करेंगे और 10 मई को हमने उनके सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। हमने उनके कई एयरबेस को ध्वस्त कर दिया था।
पीएम मोदी बोले- हमने तीन लक्ष्य तय किए
हमने तीन लक्ष्य तय किए, अगर भारत पर आतंकी हमला हुआ तो हम अपनी शर्तों पर जवाब देंगे, दूसरा कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं चलेगा और तीसरा हम आतंकी सरपस्त सरकार और आतंकव के आकाओं उनको अलग-अलग नहीं देखेंगे।
परमाणु ब्लैकमेलिंग अब काम नहीं आएगी : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने साबित कर दिया है कि परमाणु ब्लैकमेलिंग अब काम नहीं आएगी और न ही भारत इस परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे झुकेगा। पाकिस्तान के एयरबेस और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। और आज तक उनके कई एयरबेस आईसीयू में हैं। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई वहां तक पहुंच सकता है। बहावलपुर, मुरीदके को भी जमींदोज कर दिया गया है। हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। तीसरा पहलू, हमने पाकिस्तान की परमाणु धमकी को झूठा साबित कर दिया है। भारत ने साबित कर दिया है कि अब परमाणु ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी और न ही भारत इस परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे झुकेगा। चौथा पहलू, भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता का परिचय दिया है। उसने पाकिस्तान के सीने पर सटीक वार किया है। पाकिस्तान के एयरबेस और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तानी एयरबेस ICU में
और आज की तारीख में उनके कई एयरबेस ICU में हैं। यह तकनीक आधारित युद्ध का युग है। अगर हमने पिछले 10 सालों में की गई तैयारियों को पूरा नहीं किया होता, तो हम कल्पना कर सकते हैं कि तकनीक के इस युग में हमें कितना नुकसान हो सकता था। पाँचवाँ पहलू- ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए पहली बार दुनिया ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को पहचाना। भारत में बने ड्रोन, मिसाइलों ने पाकिस्तान की हथियार प्रणाली की पोल खोल दी।