मुंबई में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) का पहला मामला, प्रशासन ने उठाए एहतियाती कदम
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विशेष संवाददात लखनऊ उत्तर प्रदेश
मुंबई: पुणे में फैला ‘गुइलेन-बैरे सिंड्रोम’ (GBS) अब मुंबई तक पहुंच चुका है। मुंबई के अंधेरी ईस्ट इलाके में एक महिला जीबीएस से संक्रमित पाई गई है, जो इस शहर में इस बीमारी का पहला मामला है। महिला का इलाज मुंबई के सेवन हिल्स अस्पताल में चल रहा है। इस खबर के सामने आते ही मुंबई नगर निगम प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। संक्रमित मरीज के रहने वाले इलाके के स्वास्थ्य की भी जांच की जा रही है।
इसके साथ ही, अंधेरी के विभिन्न इलाकों के पानी का टेस्ट भी किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जलजनित किसी रोग के कारण जीबीएस फैलने की संभावना न हो। अंधेरी ईस्ट के स्थानीय विधायक मुरजी पटेल ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया और यह सुनिश्चित किया कि जल निकासी व्यवस्था ठीक हो। वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि किसी प्रकार की जल निकासी में कोई समस्या तो नहीं है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है।
विधायक मुरजी पटेल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि उन्हें कल शाम को जीबीएस से संक्रमित मरीज के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे तुरंत सेवन हिल्स अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने बताया कि मरीज की हालत स्थिर है। साथ ही, अस्पताल में 50 बेड और 1 आईसीयू वार्ड रिजर्व किया गया है, ताकि अगर और मामले सामने आते हैं तो तत्काल इलाज उपलब्ध हो सके।
इसके अलावा, सभी प्रभावित मरीजों का इलाज महात्मा फुले स्वास्थ्य योजना के तहत किया जाएगा। पटेल ने बताया कि उन्होंने मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों और डॉक्टरों से इस मामले की गंभीरता को लेकर बातचीत की है और संबंधित सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
GBS एक दुर्लभ लेकिन गंभीर रोग है, जिसमें तंत्रिका तंत्र पर असर पड़ता है और यह संक्रमण या वायरस के कारण हो सकता है। अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग दोनों ही इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जरूरी कदम उठा रहे हैं।
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