08/06/2024

अवध सूत्र

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अवध सूत्र पर बड़ी खबरें

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अवध सूत्र पर बड़ी खबरें

अवध सूत्र हिंदी दैनिक समाचार पत्र

पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा 13 से प्रदेश के 207 केन्द्रों पर

ऑनलाइन होगी प्रवेश परीक्षा, हर केन्द्र पर पर्यवेक्षक तैनात किए

लखनऊ में परीक्षा के लिए बनाए गए 18 केन्द्र, 45,148 छात्र होंगे शामिल

लखनऊ। प्रदेश भर के पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए तैयारियों को अन्तिम रूप दिया जा रहा है। नए सत्र 2024- 25 में प्रवेश के लिए 13 जून से ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा होनी है। प्राविधिक शिक्षा परिषद के प्रमुख सचिव एम देवराज ने बताया कि ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा को फुल प्रूफ कराया जाएगा। इसके लिए प्रदेश भर में 207 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिसमें लखनऊ में होनी वाली प्रवेश परीक्षा के लिए 18 परीक्षा केन्द्र शामिल हैं। लखनऊ के परीक्षा केन्द्रों पर 45,148 छात्र-छात्राएं प्रवेश परीक्षा देंगे।प्रमुख सचिव एम देवराज ने बताया कि पॉलीटेक्निक में प्रवेश के लिए आवेदन तीन लाख 70 से अधिक आए हैं। प्रवेश परीक्षा 13 जून से 20 जून तक निर्धारित है। इसमें 19 और 20 जून को आरक्षित दिवस के रूप में रखा गया है और 17 जून को सार्वजनिक अवकाश है। सिर्फ चार दिन में प्रवेश परीक्षा पूरी कर ली जाएगी। परीक्षा केन्द्रों में राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों को भी शामिल किया गया है। 207 परीक्षा केन्द्रों पर 207 पर्यवेक्षक लगेंगे। ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा 75 जिलों में होगी। जिलो में केंद्र की निगरानी के लिए 82 जिला नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे। पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्यों व विभागाध्यक्षें को जिला नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया जाएगा। विभागाध्यक्ष व प्रवक्ता स्तर के अधिकारी केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में तैनात रहेंगे।

मॉक टेस्ट दे सकेंगे छात्र

पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को मॉक टेस्ट देने का मौका मिलेगा। परीक्षा ऑनलाइन होनी है, ऐसे में छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा के समय किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए मॉक टेस्ट कराए जाएंगे। 10 जून से आवेदन करने वाले छात्र मॉक टेस्ट में शामिल हो सकेंगे। परिषद की वेबसाइट के माध्यम से छात्र-छात्राएं मॉक टेस्ट में शामिल हो सकेंगे। परीक्षा से दो दिन पहले मॉक टेस्ट का लिंक पर जाकर अभ्यर्थी मॉक टेस्ट में शामिल हों सकेंगे। इससे छात्रों को प्रश्न पत्र का प्रारूप के साथ ही ऑनलाइन परीक्षा से जुड़ी अन्य जानकारियां मिल सकेंगी और छात्र-छात्राएं अभ्यस्त हो सकेंगे।

सीएम के निर्देश से 80 हजार पदों की आस

खाली पद जल्द भरने के लिए कहा है, बेसिक शिक्षा विभाग ही देता है सबसे अधिक नौकरी

प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भर्तियां शुरू करने के फरमान ने बेरोजगारों की आंखों में एक बार फिर से चमक पैदा कर दी है। लाखों बेरोजगार खासतौर से परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति को लेकर आशान्वित हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ही सबसे अधिक नौकरी देता है और इसमें पिछले साढ़े पांच साल से कोई भर्ती नहीं आई है। आखिरी बार दिसंबर 2018 में 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती आई थी। उसके बाद से हर साल शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं लेकिन भर्ती प्रक्रिया ठप है।69000 शिक्षक भर्ती के मामले में सरकार ने 12 जून 2020 को सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी थी कि उस समय तक परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 51112 पद खाली थे। अभ्यर्थियों का दावा है कि हर साल औसतन आठ हजार शिक्षक सेवानिवृत हो रहे हैं। इस प्रकार 2021 से 2024 तक चार साल में 32 हजार पद खाली हो चुके हैं। अभ्यर्थियों के दावे पर यकीन करें तो सुप्रीम कोर्ट को सरकार की ओर से दी गई जानकारी और चार साल में हुई सेवानिवृत्ति को मिलाकर 80 हजार से अधिक रिक्त पद बनते हैं। यह अलग बात है कि पिछले कुछ समय से हाईकोर्ट से लेकर आरटीआई के जवाब में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी यह बताने से कतराते रहे हैं कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के कितने पद खाली हैं।

पांच साल से खाली हैं डीएलएड प्रशिक्षु

प्रयागराज। शिक्षक भर्ती के इंतजार में बेरोजगार सालों से दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। डीएलएड 2017 बैच के ही 135182 बेरोजगार पांच साल से खाली हैं। इसके अलावा 2017 सत्र के बाद से प्रशिक्षण लेने वाले लाखों बेरोजगारों की नौकरी का इंतजार खत्म नहीं हो सका है।

नवगठित आयोग को करना होगा सक्रिय

मुख्यमंत्री के फरमान पर कार्रवाई शुरू होती है तो सबसे पहले नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को सक्रिय करना होगा। अब इसी आयोग से परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति होनी है लेकिन अब तक यह आयोग पूरी तरह से सक्रिय नहीं हो सका है।

राज्य विवि के शोधार्थियों को अब फेलोशिप

नए सत्र में यूजीसी-नेट के स्कोर कार्ड पर पीएचडी में होगा प्रवेश

अनिकेत यादव प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय कैंपस एवं मंडल के (प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर) संबद्ध कॉलेजों से पीएचडी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। नए शैक्षिक सत्र से शोधार्थियों को फेलोशिप मिलेगी। जबकि इससे पहले शोधार्थियों को फेलोशिप नहीं मिलती थी। अब तक पीएचडी प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय स्वयं प्रवेश परीक्षा आयोजित करता था। अब नए सत्र में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) नेट के स्कोर पर पीएचडी में प्रवेश होगा। इस बार कैंपस और मंडल के 25 कॉलेजों में पीएचडी के 235 सीटों पर प्रवेश लिए जाने की तैयारी है।राज्य विवि में पीएचडी में प्रवेश के लिए यूजीसी नेट के स्कोर पर अभ्यर्थियों को सीधे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। पीएचडी में दाखिले के लिए श्रेणी-1 के अभ्यर्थियों को 100 नंबर का सीधे इंटरव्यू देना होगा। जबकि श्रेणी-2 व श्रेणी-3 के अभ्यर्थियों के नेट पर्सेंटाइल को 70 फीसदी वेटेज में बदला जाएगा। वहीं, इंटरव्यू का 30 फीसदी वेटेज होगा। इसी के आधार पर पीएचडी में दाखिले के लिए मेरिट तैयार की जाएगी। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि नए नियमों के तहत नेट पर्सेंटाइल के आधार पर तीन श्रेणियों में लाभ मिलेगा। जिन उम्मीदवारों का नेट पर्सेंटाइल अधिक होगा, वे श्रेणी-1 में होंगे। ये सहायक प्रोफेसर के साथ पीएचडी दाखिले व फेलोशिप के लिए भी योग्य होंगे। इन्हें पीएचडी में दाखिले के लिए इंटरव्यू देना होगा। श्रेणी-2 में यूजीसी नेट में अधिकतम से कुछ कम अंक पाने वाले अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए अर्ह होंगे, लेकिन छात्रवृत्ति नहीं पाएंगे। पीएचडी में प्रवेश के लिए सीधे इंटरव्यू में शामिल होंगे। श्रेणी-3 में यूजीसी नेट में न्यूनतम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को सीधे पीएचडी में प्रवेश के लिए इंटरव्यू में शामिल होना होगा।

स्वास्थ्य:आयुर्वेद से पुराने गठिया रोगियों को तीन माह में राहत 

राजकीय आयुर्वेद कॉलेज, सीबीएमआर के संयुक्त शोध में कामयाबी

देश के पहले एनएमआर आधारित शोध को अंतरराष्ट्रीय मान्यता

दर्द-सूजन से राहत के साथ बीमारी जड़ से खत्म करने में सफलता

शोध में 25 से 55 वर्ष के 37 गठिया रोगियों और 57 स्वस्थ लोगों को शामिल किया

लखनऊ। राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया रोग विभाग ने तीन माह के इलाज से गठिया रोगियों के जोड़ों का दर्द, सूजन दूर करने के साथ रोग से मुक्ति दी है। इन रोगियों में गठिया की पुष्टि करने वाले बायो मार्कर स्वस्थ लोगों के सामान पाए गए है। यह परिणाम टुडियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेद कॉलेज, सीबीएमआर के संयुक्त शोध में सामने आए हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में गठिया रोगियों में किए मेटाबोलिक परिवर्तन से जुड़ा देश का पहला न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस (एनएमआर) आधारित शोध है। शोध को अन्तर राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इसे एल्सेविएर से प्रकाशित अन्तरराष्ट्रीय जर्नल जेएआईएम ने प्रकाशित किया है।यह शोध टुडियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया केंद्र के निदेशक डॉ. संजीव रस्तोगी ने किया है। उन्होंने बताया कि शोध में 25 से 55 वर्ष की आयु के 37 गठिया (रुमेटाइड अर्थराइटिस) रोगियों और 57 स्वस्थ लोगों को शामिल किया। इलाज से पहले इन रोगियों के खून के नमूने लेकर एनएमआर से जांच की गई। इनमें गठिया की पुष्टि के बाद लगातार तीन माह तक इनका आयुर्वेद पद्धति से इलाज किया गया। इसके बाद इन रोगियों और स्वस्थ लोगों के खून के नमूनों का मेटोबोलिक परीक्षण किया। इलाज से पहले रोगियों में गठिया के विशिष्ट मेटोबोलिक पैटर्न दिखा रहे थे, जबकि इलाज के बाद इन रोगियों के नमूने स्वस्थ लोगों के खून के नमूनों से मेल खाने लगे।

पेट दर्द, कब्ज, आंतों में रुकावट के संकेत

पेट दर्द और फूलने के साथ कब्ज और उल्टियां हो रही हैं। खाना खाने में परेशानी और मल त्यागने में समस्या है। यह आंतों में रुकावट के संकेत हो सकते है। यह बातें गुरुवार को बलरामपुर अस्पताल में आंत्र रुकावट विषयक सीएमई में डॉ. नीरज शेखर ने कहीं। जूनियर रेजिडेंट डॉ. शुभम गोयल ने बताया कि आंतों के आपस में चिपकने से रुकावट आ सकती है। पेट का ऑपरेशन करा चुके लोगों में अधिक समस्या की आशंका है। कई मरीजों में ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है। सीएमएस डॉ. एनबी सिंह और एमएस डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी और सर्जन डॉ. एसके पांडे ने प्रमाण पत्र दिये।

मानसून से पहले तपेगी लखनऊ की धरती, हीट वेव की चेतावनी

लखनऊ। मानसून की रिमझिम बारिश से पहले लखनऊ को भीषण गर्मी झेलनी पड़ेगी। मौसम विभाग ने रविवार से तीन दिन तक हीट वेव की चेतावनी दी है। इस दौरान अधिकतम तापमान 45 डिग्री या इसके भी ऊपर जा सकता है। रात में भी गर्म हवाएं नींद में खलल डालेंगी।लखनऊ में मानसून की आमद 20 जून के आसपास होने का अनुमान है। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार इसके पहले भीषण गर्मी पड़ेगी। इसकी शुरुआत शनिवार से हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार एक दिन पहले हुई बारिश से वातावरण में मौजूद धूल के नन्हे कण हट गए हैं। सीधी धूप दिन में धरती को गर्म कर रही है। दूसरी ओर हवा का रुख पछुआ है। यह हवा देश के दक्षिण पश्चिम के रेगिस्तानी इलाकों से होकर आ रही है। ऐसे में आने वाले कुछ दिन शहर को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। दिन का तापमान अधिक होने से रात में भी ज्यादा गिरावट नहीं होगी। वहीं, शुक्रवार से तपिश बढ़नी शुरू हो गई। सुबह से ही धूप में तल्खी ज्यादा रही। दिन में अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.3 ज्यादा था। न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस अधिक 27.5 रहा। मौसम केन्द्र के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 43 और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

एकेटीयू में उत्तर पुस्तिका देखने के लिए 20 जून तक करें आवेदन

लखनऊ। डा. एपीजे अब्दुल कला प्राविधिक विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं 20 जून तक उत्तर पुस्तिका देखने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय ने विषम सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के लिए चैलेंज मूल्यांकन के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।एकेटीयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने बताया कि विषम सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल हुए परीक्षार्थियों की मांग को देखते हुए चैलेंज मूल्यांकन का मौका दिया जा रहा है। इसके लिए छात्र उत्तर पुस्तिका देखने के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षार्थियों को प्रत्येक विषय के लिए 300 रुपए आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा। विषम सेमेस्टर की परीक्षा नौ जनवरी से नौ फरवरी तक हुई थी। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि आवेदन करने वाले परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका उनके लॉगिन आईडी के माध्यम से दिखायी जाएगी। उत्तर पुस्तिका देखने के बाद असंतुष्ट छात्र चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकेंगे।इसके बाद स्टूडेंट जितने भी विषयों की फीस जमा करेगा,उसके अनुसार डिजिटल मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका स्टूडेंट्स को उसके लागिन पर यूजर आईडी और पासवर्ड के माध्यम से दिखा दी जाएगी। मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका देखने के बाद स्टूडेंट असंतुष्ट होता है तो चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवदेन कर सकता है। स्टूडेंट्स को 2500 प्रति विषय जमा चैलेज मूल्यांकन के लिए जमा करने होंगे।

यूपी बोर्ड: स्क्रूटनी में नंबर बढ़वाने के नाम पर ठगी शुरू

प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल जिन विद्यार्थियों ने अपनी कॉपियों की स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया हैं, उन्हें साइबर ठग अपना शिकार बनाने में लग गए हैं। ऐसे छात्र-छात्राओं के अंक बढ़ाने तथा उन्हें फेल से पास कराने का लालच देकर साइबर शातिर फोन कर रहे हैं। इसके लिए परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों से रुपये की मांग कर उन्हें ठगने की कोशिश की जा रही है। शिकायत मिलने पर यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने परीक्षार्थियों एवं अभिभावकों को सलाह दी है कि ऐसे साइबर ठगों के झांसे में कतई न आएं।ऐसी घटनाओं के प्रति जनसामान्य को सचेत करते हुए सचिव ने परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों से अपील की है कि साइबर ठगों के फोन कॉल्स का संज्ञान न लें और प्रलोभन में न आएं। इस प्रकार के फोन कॉल्स आने पर उसकी सूचना तत्काल अपने जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक को दें ताकि शातिरों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा सके। पूर्व में 20 अप्रैल को बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित होने से पहले भी शातिरों ने परीक्षार्थियों को फोन करके ठगने की कोशिश की थी।

पीसीएस जे मेंस की सभी कॉपी फिर जांची जाएंगी

प्रयागराज।  पीसीएस जे मुख्य परीक्षा 2022 की सभी 18042 उत्तरपुस्तिकाओं की लोक सेवा आयोग फिर से जांच करेगा। इसकी प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है। पीसीएस जे अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की याचिका पर लोक सेवा आयोग ने हाईकोर्ट में शुक्रवार को दा़खलि हलफनामे में इसकी जानकारी दी है। आयोग ने माना कि पूरी सर्तकता के बावजूद गलती हो सकती है। यदि ऐसा हुआ है तो उसे सुधारा जाएगा।इससे पहले कोर्ट ने श्रवण पांडेय के छह प्रश्न पत्रों की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने का लोक सेवा आयोग को निर्देश दिया था। याची अभ्यर्थी ने आरोप लगाया है कि उसकी अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका में हैंडराइटिंग बदली हुई है तथा एक अन्य उत्तर पुस्तिका के कुछ पन्ने फाड़े गए हैं। जिसकी वजह से वह मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाया। श्रवण पांडेय की याचिका पर न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की खंडपीठ सुनवाई कर रही है।याची का पक्ष रख रहे अधिवक्ता विभु राय का कहना था कि याची ने 2022 पीसीएस जे मुख्य परीक्षा में असफल होने पर आरटीआई से जानकारी मांगी तो पता चला कि अंग्रेज़ी की उत्तर पुस्तिका में उसकी हैंडराइटिंग नहीं। इस पर कोर्ट ने याची की सभी छह विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं प्रस्तुत करने के लिए कहा था। आयोग के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि मामला सामने आने के बाद मुख्य परीक्षा में शामिल सभी 3019 अभ्यार्थियों की 10842 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई जा रही है। जांच लंबित होने के कारण याची की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट में प्रस्तुत कर पाना संभव नहीं है।अधिवक्ता ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं पर रोल नंबर की जगह फेक मास्टर कोड अंकित किया जाता है। इसे डिकोड करने के बाद ही सही उत्तर पुस्तिका तक पहुंचा जा सकता है। यह कार्य गोपनीय है और बहुत कम कर्मचारी लगाए गए हैं। इसलिए जांच पूरी होने के बाद ही याची की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट में प्रस्तुत की जा सकेंगी। कोर्ट ने मामले में एक जुलाई की तारीख नियत करते हुए उस दिन जांच का परिणाम बताने और उत्तर पुस्तिकाएं प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

नीट की जांच कोर्ट की निगरानी में हो:कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) में धांधली का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। नीट का रिजल्ट चार जून को ही घोषित किया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार नीट सहित कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गया है। इसके लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के लिए भर्ती परीक्षा में भाग लेना, फिर अनेकों अनियमितताओं से जूझना और फिर पेपर लीक के चक्रव्यूह में फंसना, यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।खरगे ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने देश के युवाओं को ठगा है। इसलिए हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि नीट और अन्य परीक्षाओं में भाग लेने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को न्याय मिल सके। पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी नीट परिणाम में गड़बड़ी की आशंका जताई है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि नीट रिजल्ट में भारी गड़बड़झाले की आशंका है, जिसकी वजह से 24 लाख युवाओं व उनके माता-पिता में भारी बेचैनी है।

47,512 ने छोड़ी जेई भर्ती परीक्षा

प्रयागराज। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर से जूनियर इंजीनियर भर्ती 2024 की कंप्यूटर आधारित परीक्षा शुक्रवार को संपन्न हुई। एसएससी मध्य क्षेत्र के अधीन उत्तर प्रदेश और बिहार के 16 शहरों में 56 केंद्रों पर पांच से सात जून तक परीक्षा कराई गई। इसमें पंजीकृत 1,27,747 अभ्यर्थियों में से 80,235 (62.81 ) परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 47,512 ने परीक्षा छोड़ दी।

चिकित्साधिकारी पदों पर इंटरव्यू जल्द

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (एलोपैथी) के तहत चिकित्साधिकारी ग्रेड टू के 1277 पदों पर साक्षात्कार जून अंत और जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित होंगे। गायनकोलॉजिस्ट के 385 और जनरल सर्जन के 411 पदों पर साक्षात्कार जून के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित हैं। वहीं, जनरल फिजिशियन के 481 पदों पर इंटरव्यू जुलाई के पहले सप्ताह में होंगे।

इविवि में योग की होगी पढ़ाई

प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2025-26 में योग विषय की पढ़ाई होगी। दर्शनशास्त्रत्त् विभाग ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड यौगिक सांइस नाम से नया पाठ्यक्रम डिजाइन किया है। यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के तहत तैयार किया गया है। इसमें मल्टीपल एक्जिट और एंट्री का विकल्प छात्र-छात्राओं को मिलेगा।दर्शन शास्त्रत्त् विभाग के अध्यक्ष प्रो. ऋषिकांत पांडेय ने बताया कि 40 सीटों के सापेक्ष यौगिक साइंस इंटीग्रेटेड कोर्स में दाखिला होगा। इस पाठ्यक्रम में कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के तहत प्रवेश होगा। पहले साल की पढ़ाई पूरी करने पर सार्टिफिकेट, दो साल में डिप्लोम, तीन साल में स्नातक, चार साल में आनर्स और पांच साल की पढ़ाई पूरी करने पर छात्र-छात्राओं को पीजी की डिग्री प्रदान की जाएगी। प्रो. ऋषिकांत पांडेय ने बताया कि नए पाठ्यक्रम के संचालन को विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी मिल गई है।

43 केंद्रों पर कल होगी बीएड प्रवेश परीक्षा

प्रयागराज। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी की ओर से उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रयागराज और प्रतापगढ़ के 43 केंद्रों पर नौ जून को होगी। प्रयागराज और प्रतापगढ़ जिले में परीक्षा के लिए प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय को नोडल केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के लिए प्रयागराज में राजकीय इंटर और एडेड तथा राजकीय डिग्री कॉलेज तथा एडेड महाविद्यालयों को केंद्र बनाया गया है। प्रयागराज में 36 केंद्रों पर 16300 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं और प्रतापगढ़ के सात केंद्रों करीब 3500 परीक्षार्थी बीएड की परीक्षा में शामिल होंगे। प्रवेश परीक्षा के नोडल अधिकारी प्रो. विवेक कुमार सिंह ने बताया कि हर केंद्र पर दो-दो आब्जर्वर की तैनाती होगी और हर केंद्र पर एक मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। परीक्षा की निगरानी के लिए स्थानीय प्रशासन भी साथ में रहेगा।

शिक्षकों को दो माह बाद भी नहीं मिलीं पीएचडी की सीटें

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय ने दो महीने बीत जाने के बावजूद अभी तक शिक्षकों के लिए सुपरन्युमेरिक सीट की व्यवस्था नहीं की है। इसका खामियाजा पीएचडी के इच्छुक शिक्षकों को उठाना पड़ रहा है।बता दें कि संशोधित पीएचडी अध्यादेश में शिक्षकों के लिए 10 प्रतिशत सुपरन्युमेरिक पीएचडी सीट की व्यवस्था नहीं है। जिसे वापस जोड़ने की मांग शिक्षक संघ की ओर से बीते दो महीने से उठाई जा रही है। इस संबंध में लुआक्टा ने गुरुवार को भी कुलपति को पत्र लिख कर सीटें जोड़ने की मांग उठाई है। एलयू में संशोधित पीएचडी अध्यादेश के तहत सत्र 2023-24 पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है।

ज्ञापन और पत्र भेजे

लुआक्टा अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय का कहना है कि कुलपति को तीन अप्रैल को ज्ञापन और छह जून को पत्र भेजा है। एलयू प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि लुआक्टा के पत्र पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।

पति की मौत के बाद अनुकंपा नौकरी मांगने पहुंच गईं तीन पत्नियां।

सिंचाई विभाग के माताटीला खंड का मामला, दस्तावेज संग तीनों ने लगाई की गुहार

झांसी। सिंचाई विभाग में एक कर्मचारी की मौत के बाद अनुकंपा नौकरी मांगने तीन पत्नियां पहुंच गईं। एक नौकरी पर तीन पत्नियों के दावे से अफसर चकराए हुए हैं। तीनों ही खुद को पहली पत्नी ठहराते हुए नौकरी देने की मांग कर रही हैं। तीनों ने शादी संबंधी दस्तावेज भी पेश किए हैं। अधिशासी अभियंता पंकज सिंह का कहना है कि मामले की छानबीन कराई जा रही है।माताटीला सिंचाई खंड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर तैनात संतोष कुमार की कैंसर की वजह से छह फरवरी को मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद उनकी जगह नौकरी की मांग लेकर तालबेहट निवासी क्रांति वंशकार पहुंचीं। उन्होंने संतोष के मृत्यु प्रमाण पत्र समेत वारिसयान समेत अन्य दस्तावेज अफसरों को सौंपे। उसके कुछ दिन बाद भोपाल निवासी सुनीता वर्मा भी कार्यालय जा पहुंचीं। उन्होंने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी देने की गुहार लगाई। अफसरों ने जब कागजात मांगे तब सुनीता ने भी शादी के कार्ड, फोटो व अन्य दस्तावेज सौंप दिए। दोनों के कागजात देख अफसरों के होश उड़ गए। अभी इन दोनों के कागजों की छानबीन चल ही रही थी कि इसी दौरान तालबेहट निवासी राजो भी माताटीला कार्यालय जा पहुंचीं। खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी की गुहार लगाई।

परिषदीय, माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थी खेलकूद का करेंगे संयुक्त अभ्यास

प्रतापगढ़। परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स फॉर स्कूल कार्यक्रम लागू किया जा रहा है। विद्यालय के बेहतर खिलाड़ियों को दो खेलों में दक्ष बनाने के साथ उनका ब्योरा पोर्टल अपलोड किया जाएगा। जिले में 2264 परिषदीय और 667 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। दोनों विद्यालयों के बेहतर खिलाड़ियों को संयुक्त अभ्यास कराया जाएगा। बेहतर खिलाड़ियों का ब्योरा स्पोर्ट्स फॉर स्कूल पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। खिलाड़ियों का नाम, उनके प्रशिक्षक, स्पोर्ट्स किट, खेलकूद की सुविधा आदि से जुड़ी से जानकारी दर्ज की जाएगी।पोर्टल उन्हीं खिलाड़ियों का नाम अंकित होगा जो खेलने में बेहतर होंगे। माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रधानाचार्यों को विद्यार्थियों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। जुलाई माह में खिलाड़ियों का विवरण कार्यालय में उपलब्ध कराना होगा। हालांकि अब विद्यालयों के विद्यार्थियों को खेल में प्रतिभाग कराया जाता था। मगर, उनको किसी तरह की सुविधा नहीं दी जाती थी। केवल प्रशिक्षण देकर कोरम पूरा कर लिया जाता था।

कर्मचारियों की लंबित मांगों पर जल्द बैठक के लिए सीएम को भेजा पत्र

लखनऊ। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मांग की है कि कर्मचारियों की लंबित मांगों पर जल्द बैठक करें। इसमें वेतन समिति की संस्तुतियों को तत्काल लागू करने, वेतन विसंगतियां, सेवा नियमावली, कैडर पुनर्गठन, खाली पदों पर नियमित भर्ती व पदोन्नती, आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा, न्यूनतम वेतन व खाली होने वाले पदों पर वरीयता पर भर्ती आदि प्रमुख मांगे हैं।मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीपी मिश्रा ने बताया कि मोर्चा से संबद्ध विभिन्न कर्मचारी संगठनों की आठ दिसंबर 2021 को तत्कालीन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न मांगों पर समयबद्ध कार्यवाही का निर्णय हुआ था। किंतु आज भी वह मांगे यथावत हैं। इससे कर्मचारियों को आर्थिक छति उठानी पड़ रही है। मोर्चा की मांग है कि जल्द सीएम कर्मचारियों की लंबित मांगों पर बैठक करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए इसी महीने में बैठक की तिथि व समय करें ताकि शासन व कर्मचारी के मध्य आपसी सद्भाव बना रहे। कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में स्थानीय निकाय के दैनिक कर्मचारियों का नियमितीकरण, कैडर पुनर्गठन सेवा नियमावलियों का प्रावधान, राज्य निगमों को सुदृढ़ करके कर्मचारियों के वेतन महंगाई भत्ते की बकाया किस्त देने, सेवानिवृत कर्मचारियों के देयको के भुगतान, कैडर पुनर्गठन आदि भी शामिल है।

 

पंचायतों में 4821 पदों पर होगी भर्ती, पंचायत सहायक के पदों के लिए 10 जून को जारी होगा विज्ञापन

लखनऊ। रिक्त पदों को जल्द भरे जाने के मुख्यमंत्री के निर्देश के अगले ही दिन नई भर्तियों के लिए कवायद शुरू हो गई। प्रदेश की ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक/अकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर के 4821 रिक्त पदों पर जल्द भर्ती होगी। निदेशक पंचायती राज अटल कुमार राय ने 10 जून तक रिक्त पदों पर चयन के लिए विज्ञापन प्रकाशित करने की कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। पंचायतों में कई कारणों से पंचायत सहायक/अकाउंटेंट-कम- डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद रिक्त हो गए हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के फीडबैक के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को रिक्त पदों पर भर्ती जल्द शुरू करने के आदेश दिए थे। इसके बाद पंचायती राज विभाग ने भर्ती की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर ली है। 12 जून से ग्राम पंचायत के सूचना पट पर आवेदन पत्र आमंत्रित करने की सूचना दी जाएगी। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यलय, विकास खंड कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालय में 15 जून से 30 जून तक आवेदन जमा होंगे।

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