
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (ओपी राजभर) का एक बयान सामने आने के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। रेप पीड़िता को लेकर दिए गए उनके बयान को विपक्ष ने असंवेदनशील बताते हुए कड़ी आपत्ति जताई है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंत्री ओपी राजभर ने पीड़िता के मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “घर तो उनका उन्नाव में है”, जिसे पीड़िता का मजाक उड़ाने के रूप में देखा जा रहा है।
बयान के सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां पीड़ितों के दर्द को कमतर आंकती हैं और समाज में गलत संदेश देती हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने मंत्री से सार्वजनिक माफी की मांग की है।
विवाद बढ़ने के बाद ओपी राजभर की ओर से सफाई भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उनका उद्देश्य किसी पीड़िता का अपमान करना नहीं था।
इस मामले को लेकर महिला संगठनों ने भी नाराजगी जताई है और नेताओं से जिम्मेदार भाषा के इस्तेमाल की अपील की है। फिलहाल मामला राजनीतिक बहस का केंद्र बना हुआ है और सरकार पर दबाव बढ़ता नजर आ रहा है।








