
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। राजस्थान और मध्य प्रदेश के दो शहरों में न्यूनतम तापमान क्रमशः 2.6 डिग्री और 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन के सबसे कम तापमानों में से एक है। ठंड के कारण लोग दिनभर घरों में दुबकने को मजबूर हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
उत्तर प्रदेश में शीतलहर का असर और भी घातक साबित हुआ है। ठंड से संबंधित बीमारियों के चलते अलग-अलग जिलों में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई इलाकों में घना कोहरा छाए रहने से दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ है।
प्रशासन ने ठंड से बचाव के लिए अलाव जलवाने, रैन बसेरों की संख्या बढ़ाने और गरीब व जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक तापमान में खास बढ़ोतरी की संभावना नहीं है और शीतलहर जारी रह सकती है। लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।








