
बांग्लादेश में उस्मान हादी की संदिग्ध मौत के बाद हालात तेजी से बेकाबू होते जा रहे हैं। देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे हैं। सड़कों पर आगजनी, तोड़फोड़ और झड़पों की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उस्मान हादी की मौत एक साजिश के तहत हुई है और इसके लिए सरकार तथा सुरक्षा एजेंसियां जिम्मेदार हैं। इस घटना के बाद राजधानी ढाका समेत चिटगांव, राजशाही और खुलना जैसे शहरों में तनाव का माहौल बना हुआ है। कई इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
हिंसा की चपेट में मीडिया भी आ गया। हालात को कवर कर रहे 25 पत्रकारों को भीड़ ने घेर लिया, जिनकी जान खतरे में पड़ गई। समय रहते सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए सभी पत्रकारों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। प्रशासन ने इस घटना को गंभीर बताते हुए पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया है।
हिंसक झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं, जबकि सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है। सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
हालात पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो यह मामला राजनीतिक अस्थिरता का बड़ा कारण बन सकता है। फिलहाल बांग्लादेश उस्मान हादी की मौत के बाद उभरे जनआक्रोश और हिंसा की आग में सुलगता नजर आ रहा ह







