
सर्दियों का मौसम कई लोगों के लिए आनंददायक तो होता है, लेकिन यह कुछ बीमारियों के लिए खतरे का भी समय साबित हो सकता है। विशेषकर गठिया (Arthritis), ऑस्टियोपोरोसिस और जोड़ों की सूजन जैसी समस्याएं ठंड के मौसम में तेजी से बढ़ जाती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड में शरीर की मांसपेशियों और जोड़ों के आस-पास का रक्त-संचरण धीमा हो जाता है, जिससे पुराने रोग बढ़ते हैं और नई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। सर्दियों में जोड़ों में जकड़न, दर्द और सूजन आम समस्या बन जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है और कभी-कभी अपाहिजपन तक भी ले जा सकती है।
सावधानी और बचाव के उपाय:
गर्म कपड़े पहनें: हाथ, पैर, कमर और रीढ़ को हमेशा गर्म रखें।
नियमित व्यायाम: हल्का स्ट्रेचिंग और योग़ जोड़ों की लचीलापन बनाए रखते हैं।
संतुलित आहार: कैल्शियम और विटामिन डी युक्त भोजन जोड़ों को मजबूत करता है।
पर्याप्त पानी पिएं: ठंड में भी शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
समय पर चिकित्सकीय जांच: जोड़ों में लगातार दर्द या सूजन होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में सावधानी और जागरूकता अपनाने से गंभीर जोड़ों की समस्याओं और अपाहिजपन के खतरे को काफी हद तक रोका जा सकता है।







