22 राज्यों में फैला लंपी वायरस, अब तक 1.5 लाख मवेशियों की मौत, 50% मौतें सिर्फ राजस्थान में हुईं, 30 लाख जानवर हो चुके संक्रमित, 6 करोड़ का हुआ वैक्सीनेशन
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Mohammad Siraj
22 राज्यों में फैला लंपी वायरस, अब तक 1.5 लाख मवेशियों की मौत, 50% मौतें सिर्फ राजस्थान में हुईं, 30 लाख जानवर हो चुके संक्रमित, 6 करोड़ का हुआ वैक्सीनेशन
देश में लंपी वायरस से इस साल 1 लाख 55 हजार से ज्यादा मवेशियों की मौत हो चुकी है. इसमें से 50% यानी लगभग 75 हजार मौतें केवल राजस्थान में हुई हैं. कुल 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह बीमारी फैल चुकी है. यह आंकड़े शुक्रवार को पशुपालन और डेयरी विभाग ने राज्य सभा में प्रेजेंट किए.
लंपी स्किन डिसीज गायों-भैंसों जैसे मवेशियों में कैप्रिपॉक्स नाम के वायरस से फैलने वाली बीमारी है. ये बहुत तेजी से एक पशु से दूसरे पशु में फैलती है. यह वायरस बकरियों में होने वाले गोट पॉक्स और भेड़ों में होने वाले शीप पॉक्स जैसी बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस जैसा ही है. कैप्रिपॉक्स उसी वायरस फैमिली से आता है, जिससे स्मॉल पॉक्स और मंकीपॉक्स जैसी बीमारियां होती हैं. इस रोग के कारण मवेशियों को बुखार और शरीर में गांठें पड़ जाती हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 29 लाख 45 हजार मवेशी लंपी वायरस से संक्रमित हुए हैं. वहीं, 25 लाख 5 हजार से ज्यादा जानवर बीमारी से ठीक भी हुए. LSD से राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र (24,430), पंजाब (17,932), कर्नाटक (12,244) और हिमाचल प्रदेश (10,681) में हुईं. गुजरात में संक्रमित जानवरों की संख्या ज्यादा है, लेकिन वहां मौतों का आंकड़ा करीब 6 हजार ही रहा. लंपी वायरस का पहला मामला 2019 में ओडिशा में आया था.
सरकार की तरफ से कहा गया है कि महामारी की तरह फैलने वाला लंपी वायरस फिलहाल कंट्रोल में है. अब तक 6 करोड़ 28 लाख जानवरों को इस बीमारी के खिलाफ वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसे लाइवस्टॉक हेल्थ एंड डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम ऑफ इंडिया के तहत लगाया जा रहा है. बीमारी के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं तो उपलब्ध हैं, पर बीमारी को ठीक करने के लिए कोई स्पेसिफिक एंटीवायरल ड्रग उपलब्ध नहीं है।
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