लखनऊ (अवध सूत्र)। विधानसभा सत्र की कवरेज के पास बनाने के लिए अपर मुख्य सचिव सूचना द्वारा भेजे गए लिस्ट में दो पत्रकार अकील और कतील का विधानसभा सत्र का पास निरस्त कर दिया गया है। इन दोनों पत्रकारों का पास विधानसभा के पत्रकार दीर्घा में बैठकर सेल्फी लेने का आरोप है।

बड़े अफसोस की बात है कि इस विधानसभा सत्र के कवरेज के लिए उन पत्रकारों के जो 10-10 साल से विधानसभा सत्र का लगातार कवरेज करते चले आ रहे थे उनके पास नहीं बनाए गए और सेल्फी बाज पत्रकारों के पास बना दिए गए।

इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि इस बार कवरेज के लिए राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति को किनारे कर ऐसे लोगों को मीटिंग में बुलाया गया जो बड़े संस्थानों से थे। और उन्हें क्या पता है कि विधानसभा सत्र की कवरेज में छोटे अखबारों के पत्रकार भी अपने अखबार के लिए खबरें लिखते हैं। और उन छोटे अखबारों के पत्रकारों को बड़े संस्थान के मुखिया जानते भी नहीं होंगे।

बहरहाल जिनको पास बनाकर कवरेज के लिए भेजा गया वो सेल्फी लिए। जिन पत्रकारों का पास नहीं बनाए गए उन्होंने बाहर से कवरेज किया और अच्छा कवरेज किया। लिखने वाले पत्रकार के लिए पास कोई मायने नहीं रखता है। वो कहीं भी और किसी भी दशा में खबरें लिख सकते हैं।