ई रिक्शा के मकड़जाल से राजधानी वासी परेशान

ई रिक्शा के मकड़जाल से राजधानी बासी परेशान
राजधानी लखनऊ में ई-रिक्शा का मकड़जाल दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है ई-रिक्शा कंपनियों ने बेतहाशा ई-रिक्शा को बांटना शुरू कर दिया था जिससे राजधानी में एक मकड़जाल का रूप लेता नजर आ रहा है राजधानी में परिवहन विभाग के अधिकारी मौन और सुस्त दिखाई दे रहे हैं जबकि काफी रिक्शा चालक बच्चे जिनकी उम्र पढ़ाई और खेलने की है वह आज यह रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है 12 साल से लेकर 15 साल के बच्चे करीब30 परसेंट ऐसे परिवार के बच्चे हैं जो ई रिक्शा चलाकर अपने परिवारों का पालन करते हैं लखनऊ के कई ऐसे चौराहे हैं जैसे भिटौली चौराहा इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा टेढ़ी पुलिया चौराहा मुंशी पुलिया चौराहा डालीगंज रेलवे क्रॉसिंग मेडिकल का क्रश चौराहा ऐसे तमाम चौराहे हैं जहां पर ई रिक्शा चालकों के मकड़जाल पूरी तरीके से बिछाया जा चुका है और आने जाने वाले राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसमें अब यह देखना है कि परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा इन पर क्या कार्रवाई किया जाता है कार्यवाही करती है कि केवल खानापूर्ति तक ही सीमित रह जाता है।