हिस्ट्रीशीटर भू-माफिया अभिनेता पूर्व बीडीसी लल्लू यादव फिर सुर्खियों में
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Mohammad Siraj
हिस्ट्रीशीटर भू-माफिया अभिनेता पूर्व बीडीसी लल्लू यादव फिर सुर्खियों में
अभिनेता “पहलवान” फिल्मी रोल में
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ (फाइल फोटो) लग्जरी गाड़ियां भी पुलिस ने लीं कब्जे में
एडीसीपी (दक्षिणी): 72 मुकदमे दर्ज हैं लल्लू पर
लल्लू व उसके साथी जेल भेजे गए: पत्नी को फिर से ब्लाॅक प्रुमुख बनवाने के लिए शराब पार्टी करने का आरोप
समर्थकों/वकीलों का काकोरी थाने पर हंगामा
लखनऊ। हिस्ट्रीशीटर/अभिनेता/पूर्व बीडीसी एवं लखनऊ पुलिस द्वारा घोषित भू-माफिया लल्लू यादव का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। कल देर शाम हुई गिरफ्तारी के बाद लल्लू यादव व उसके साथियों को जेल भेज दिया गया है। इन लोगों को काकोरी एवं पारा थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में काकोरी थाना क्षेत्र के बाबूरिया खेड़ा गांव में लल्लू के फार्म हाउस (आम के बाग) से अवैध असलहों व शराब एवं लग्जरी गाड़ियों के साथ कोरोना काल में “दावत” करते हुए गिरफ्तार किया था।
जहां ये कहा जा रहा है कि लल्लू यादव हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में वार्ड-51 से निर्विरोध विजयी हुई अपनी पत्नी बीडीसी नीतू यादव को ब्लाक प्रमुख बनवाने की जुगत में लगा हुआ है और इसीलिए वोटरों को लुभाने व धमकाने के लिए फार्म हाउस में कई दिनों से “पार्टी” चल रही थी, वहीं एडीसीपी (दक्षिणी) पुष्पेन्द्र सिंह के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि बाबूरिया खेड़ा में असामजिक तत्व असलहों के साथ एकत्र हैं और कोई बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते हैं। 17 लोगों को पकड़ा गया, मौके से बड़ी मात्रा में अंग्रेजी व देशी शराब, 4 लग्जरी गाड़ियां, 3 लाख से अधिक रुपए और एक फैक्ट्री मेड पिस्टल, एक कंट्री मेड पिस्टल, एक रायफल व एक दोनाली बंदूक बरामद हुई जिनका लाइसेंस इनके पास नहीं था। एडीसीपी ने कहा कि पकड़ा गया लल्लू यादव तालकटोरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर 72 मुकदमे दर्ज हैं। पकड़े गए लोगों के विरुद्ध महामारी, आबकारी एवं शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पत्नी को बनवाना चाहता है ब्लाक प्रमुख
तालकटोरा थानांतर्गत आलमनगर के मेहंदीखेड़ा का रहने वाला और पुलिस रिकार्ड में “एमडी-1” हिस्ट्रीशीटर के रूप में दर्ज लल्लू यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुका है। पुलिस की मानें तो फार्म हाउस पर भू-माफिया लल्लू यादव वोटरों को कॉकटेल पार्टी दे रहा था और वहां समर्थकों के साथ कई बीडीसी सदस्य भी मौजूद थे ? यह भी कहा जा रहा है कि लल्लू के किसी साथी ने ही शराब पार्टी का वीडियो बनाकर पुलिस को भेजा था।लल्लू की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में वकील और उसके समर्थक काकोरी थाने पहुंचे और हंगामा भी किया। 2010 में लल्लू यादव जिला पंचायत सदस्य रह चुका है, तब उसकी पत्नी काकोरी ब्लाॅक से निर्विरोध ब्लाॅक प्रुमुख चुनी गई थी। इस बार वह फिर पत्नी को ब्लाॅक प्रुमुख बनवाने में लगा हुआ है।
तूफानी व उनके बेटों की हत्या से चर्चा में आया
लखनऊ खासकर पुराने लखनऊ में लल्लू यादव उर्फ पहलवान के नाम से मशहूर रहे लल्लू का नाम तालकटोरा थाना क्षेत्र में राजाजीपुरम कालोनी में हुई टेंट व्यवसाई/नेता अकबर हुसैन तूफानी के पुत्र असद की हत्या के बाद से चर्चा में आया था। बाद में बाजारखाला थानांतर्गत टूड़ियागंज अस्पताल के बगल में स्थित टेंट हाउस के अंदर घुसकर तूफानी व उनके बड़े बेटे अजहर की भी हत्या कर दी गई थी। इस मामले की सीबीसीआईडी जांच भी हुई थी। साल 1989 में ऐशबाग जल संस्थान परिसर में ठेके को लेकर माफिया/नेता अरुणशंकर शुक्ला उर्फ अन्ना गैंग व लल्लू के बीच हुई गोलाबारी लल्लू की गर्दन में व 3,अन्य गोलियां लगी थी। साल 2007 में लल्लू का नाम ‘MD-1 गैंग’ के मुखिया के रूप में पुलिस रिकार्ड में दर्ज हुआ। लल्लू पर 5 बार गुंडा एक्ट और 6 बार गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हो चुकी है। उस पर हत्या के 4 व हत्या के प्रयास के 7 मामले भी दर्ज हुए।
16 साल की उम्र में चाकू के साथ हुई थी गिरफ्तारी….
लल्लू यादव के पिता छोटेलाल एक किसान थे, उनके पास 22 बीघा जमीन थी जो आवास विकास परिषद ने अधिग्रहित कर ली थी। आज यहां राजाजीपुरम कालोनी बसी हुई है। लल्लू यादव पहली बार महज 16 साल की उम्र में 1983 में राजाजीपुरम में चाकू के साथ पकड़ा गया था, तब उसे बच्चा बैरक में रात गुजारनी पड़ी थी। 6 वर्ष बाद ही 1989 में अन्ना गैंग के साथ ठेके को लेकर हुई गोलाबारी में लल्लू को 4 गोलियां लगीं थीं, कई लोग घायल हुए थे व एक व्यक्ति मारा गया था।
लल्लू ने भोजपुरी फिल्मों में अभिनय भी किया
अपराध की दुनिया से राजनीति की गलियों में पैठ जमाने वाला लल्लू यादव उर्फ पहलवान भोजपुरी फिल्म “लखनऊ का बिट्ट” एवं “छबीली” से एक्टिंग की दुनिया में भी कदम रख चुका है। इन फिल्मों की शूटिंग के समय लल्लू यादव ने मीडिया से कहा था कि उसे तो पुलिस ने अपराधी बनाया, पुलिस ने फर्जी मुकदमे लगाकर गैंगस्टर लगाया और हिस्ट्रीशीटर खोली। अब वह सम्मानित जीवन जी रहा है।
शाम तक पुलिस ने नहीं जारी किया प्रेस नोट
प्रेस नोट
इस चर्चित गिरफ्तारी का आज शाम तक लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के मीडिया सेल की ओर से कोई प्रेस नोट ही नहीं जारी किया गया, जबकि आम तौर पर छोटी सी गिरफ्तारी का प्रेस नोट चंद घंटों के अंदर जारी कर दिया जाता है। कल देर शाम एडीसीपी (दक्षिणी) पुष्पेन्द्र सिंह का बाइट जरुर जारी की गई थी। लल्लू यादव के साथ पकड़े गए लोगों के नामों के बारे में पुलिस की ओर से यही कहा जाता रहा प्रेस नोट में डिटेल मिल जाएगी। शाम 5-50 पर पीआरओ मीडिया सेल ने बताया कि प्रेस नोट नहीं बना है,लल्लू यादव के साथ ही पकड़े गए अजय यादव, वेद चतुर्वेदी, रामदीन यादव, अखिलेश सिंह, प्रदीप सिंह, राजू, राहुल रस्तोगी, धर्मेंद्र गौतम, दिलीप सिंह, उत्तम कुमार, जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, राणा सिंह एवं अभिषेक दुबे को जेल भेज दिया गया।
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