05/05/2021

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कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश

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कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश

कोविड मरीजों के संबंध में दैनिक रिपोर्ट एकीकृत पोर्टल पर हर दिन जरूर अपलोड की जाए। हर कोविड हॉस्पिटल प्रत्येक दिन में दो बार अपने यहां खाली बेड्स की संख्या के बारे में अस्पताल के बाहर सार्वजनिक रूप से जानकारी चस्पा करे। इसे आइसीसीसी के पोर्टल पर भी अपलोड कराया जाए। डिस्चार्ज पॉलिस को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।

कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। मेडिकल एजुकेशन, स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए क्रियाशील किया गया है। जरूरत बेड की संख्या बढ़ाने की है। हमें सभी जिलों में बेड्स की वर्तमान क्षमता को दोगुना करना होगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री स्तर से कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए।

मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सभी जिलों में 4,370 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। प्रत्येक सीएचसी में 20-20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए जाएं।सीएसआर के माध्यम से भी कंसंट्रेटर प्राप्त हुए हैं। सभी क्रियाशील रहें। इसी प्रकार, सभी जिलों को वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराए गए हैं। सभी जिलों में इन जीवनरक्षक उपकरणों का क्रियाशील होना सुनिश्चित कराएं। मुख्य सचिव स्तर से इसकी निगरानी की जाए। कतिपय जिलों में एनेस्थेटिक नहीं हैं वहां अगले 24 घंटे में एनेस्थेटिक और तकनीशियन उपलब्ध कराए जाएं।

ऑक्सीजन प्लांट के सम्बंध में भारत सरकार, राज्य सरकार अथवा निजी क्षेत्र द्वारा किए जा रहे सभी प्रयासों का प्रभावी अनुश्रवण सुनिश्चित कराया जाए। मुख्य सचिव इनकी दैनिक समीक्षा करें। यह कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाए।

प्रदेश में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारु करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। हर दिन आपूर्ति में बढ़ोतरी हो रही है। कल 24 घंटे में साढ़े सात सौ मीट्रिक टन से अधिक का वितरण सरकारी व निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया। आज 800 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन वितरण का प्रयास है। जिन जिलों से सूचना प्राप्त होती है, वहां तत्काल अतिरिक्त व्यवस्था कराई जाती है। बरेली और मुरादाबाद मंडल के लिए हर दिन ट्रेन भेजी जा रही है। आगरा के लिए वायु सेवा का सतत उपयोग हो रहा है।

ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के साथ-साथ वितरण व्यवस्था को और बेहतर किये जाने की जरूरत है। हर जिले के सम्बंध में पृथक कार्ययोजना तैयार हो। होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हर जिले में एक रीफिलर को नामित करें। ऑक्सिजन ऑडिट की प्रारंभिक रिपोर्ट को दृष्टिगत रखते हुए ऑक्सीजन के वितरण व्यवस्था लागू करें। ऑक्सीजन वेस्टेज न हो, यह सुनिश्चित करें। भारत सरकार से 14 नए टैंकर मिले हैं। टैंकरों की संख्या और बढ़ाये जाने की दिशा में प्रयास किये जायें।

स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। इसके लिए फायर विभाग के वाहनों का भी उपयोग किया जाए। मास्क के अनिवार्य उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन की कार्यवाही प्रभावी ढंग से जारी रखी जाए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समिति पूरी सक्रियता से कार्य करें। औद्योगिक इकाइयों में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कराते हुए गतिविधियां संचालित की जाएं।

108 एम्बुलेंस सेवा की 75 फीसदी एम्बुलेंस कोविड डेडिकेटेड की जाए। शेष 25 फीसदी को नॉन कोविड मरीजों के उपयोगार्थ आरक्षित रखा जाए। मरीज अथवा परिजन को जरूरत पर तत्काल एम्बुलेंस/शव वाहन उपलब्ध कराया जाए।

आइसीसीसी, कोविड प्रबंधन की रीढ़ है। लखनऊ सहित सभी जिलों में आइसीसीसी के कार्मिक मरीजों/परिजनों को समुचित जानकारी दें। व्यवहार संवेदनशील रखें। डीएम व सीएमओ हर दिन यहां भ्रमण कर निरीक्षण जरूर करें। दैनिक बैठक यहीं होनी चाहिए। जिलों में कोविड व नॉन कोविड मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन सुविधा को और बेहतर किये जाने की जरूरत है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री इस व्यवस्था की दैनिक समीक्षा सुनिश्चित करें।

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