
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें मजबूत हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, मकर संक्रांति के बाद योगी कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है। इसको लेकर हाल ही में हुई प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में भी चर्चा होने की जानकारी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ विभागों में भी बड़े फेरबदल हो सकते हैं। योगी सरकार में छह से अधिक मंत्रियों के विभाग बदले जाने की संभावना जताई जा रही है। सरकार का फोकस प्रशासनिक संतुलन, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और संगठनात्मक मजबूती पर माना जा रहा है।
इस संभावित विस्तार में योगी मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, भूपेंद्र चौधरी और अशोक कटारिया को मंत्री पद मिल सकता है। इसके अलावा मनोज पांडेय और पूजा पाल के नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। यदि ऐसा होता है तो यह सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की दिशा में एक अहम कदम माना जाएगा।
खास बात यह है कि इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की संभावना है। पश्चिमी यूपी लंबे समय से राजनीतिक रूप से अहम क्षेत्र माना जाता है और आगामी चुनावी रणनीति को देखते हुए सरकार वहां अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शीर्ष नेतृत्व स्तर पर लिया जाएगा। हालांकि, अब तक किसी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जिस तरह से चर्चाएं तेज हुई हैं, उससे संकेत मिल रहे हैं कि बदलाव ज्यादा दूर नहीं हैं।








