
देश के 22 राज्यों में सर्दी और कोहरे का कहर लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश में घना कोहरा और शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कई जिलों में विजिबिलिटी लगभग शून्य रही, जिससे सड़क और रेल यातायात में भी बड़ी रुकावटें आईं। खासकर राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में घना कोहरा सुबह के समय बढ़ती असुविधा का कारण बन रहा है। रेलवे विभाग ने बताया कि 50 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जबकि कुछ ट्रेनों को समय से पहले रद्द भी करना पड़ा।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के माउंट आबू में तापमान सिर्फ 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में पारा 3.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। उत्तरी राज्यों में शीतलहर का असर लगातार महसूस किया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण इलाकों में बिजली और हीटिंग के साधनों की मांग बढ़ गई है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। उत्तर भारत में हवाओं के बदलते रुख और पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) की सक्रियता के चलते तापमान में और गिरावट आ सकती है। इसके अलावा, घना कोहरा और स्मॉग भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, नियमित रूप से ताजा भोजन करने और खासी-जुकाम के लक्षणों पर ध्यान देने की सलाह दी है। वहीं, सड़क और रेल यातायात विभाग ने यात्रियों को अतिरिक्त समय लेकर यात्रा करने और आवश्यक एहतियात बरतने की चेतावनी दी है।
अधिकतर स्कूलों और कॉलेजों में कक्षाएं सामान्य रूप से चल रही हैं, लेकिन घना कोहरा और ठंड के चलते सुबह के समय पढ़ाई और आने-जाने में परेशानी हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दो-तीन दिनों में ठंड और बढ़ सकती है, इसलिए जनता को तैयार रहने की जरूरत है।







