
यूपी बीजेपी अध्यक्ष को लेकर संगठन में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल आज शाम लखनऊ पहुंच रहे हैं, जिसके बाद नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान होने की संभावना जताई जा रही है। पार्टी के भीतर यह चर्चा तेज है कि खरमास शुरू होने से पहले ही संगठन नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष का नाम घोषित कर सकता है।
सूत्र बताते हैं कि इस बार पार्टी ओबीसी समाज से प्रदेश अध्यक्ष चुनने पर गंभीरता से विचार कर रही है, ताकि आगामी चुनावों से पहले सामाजिक समीकरणों को मजबूत किया जा सके। इसी बीच मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के दिल्ली पहुंचने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने ने राजनीतिक अटकलों को और हवा दे दी है। इधर, डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी दिल्ली में मौजूद हैं । नेताओं की यह लगातार बढ़ती गतिविधियाँ संगठन में बदलाव का संकेत देती हैं।
उधर, प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में कई दिग्गज नेताओं के नाम चर्चा में हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक संभावित दावेदारों में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, धर्मपाल सिंह, राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, दलित नेता विद्यासागर सोनकर, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और पूर्व सांसद रामशंकर कठेरिया शामिल हैं।
संगठन के भीतर माना जा रहा है कि भाजपा 2024 चुनाव के बाद अब 2027 की तैयारी को लेकर प्रदेश नेतृत्व में बदलाव कर सकती है। पार्टी के रणनीतिकार चुनावी दृष्टि से प्रदेश अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया को बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं। सूत्र संकेत दे रहे हैं कि रविवार शाम या सोमवार सुबह तक नया नाम घोषित किया जा सकता है। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हलचल बढ़ने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की निगाहें अब सिर्फ एक फैसले पर टिकी हैं।









