
नई दिल्ली: लोकसभा में आज वंदे मातरम् को लेकर बहस में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वंदे मातरम् सिर्फ गाने का विषय नहीं है, बल्कि इसे निभाना भी जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देशभक्ति के इस प्रतीक को केवल राजनीतिक बहस या प्रचार के लिए इस्तेमाल करना गलत है।
अखिलेश ने कहा, “वंदे मातरम् हमारी मातृभूमि के प्रति सम्मान और कर्तव्य का प्रतीक है। इसे केवल गाना नहीं, बल्कि इसके संदेश को व्यवहार में लाना चाहिए।” उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस गीत को राजनीतिक रंग दे रही है और असली भावनाओं को नजरअंदाज कर रही है।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई नेताओं ने मातृभूमि के लिए संघर्ष और जेलें भोगी। ऐसे में वंदे मातरम् का महत्व केवल शब्दों में नहीं, बल्कि कर्मों में भी दिखना चाहिए। अखिलेश ने सांसदों से अपील की कि युवा पीढ़ी तक इस गीत का सच्चा संदेश पहुंचाएं और इसे केवल कार्यक्रमों और समारोहों तक सीमित न रखें। अखिलेश की यह टिप्पणी वंदे मातरम् को लेकर बढ़ती राजनीतिक बहस में नई ताजगी लेकर आई है। उनके विचारों ने संसद और मीडिया में व्यापक चर्चा छेड़ दी है









