
पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक भावुक कर देने वाली खबर सामने आई है। रोहिणी देवी, जो कि अपने बेटे के स्वास्थ्य और समाज के प्रति जागरूकता के लिए हमेशा सक्रिय रहती हैं, ने कहा कि जब उन्हें किसी जरूरतमंद को किडनी दान करने की बात सुनाई दी, तो उनके बेटे ने डर और असमंजस की वजह से तुरंत वहां से भाग जाना ही बेहतर समझा।
रोहिणी का कहना है कि बहुत लोग आज भी केवल नेताओं या प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम पर कुछ अच्छा करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने साफ कहा, “जो लालू के नाम पर या किसी राजनीतिक नेता के नाम पर कुछ करना चाहते हैं, उन्हें असल जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। किसी की जान बचाने में राजनीति या नाम का क्या काम?”
उन्होंने बताया कि उनके बेटे का डर समझ में आता है, लेकिन समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए उन्हें ऐसे कदम उठाने चाहिए। रोहिणी ने कहा कि किडनी दान केवल एक मानवता का कार्य है, इसमें किसी राजनीतिक या व्यक्तिगत लाभ की आवश्यकता नहीं। “अगर हम अपने समाज के जरूरतमंदों के लिए जीवनदान दे सकते हैं, तो यही असली सेवा है,” उन्होंने कहा।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस तरह के जागरूक कदम समाज में मानवता की भावना को मजबूत करते हैं। कई परिवार ऐसे हैं जो अपने सदस्यों की मदद से किसी अनजान व्यक्ति की जान बचा सकते हैं। रोहिणी का संदेश साफ है कि हम अपने छोटे-छोटे प्रयासों से भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं।





