“योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ भगदड़ के बाद संतों की सराहना की, कहा – ‘संतों ने विपरीत परिस्थितियों में धैर्य से स्थिति का सामना किया'”
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अवध सूत्र दैनिक समाचार पत्र विशेष संवाददाता लखनऊ न्यूज वीडियो एडिटर।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले हुई भगदड़ की घटना के बाद संतों और अखाड़ों की तारीफ की। उन्होंने संतों और अखाड़ों को उनके संयमित आचरण के लिए सराहा और कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने धैर्य के साथ स्थिति का सामना किया। शनिवार को सेक्टर-22 में संतोष दास सतुआ बाबा और स्वामी राम कमलाचार्य के पट्टाभिषेक समारोह में योगी आदित्यनाथ पहुंचे और संतों की मेहनत की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए उन लोगों की आलोचना की, जिन्होंने महाकुंभ की आभा को धूमिल करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि संतों और अखाड़ों ने विपरीत परिस्थितियों में संयम बनाए रखा और यह सुनिश्चित किया कि धार्मिक अनुष्ठान बिना किसी रुकावट के आगे बढ़े।
योगी आदित्यनाथ ने आगामी बसंत पंचमी के अमृत स्नान से पहले महाकुंभ मेले के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया और इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। उन्होंने संगम नोज का दौरा किया, जहां मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मची थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि “सनातन धर्म ही मानव धर्म है। सनातन रहेगा, तो मानव धर्म रहेगा, मानवता रहेगी, सृष्टि रहेगी।”
योगी आदित्यनाथ ने हादसे में शिकार हुए श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस कठिन समय में संतों ने एक अभिभावक की तरह धर्म का पालन किया और श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया। उनका कहना था कि संतों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता, क्योंकि वे सच्चे मार्गदर्शक होते हैं, जो हर मुश्किल घड़ी में हमें धैर्य और साहस देते हैं।
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