सीएम योगी ने स्मार्टफोन-टैबलेट बांट कर, एक करोड़ कमाने वाले मनीष और स्वाति की सुनाई कहानी


योगी ने छात्रों को बांटे स्मार्टफोन और टैबलेट, समाजवादी पार्टी पर कसा तीखा तंज

सीएम ने कहा कि, वो माफिया जो गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करते थे, व्यापारियों से वसूली करते थे, अब ऐसे माफियाओं पर जब बुलडोजर चल रहा है तो माफियाओं के होश तो उड़े ही हैं, साथ ही उन्हें संरक्षण देने वालों के भी होश उड़ गए हैं।

लखनऊ :-सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में एक करोड़ मुफ्त टैबलेट-स्मार्टफोन वितरण अभियान की शुरुआत की, सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर विभिन्न पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए! पहले चरण में अलग-अलग शहरों के लाखों छात्र इस योजना का लाभ उठाएंगे! योगी ने पहले चरण में लखनऊ में भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी ईकाना स्टेडियम में स्कूल पास करने वाले और अलग अलग प्रोफेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को मुफ्त मोबाइल और टैबलेट दिए! कार्यक्रम में राज्य के हर जिले से बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं शामिल हुए! सरकार का लक्ष्य 1 करोड़ स्मार्टफोन और लैपटॉप बांटने का है।

सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के समय देखा कि तकनीक का व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व है! बच्चे बताते थे कि स्मार्टफोन, टैबलेट न होने की वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है।

सीएम ने इसी तरह गाजियाबाद की सीबी सिंह का जिक्र किया जिन्होंने चश्मा बिक्री का ऑनलाइन पोर्टल बनाया! सीएम ने बताया कि आज उनकी प्रति वर्ष 40 करोड़ रुपये की बिक्री है! उन्होंने यूपी की तनु ज्योति का जिक्र किया, जिनका स्टार्टअप प्रति वर्ष 400 करोड़ रुपये की बिक्री कर रहा है।

इसी तरह सीएम ने ओलंपिक में कांस्य जीतने वाली हॉकी टीम के यूपी से आने वाले खिलाड़ी ललित उपाध्याय और जूनियर हॉकी टीम में लखनऊ से आने वाले खिलाड़ी श्रद्धानंत तिवारी का जिक्र किया।

यूपी में विधानसभा चुनाव कुछ महीनों बाद होने हैं, ऐसे में सभी दल इसकी तैयारियों में जुटे हैं! चुनाव प्रचार और आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी खूब चल रहा है! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में छात्रों को स्मार्टफोन और टैबलेट बांटे! इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के समय देखा कि तकनीक का व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व है! बच्चे बताते थे कि स्मार्टफोन, टैबलेट न होने की वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है! तब हमने तय किया कि राज्य के 1 करोड़ युवाओं को टैबलेट देने की सुविधा से जोड़ेंगे।

यूपी के सीएम योगी ने बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक परिवार भर्ती के नाम पर वसूली करता! पहले सरकारी नियुक्तियां में भाई-भतीजावाद होता था! नौकरी निकलते ही एक खानदान, वंश के लोग वसूली पर निकल पड़ते थे! महाभारत का कोई रिश्ता नहीं छूटता था जो वसूली पर नहीं निकलता था! शकुनी मामा, दुर्योधन भांजा, दुशासन और कहीं कोई भतीजा निकल पड़ता था।

सीएम योगी ने अखिलेश सरकार का नाम लिए बिना कानून व्यवस्था और नौकरियों में कथित गड़बड़ी को लेकर भी खूब निशाना साधा! सीएम योगी ने कहा कि, आज युवा सर्वाधिक यूपी में हैं! ये 12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं हैं! कोरोना में गुमराह कर वैक्सीन न लगवाने वाले युवा नहीं हैं! ये सब टायर्ड और रिटायर्ड हैं! इसे एक तरह से समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज के रूप में समझा जा रहा है।

सीएम ने आगे कहा कि, वो माफिया जो गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करते थे, व्यापारियों से वसूली करते थे, अब ऐसे माफियाओं पर जब बुलडोजर चल रहा है तो माफियाओं के होश तो उड़े ही हैं, साथ ही उन्हें संरक्षण देने वालों के भी होश उड़ गए हैं।

सीएम योगी ने कहा, हमारा युवा 2017 से पहले जाता था तो कुछ जनपदों के नाम पर होटल में कमरे नहीं मिलते थे! मान लिया जाता था कि नकल करके आया होगा या सिफारिशी होगा! 2018 में हमलोग यहां पर इन्वेस्टर्स समिट कर रहे थे! उस समय दो युवा मुझे मिले थे! मनीष चौहान और स्वाति पांडेय इन्होंने बाहर पढ़ाई की थी! दोनों युवा ने बताया था कि हम यूपी का नाम लेते हैं तो लोग हमें हेय दृष्टि से देखते हैं।

योगी आदित्यनाथ सीएम योगी ने कहा कि आज मुझे बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमारी सरकार ने इन दोनों युवाओं को उस समय संबंल प्रदान किया, प्रदेश के अंदर अपना काम कर रहे हैं हर महीने एक करोड़ रुपये कमा कर रहे हैं।

सीएम ने ललितपुर की बालिका नंदनी कुशवाहा की आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस पर काम का भी जिक्र किया, जिन्हें अखिल भारतीय प्रदर्शनी में टॉप 20 में स्थान मिला है।

यूपी के सभी 75 जिलों से युवा छात्र-छात्राओं को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में बुलाया गया था! इस कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रदान, सतीश महाना जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।