बाराबंकी। अगर आप नया सिम खरीदते हैं तो हो जाए होशियार क्योंकि हो सकता है साइबर ठग आपकी आईडी पर ही दूसरा सिम एक्टिवेट कर ठगी में उसका इस्तेमाल कर लें। जी हां कुछ ऐसे ही साइबर ठगों को गिरफ्तार कर बाराबंकी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
बाराबंकी साइबर सेल वह कोतवाली पुलिस ने एक महिला सहित ऐसे ही 6आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो जगह-जगह पर कैंप लगाकर सिम कार्ड भेजते थे। पुलिस ने जो जानकारी दी है वह चौंकाने वाली है। इस तरह की ठगी करने वाले गिरोह के तार बिहार के बेतिया से जुड़े हुए हैं। पुलिस के अनुसार इन लोगों का एक संगठित गिरोह है। गिरोह का सरगना बिहार के बेतिया का रहने वाला शाहिद अनवर है। इस गिरोह के लोग जगह-जगह पर कैनोपी लगाकर सिम बेचते थे। यह लोग कम पढ़े लिखे लोगों को टारगेट बना कर इनकी आई डी पर एक की जगह दो सिम एक्टिवेट करते थे एक सिम ग्राहक को देकर दूसरा सिम खुद रख लेते थे। फिर सीधे साधे लोगो को  सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर बैंक में इनका खाता खुलवाया जाता था और उसमें अपने पास रखा हुआ एक्टिवटेड सिम कार्ड का नम्बर रजिस्टर करवाते थे। पासबुक और एटीएम कार्ड ये ठग खुद ही रख लेते थे। यही एक्टिवटेड खाते और मोबाइल नंबर ये चुन्नू को बेच देते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लकी वर्मा सुधियामऊ रामनगर बाराबंकी, चुन्नू कुमार सिधौली सीतापुर, अमित कुमार राम पुरवा बाराबंकी, संदीप कुमार सदना सीतापुर, हुस्ना उर्फ खुशनुमा मियां बाजार बंकी बाराबंकी के रूप में हुई है। इनके पास से  पुलिस ने 22 लाख रुपये नगद ,17 मोबाइल फोन, 9 एटीएम कार्ड, 28 बैंक पासबुक, 68 सिम कार्ड एक डिजायर कार बरामद किया है।
इन आरोपियों को गिरफ्तार करने में प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार पांडे कोतवाली बाराबंकी, अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक अमित कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक रमाकांत भारतीय प्रभारी साइबर सेल, उपनिरीक्षक वेद प्रकाश शर्मा, उपनिरीक्षक अंकित त्रिपाठी, उपनिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार, मुख्य आरक्षी अनुराग उपाध्याय, कांस्टेबल कुलदीप कुमार यादव साइबर सेल, कॉन्स्टेबल गौरव त्रिपाठी साइबर टीम, आरक्षी मीना सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।