24/07/2021

अवध सूत्र

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सामूहिक हत्याकांड के दौरान घर पहुंचे मासूम वंश ने किया था। 

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सामूहिक हत्याकांड के दौरान घर पहुंचे मासूम वंश ने किया था।

सामूहिक हत्याकांड के दौरान घर पहुंचे मासूम वंश ने किया

कातिल से संघर्ष, मौके से मिले साक्ष्य

आगरा, 24 जुलाई। चौबेजी वाली गली के मकान में सामूहिक हत्याकांड के दौरान 12 साल के वंश ने कातिल से संघर्ष किया था। उसने अपनी जान बचाने की काेशिश की थी। पुलिस को उसके कातिल संघर्ष करने के साक्ष्य मिले हैं। माना जा रहा है कि बाजार से सामान लेने गया वंश मां और छोटे भाई-बहन की हत्या के दौरान घर पहुंच गया। उसने वहां से भागने का प्रयास किया। मगर, कातिल ने उसे दबोचकर गला काट दिया था।

सीओ कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि रेखा राठौर का शव फर्श पर पड़ा था। उसी कमरे में बेड पर पारस और माही के शव मिले थे। तीनों के गले धारदार हथियार से काटे गए थे। जबकि 12 साल के वंश का शव बराबर वाले कमरे में स्टोर रूम में मिला था। पुलिस की तीन टीम धूलियागंज और माईथान के बाजार में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही थीं।इस दौरान उन्हें वंश का फुटेज मिला है। वह करीब पौने एक बजे बाजार गया था। वहां उसने एक दुकान से कलावा और फूल लिया था।

इसके बाद वह फुलट्टी बाजार में उसने हलवाई की दुकान से समोसे और सब्जी ली थी। गुरुवार को पुलिस को घर की सीढ़ी पर सब्जी की पालीथिन पड़ी मिली थी। वंश के सीसीटीवी फुटेज के बाद सीढ़ी पर पड़ी सब्जी की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस आशंका जता रही है कि घर पर कोई परिचित आया होगा। बेटा पारस और बेटी माही उस समय सो रहे होंगे। रेखा ने नहाने की तैयारी कर रही थी। उसने बेटे वंश को फूल व कलावा लेने बाजार भेजा था। जिससे कि नहाने के बाद वह पूजा कर सके।

वंश के जाने के बाद ही कातिल ने रेखा को पीछे से दबोचकर उसका गला काट दिया।रेखा को विरोध करने का मौका तक नहीं मिला। पलंग पर सोते दोनों बच्चे कुछ समझते कातिल ने उनका गला भी काट दिया था। पुलिस को आशंका है कि हत्या के दौरान वंश बाजार से लौट आया। कातिल को देखकर वह भागकर नीचे आया। मगर, कातिल ने उसे घर से बाहर निकलने से पहले दबोच लिया। संघर्ष के दौरान वंश का चश्मा भूतल पर गिर गया था। कातिल उसका मुंह दबाकर घसीटते हुए प्रथम तल पर ले गया। वहां उसका भी गला काट दिया।

कातिल ने रेखा और बच्चों की हत्या के लिए 21 जुलाई का दिन साजिश के तहत चुना था। इस दिन ईद-उल-अजहा थी। लाेग घरों में कुर्बानी के लिए पेशेवर पशु काटने वालों को बुलाते हैं। इसलिए कातिल बेफिक्र था। पुलिस चेकिंग में चाकू के साथ पकड़े जाने पर वह बकरे की कुर्बानी करके आने या जाने का बहाना बनाकर बच निकलता।

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