15/04/2021

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उत्तराखंड में टूटा कोरोना के नए मामलों का रिकॉर्ड, हरियाणा में मिले 5858 संक्रमित

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उत्तराखंड में टूटा कोरोना के नए मामलों का रिकॉर्ड, हरियाणा में मिले 5858 संक्रमित

उत्तराखंड में गुरुवार को अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के एक दिन में सबसे ज्यादा 2220 नए मामले सामने आए। इससे पहले प्रदेश में 19 सितंबर को 2078 नए मरीज सामने आए थे।

देहरादून/चंडीगढ़: उत्तराखंड में गुरुवार को अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के एक दिन में सबसे ज्यादा 2220 नए मामले सामने आए। इससे पहले प्रदेश में 19 सितंबर को 2078 नए मरीज सामने आए थे। वहीं, हरियाणा में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 5,858 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,35,800 पर पहुंच गई। हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक, इस महामारी से सूबे में 18 और मरीजों की मौत होने से इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 3,334 हो गई है।

उत्तराखंड में कुल 12484 ऐक्टिव मरीज
देहरादून में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, नए मामलों को मिलाकर उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 116244 हो गई है। इसके अलावा, बृहस्पतिवार को महामारी से पीड़ित नौ अन्य मरीजों ने दम तोड़ दिया जिसके साथ ही प्रदेश में मृतक संख्या बढ़कर 1802 हो गई। प्रदेश में सर्वाधिक 914 कोविड मरीज देहरादून में मिले जबकि हरिद्वार में 613, नैनीताल में 156, उधमसिंह नगर में 131, पौड़ी गढवाल में 105 नए मरीज सामने आए। प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की संख्या 12484 है जबकि 99777 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।

गुड़गांव में आए 1,434 नए मामले
वहीं, हरियाणा सरकार द्वारा जरी बुलेटिन के मुताबिक, गुड़गांव में इस महामारी के 1,434 नये मामले, फरीदाबाद में 810, करनाल में 370, पानीपत में 248, सोनीपत में 336, और पंचकूला में 315 मामले सामने आये। इसके अनुसार फरीदाबाद में तीन, हिसार, अंबाला, करनाल, भिवानी और फतेहाबाद जिलों में दो-दो लोगों की मौत हुई। बुलेटिन के अनुसार हरियाणा में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 30,518 है। अब तक 3,01,948 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और राज्य में स्वस्थ होने की दर 89.92 प्रतिशत है। बता दें कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगभग पूरे देश में कहर बरपा रही है और लगातार नए मामलों का रिकॉर्ड बना रही है।

कोरोना के कारण धारा 144 को लेकर बड़ी खबर, सीधा होगा आप पर असर

केंद्र ने राज्यों से जरूरी सामानों की आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रखने के लिये किराना दुकानों/गोदामों, दवा की दुकानों को धारा 144 की पाबंदियों से बाहर रखने को कहा।

नई दिल्ली: केंद्र ने राज्यों से जरूरी सामानों की आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रखने के लिये किराना दुकानों/गोदामों, दवा की दुकानों को धारा 144 की पाबंदियों से बाहर रखने को कहा। इसके अलावा केंद्र ने राज्यों से घबराहट में अधिक खरीदारी करने से रोकने के लिये लोगों के बीच जागरूकता फैलाने को कहा, यह सुनिश्चित करने को कहा कि जरूरी सामानों के दाम नहीं बढ़े। इसके अलावा देश की राजधानी दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू के दौरान आजादपुर सब्जी मंडी खुली रहेगी। यह जानकारी गुरुवार को मंडी प्रशासन द्वारा दी गई।
जानकारी के अनुसार, कर्फ्यू के दौरान मंडी आने वाले किसानों, व्यापारियों और मजदूरों को पास जारी किया जाएगा। कोरोनावायरस संक्रमण के गहराते प्रकोप के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक वीकेंड कर्फ्यू का एलान किया है।
दिल्ली सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शनिवार और रविवार को कर्फ्यू लगाने के एलान के बाद आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद खान ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करके मंडी में काम कर रहे व्यापारी, मजदूर और किसानों को पास जारी करने का निर्देश दिया, ताकि मंडी सुचारू रूप से काम कर सकें एवं दिल्ली में रहने वाले लोगों को सब्जी और फल की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
आदिल अहमद खान ने बताया कि कल तक सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी, दोपहर बाद से एपीएमसी कार्यालय मंडी में काम करने वाले लोगों को पास जारी करेगा। खान ने बताया कि अधिकारियों को मंडी परिसर में कोविड-19 को लेकर जारी सभी दिशा निर्देश का पालन करवाने को कहा गया है। मंडी परिसर में उदघोषणा के माध्यम से व्यापारियों, किसानों एवं मजदूरों को जागरूक कर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनिटाइजर, बार बार हाथ धोना एवं कोविड प्रोटोकॉल के पालन की अपील जारी है।
चेयरमैन ने कहा कि मंडी परिसर में काम करने वाले सभी व्यापारी, मजदूर एवं किसानों को दिल्ली सरकार के तरफ से फ्री मास्क और सैनिटाइजर के वितरण का निर्देश दिया गया है। आदिल अहमद खान ने बताया कि मंडी में आवक सामान्य है किसी भी फल एवं सब्जी के रेट में कोई भी बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।

जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 74.54 प्रतिशत मतदान हुआ

सर्वाधिक मतदान विकास खण्ड नकुड़ में 83.5 प्रतिशत और
सबसे कम सढ़ौली कदीम में 65.5 प्रतिशत हुआ
सहारनपुर, दिनांक 15 अपै्रल, 2021 (सू0वि0)।
त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 को निष्पक्ष और सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहे। पूरी चाक चैबन्द सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिना किसी अप्रिय घटना के जनपद में 74.54 प्रतिशत मतदान हुआ। सभी स्थानों पर कोविड-19 के नियमों का पूर्ण पालन किया गया। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी हर मतदान केन्द्रों पर सक्रिय रहें। जनपद में सर्वाधिक नकुड़ विकास खण्ड में 83.5 प्रतिशत और सबसे कम सढ़ौली कदीम में 65.5 प्रतिशत मतदान हुआ।
जिला मजिस्ट्रेट श्री अखिलेश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ0 एस0चन्नप्पा मतदान के दौरान पूरा दिन जनपद के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे। निरीक्षण के दौरान उन्होने संबंधित अधिकारियों को निष्पक्ष चुनाव कराने और निर्वाचन आयोग तथा कोविड-19 की गाईडलाइन का सख्ती से अनुपालन करने के दिशा-निर्देश भी दिये। मतदान समाप्त होने पर जनपद के विकासखण्ड रामपुर मनिहारान में कुल 78.5 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी प्रकार विकासखण्ड सढौली कदीम में 65.5 प्रतिशत, देवबन्द में 74.2 प्रतिशत, नानौता में 72 प्रतिशत, मुजफ्फराबाद में 70.5 प्रतिशत, सरसावा में 70 प्रतिशत, नकुड़ में प्रतिशत 83.5, पुंवारका में 74 प्रतिशत गंगोह में 81 प्रतिशत, बलियाखेडी में 75.2 प्रतिशत और नागल में 75.5 प्रतिशत मतदान हुआ।
और यूं बढता गया जनपद में मतदान का प्रतिशत
09ः00 बजे 11.87 प्रतिशत
11ः00 बजे 24.69 प्रतिशत
01ः00 बजे 37.48 प्रतिशत
03ः00 बजे 51.94 प्रतिशत
04ः00 बजे 58.28 प्रतिशत
05ः00 बजे 64.27 प्रतिशत
09ः00 बजे 74.54 प्रतिशत

एम पी कोरोना अपडेट मध्य प्रदेश में 1 दिन में 10 हजार से ज्‍यादा नए मामले आए, 53 और मरीजों की मौत

मध्य प्रदेश में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका है। पूरे कोरोना कॉल में मध्य प्रदेश में पहली बार आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंचा है। गुरुवार (15 अप्रैल) को बीते 24 घंटे में कोरोना के 10166 नए मामले सामने आए हैं जबकि 53और मरीजों की मौत हुई है। राज्य में कोरोना का ये एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इसी के साथ मध्य प्रदेश में कोरोना का पाज़िटिविटी रेट 21.2 फीसदी पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में कोरोना के फिलहाल 55694 एक्टिव केस हैं, इनमें 21 हजार मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी होम आइसोलेशन में हैं। गौरतलब है कि, राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या एक हफ्ते में दोगुनी हो गई है। इंदौर में कोरोना के  1693, भोपाल में 1637, जबलपुर में 653, ग्वालियर में 595 नए मामले सामने आए हैं। जबकि अबतक कोरोना से राज्य में कुल 4365 लोगों की मौत हो चुकी है।

केंद्र ने मप्र को कोरोना पर काबू के लिए 5-सूत्री रणनीति लागू करने को कहा। 
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि होने के बीच केंद्र ने राज्य को ‘‘जांच, निगरानी, इलाज, कोविड संबंधी उचित व्यवहार का पालन और टीकाकरण” की पांच सूत्री रणनीति को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए कहा है। इसके साथ ही केंद्र ने राज्य को आईसीयू बिस्तरों की संख्या तथा ऑक्सीजन की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य को बड़े समूहों में लोगों की गैर-जरूरी आवाजाही और सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने को भी कहा है क्योंकि ऐसे आयोजनों से बड़ी संख्या में लोग वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एन95 मास्क, पीपीई किट, एचसीक्यू दवाई की उपलब्धता, वेंटिलेटर आवंटन, ऑक्सीजन की आवश्यकता के साथ वितरण आदि से संबंधित मुद्दों पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने मध्य प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की। मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्तों में साप्ताहिक नए मामलों में लगभग 79 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मध्य प्रदेश में आरटी-पीसीआर परीक्षण में वृद्धि की गयी है जबकि एंटीजन जांच में कम की की गयी है।
भल्ला ने राज्य में कोरोना से मुकाबले के लिए प्रमुख बाधाओं का जिक किया। इनमें अस्पतालों में बिस्तर खासकर ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की कमी, अस्पताल में अन्य बुनियादी ढांचे की कमी शामिल हैं। भल्ला ने अधिकारियों से राज्य में मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए रेलवे, श्रम (ईएसआई), सेल, कोल इंडिया आदि जैसे केंद्र सरकार के संगठनों के अस्पतालों का भी उपयोग करने की संभावना का पता लगाने का आग्रह किया।
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को दिशानिर्देशों के अनुसार अस्पतालों में ऑक्सीजन के तर्कसंगत उपयोग पर जोर देने को कहा गया है। राज्य को कोरोना वायरस के प्रसार पर काबू के लिए जांच के अलावा निगरानी, संपर्कों का पता लगाने, निषिद्ध क्षेत्र बनाने की रणनीति पर काम करने को कहा गया है। केंद्र ने राज्य से कहा कि प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति के लिए कम से कम 25 से 30 नज़दीकी संपर्कों का पता लगाया जाए और उन्हें 72 घंटों तक अलग रखा जाए। बाद में उनकी जांच करायी जाए।

दिल्ली में कोविड-19 मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की कमी, लोगों ने ट्विटर पर लगाई गुहार

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर कुछ लोगों ने दावा किया कि दिल्ली कोरोना ऐप में यह प्रदर्शित हो रहा है कि शहर के कुछ अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है।

ट्विटर पर गुरुवार को दिल्ली में कोविड-19 महामारी की चिंताजनक स्थिति के बारे में कई लोगों ने पोस्ट किये। एक व्यक्ति अपनी बूढ़ी मां के लिए अस्पताल में बिस्तर पाने के लिए व्याकुल है, जबकि एक महिला अपने मित्र के चाचा के लिए प्लाज्मा दान कर सकने वाले व्यक्ति को ढूंढ रही है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कुछ लोगों ने दावा किया कि दिल्ली कोरोना ऐप में यह प्रदर्शित हो रहा है कि शहर के कुछ अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है। अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके यहां बिस्तर खाली नहीं है।
कई लोगों ने तो यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ट्विटर अकाउंट को भी अपने पोस्ट मे टैग (संलग्न) कर दिया, ताकि अस्पतालों की स्थिति और अपनी दशा के बारे में वे उनका ध्यान आकर्षित कर सकें। दिल्ली कोरोना ऐप लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता का पता लगाने में मदद करता है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, शहर में बुधवार को संक्रमण के 17,282 नये मामले सामने आये, यह पांच दिनों में प्रतिदिन की पांचवी रिकार्ड वृद्धि है।
मेसी एरिक नाम के टि्वटर हैंडल से पोस्ट किया गया, ‘‘तत्काल: अपनी 60 वर्षीय मां के लिए दिल्ली के अस्पताल में एक बिस्तर चाहिए, वह अत्यधिक कमजोर हैं और हम बिस्तर ढूंढ रहे हैं लेकिन अब तक नहीं मिल पाया है। कृपया मदद करें। ’’
विभुरिषी नाम के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया, ‘‘दिल्ली के किसी अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध है? एक मित्र के लिए चाहिए। उनकी पत्नी अस्पतालों में कॉल कर रही हैं और यहां तक कि ऐप/वेबसाइट में बिस्तर उपलब्ध दिख रहे हैं, लेकिन अस्पतालों का कहना है कि बिस्तर खाली नहीं हैं।’’ निष्ठा सचदेव ने लिखा, ‘‘तत्काल: दिल्ली में अभी एक बुजुर्ग व्यक्ति के लिए अस्पताल में बिस्तर तलाश रही हूं। मरीज मेरे रिश्तेदार हैं और उनकी हालत बहुत नाजुक है। हैशटैग ऐट अरविंद केजरीवाल, ऐट मनीष सिसोदिया। किसी को भी कुछ जानकारी हो तो कृपया यथा शीघ्र संपर्क करें।’’
दिल्ली सरकार ने एक दिन पहले ही कई विवाह भवन, स्कूल और खेल परिसरों की एक सूची जारी करते हुए उन्हें विभिन्न अस्पतालों से संबद्ध किया था, ताकि कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा सके। शहर की आम आदमी पार्टी सरकार के इस कदम के एक दिन बाद ट्विटर पर मदद की गुहार लगाते हुए ये संदेश पोस्ट किये गये। दिल्ली सरकार द्वारा बुधवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक कोविड देखभाल केंद्रों और कोविड स्वास्थ्य केंद्रों सहित अस्पतालों में 13,680 बिस्तरों में करीब 9,300 भर गये हैं। कुछ दिल्ली वासियों ने शिकायत की कि दिल्ली कोरोना ऐप जमीनी हकीकत की सही तस्वीर नहीं दिखा रहा है।
अंकित कुमार नाम से किये गये ट्वीट में कहा गया, ‘‘दिल्ली कोरोना ऐप, 65 बिस्तर वेंटिलेटर के साथ उपलब्ध दिख रहे हैं, हेल्पलाइन पर कॉल करने पर वे कह रहे हैं कि बिस्तर भर गये हैं। अंसारी अस्पताल में भर्ती एक मरीज को वेंटिलेटर के साथ बिस्तर की जरूरत है। कृपया मदद कीजिए सीएमओ दिल्ली, अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन। ’’ कुछ लोगों ने प्लाज्मा दान करने वालों और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी मदद की गुहार लगाई।
वंदेरवाल ट्विटर हैंडल से किये गये पोस्ट में कहा गया, ‘‘दिल्ली में प्लाज्मा की बहुत ही तत्काल आवश्यकता है। यदि आपके कोई परिचित कोविड से उबरे हैं तो कृपया उनसे बात करिए। जाह्नवी नाम से किये गये ट्वीट में कहा गया, ‘‘एक मित्र के चाचा के लिए दिल्ली में प्लाज्मा दान करने वाले व्यक्ति की जरूरत है। वह मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटपड़गंज में भर्ती हैं।’’ मजहर खान नाम के व्यक्ति ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है, क्या कोई मदद कर सकते हैं?’’
गौरतलब है कि केजरीवाल ने कोविड से उबर चुके लोगों से मंगलवार को अपील की थी कि वे अन्य मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आएं। कुछ लोगों ने दिल्ली में स्थिति और बिगड़ने से पहले लॉकडाउन लगाने की भी मांग की। हालांकि, मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं है और कोविड मरीजों के लिए अब भी 5,000 बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बड़े पैमाने पर बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी हैं। केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने समेत कई पाबंदियों की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इस दौरान मॉल, जिम, स्पा और सभागार बंद रहेंगे।

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